वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय में आज विश्व आयुर्वेद परिषद एवं शाहबाद हेल्पर्स सोसायटी के प्रयास से देहदान संभव हुआ। श्री सुधीर कुमार सूद , शाहबाद निवासी द्वारा अपने पिता स्व. श्री वेदपाल सूद का सांसारिक यात्रा पूर्ण करने के पर्यन्त देहदान किया गया। वे 90 साल के थे। उनकी इच्छा थी कि मृत्यु पर्यन्त उनकी देह चिकित्सकों को शोध के लिए दे दी जाए। उनके सुपुत्र ने उनकी इच्छा के अनुरूप आज आयुष यूनिवर्सिटी में उनका देहदान किया।

आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति वैद्य (प्रोफेसर) करतार सिंह धीमान ने वेदपाल सूद के इस कदम को चिकित्सकों एवं समाज के लिए उपयोगी बताया क्योंकि चिकित्सक उनकी देह पर शोध करेंगे एवं वही चिकित्सक समाज में जाकर जनोपयोगी चिकित्सा कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय की तरफ से प्रशस्ति पत्र एवं पौधा परिवार जन को देहदान करने हेतु दिया गया। स्नातकोत्तर रचना शारीर विभाग की तरफ से डॉ. सतीश वत्स (विभागाध्यक्ष ) डॉ. सचिन शर्मा , (सहायक प्रोफेसर) । डॉ. आशीष नांदल ( नोडल अधिकारी, देहदान इकाई) द्वारा देहदान स्वीकार किया गया। डॉ नीरज वर्मा , (विश्वविद्यालय एवं प्रांत छात्र प्रमुख ) एवं श्री तिलक राज प्रसिद्ध समाजसेवी इस पुनीत कार्य के प्रेरणा स्रोत रहे। आयुर्वेदाचार्य प्रथम वर्ष के छात्र एवं छात्राएं तथा सभी स्नातकोत्तर अध्येताओं एवं विभागीय अध्यापकों द्वारा मृत देह के सम्मान में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की तथा एक शिक्षक की तरह उसका सम्मान करते हुए चिकित्सकीय अध्ययन कार्य में उसके संपूर्ण उपयोग की शपथ ली।

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