प्रेरणा वृद्धाश्रम में मां भगवती के भजनों पर बुजुर्ग महिलाएं खूब नाची। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 8 अक्तूबर : प्रेरणा वृद्धाश्रम में नवरात्र महोत्सव के चलते पूजन एवं भजन संकीर्तन के कार्यक्रम में बुजुर्गों के संग नगर वासी एवं श्रद्धालु बड़े भक्ति भाव से भाग ले रहे हैं। इस मौके पर विशेषकर बुजुर्गों की मस्ती तो देखते ही बनती है। मंगलवार को तो वृद्धाश्रम के मंदिर में भजनों पर बुजुर्ग महिलाएं बच्चों व युवाओं के संग खूब मस्ती में नाची। प्रेरणा के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि वृद्धाश्रम की सभी माताएं नवरात्रों में ऐसे एक से एक सुंदर मन को शांति देने वाला भजन सुना रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे देवी मां का प्रताप सबके चेहरे पर छा गया हो। इसी अवसर पर प्रेरणा की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने जब मस्ती में झूमते हुए माता रानी का भजन सुनाया तो सभी को लगा मानों मां भगवती खुद इस संकीर्तन में आ पहुंची हैं। भजन नवरात्रों में रौनकां लगियां मां दे द्वारे, तो सभी मस्ती में नाचने लगे। इसी अवसर पर वृद्धाश्रम में रहने वाली वृद्धा बलविंदर कौर ने अपने दिल का दुखड़ा भजन के माध्यम से सुनाया, मेरी है बस मां तू ही नहीं और कोई दूजा, बस तेरा ही सहारा है दिन रात करा मैं तेरी पूजा। डा. जय भगवान सिंगला ने अपने जीवन से जुड़े कई ऐसे वृतांत सुनाएं जिस में मानों देवी मां ने साक्षात जाकर उनका हाथ पकड़ कर उन्हें मुसीबत से उबरा। उन्होंने विशेष तौर पर बताया कि जब वह 20 फीट गहरे खड्डे में गिरा तो देवी मां ने स्वयं आकर मुझे बचाया और मेरा हाथ निष्क्रिय होने के बावजूद उसी हाथ से लिखवाया और अब तक मेरी 50 50 से अधिक पुस्तकें आ चुकी हैं। मंगलवार को भी मंदिर में तीन छोटी बच्चियों आराध्या, आश्वी और जहांन ने अपने मधुर वाणी में सुंदर भजन सुनाए। देवी मां की आराधना करते हुए अपनी तोतली जुबान में उन्होंने कई सुंदर-सुंदर भजन सुनाए। इस अवसर पर आशा सिंगला, शिल्पा सिंगला, आदित्य सिंगला, प्रेरणा अध्यक्षा रेणु खुंगर, गोविंद पाठक, आयुष, सुरक्षा अग्रवाल, अश्विनी अग्रवाल, सीता देवी, बलविंदर कौर, क्षमा मल्होत्रा, उषा सच्चर, चरणजीत कौर, सरला, शकुंतला, पंकज मेहता, विजय अग्रवाल, नंदलाल, कश्मीरी लाल, चंद्रकांत डी. ठक्कर, जोगिंदर, बी. श्रीवास्तव व मंगत सिंह इत्यादि भी मौजूद रहे। Post navigation धनशक्ति के आगे जनशक्ति की हुई जीत : अशोक अरोड़ा आदेश में लेप्रोस्कोपिक नेफरेक्टोमी से किया गया खराब किडनी का उपचार