केजरीवाल हरियाणा का लाल नहीं दारू का दलाल- जयहिंद

जहां पर भी केजरीवाल चुनाव प्रचार के लिए जायेगा उम्मीदवार की जमानत ज़ब्त करवा के आयेगा – जयहिंद

रौनक शर्मा

यमुनानगर – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है जयहिंद ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा यह इसलिए हुआ है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को चपड़ासी बना दिया था।

इसी बीच जयहिंद ने केजरीवाल के जगाधरी पहुँचने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की केजरीवाल यह कहते है की अगर वो ईमानदार है तो लोग उन्हें वोट देंगे और अगर बेईमान मानते है तो वोट नहीं देंगे इस पर जयहिन्द ने कहा की हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले है और हर विधानसभा पर उन्होंने अपने उम्मीदवार उतारे है। हमारा यह कहना है की केजरीवाल जी को हरियाणा में मुख्यमंत्री की दावेदारी के साथ चुनाव लडना चाहिए। अगर हरियाणा के लोग उन्हें दिल्ली की तरह हरियाणा का मुख्यमंत्री बना देंगे तो हम मान लेंगे की वो ईमानदार है, दारू का दलाल नहीं है बल्कि हरियाणा का लाल है।

जयहिन्द ने कहा की अगर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरियाणा विधानसभा चुनावों में 21 सीटों पर भी अपनी जमानत बचा लेंगे तो मैं 21 महीनों के लिए हरियाणा को छोड़ दूंगा। हरियाणा के लोगो ने केजरीवाल को हरियाणा का गद्दार घोषित कर रखा है क्योंकि केजरीवाल एसवाईएल का गद्दार है, क्योंकि वह दारू का दलाल है। साथ ही जयहिंद ने कहा की जहां पर भी केजरीवाल चुनाव प्रचार के लिए जायेगा उम्मीदवार की जमानत ज़ब्त करवा के आयेगा।

जयहिन्द ने कहा की जिस तरह से केजरीवाल त्याग की बात कह रहे है तो उन्हे अपने संयोजक व अध्यक्ष पद से भी त्याग देना चाहिए क्योंकि वो पिछले 10 सालों से पार्टी के संयोजक व अध्यक्ष पद पर है। इसे पहले भी लोकसभा चुनाव के समय केजरीवाल जब जेल में थे तो उन्होंने कहा था की अगर मुझे जेल से बाहर निकलवाना चाहते हो तो मुझे वोट दीजिए, जिसके बाद वे दिल्ली की सातों सीट हार गए थे।

जयहिन्द ने बताया की कनागत शुरू हो चुके है तो इन सब ने मिलकर अन्ना आंदोलन का श्राद्ध कर दिया है। जयहिन्द ने सवाल उठाए की क्या अन्ना आंदोलन में भाग लेने वाली दलित बेटी राखी बिड़ला को मुख्यमंत्री नही बनना चाहिए था, क्या सौरभ भारद्वाज जिसने ऑस्ट्रेलिया से नौकरी छोड़कर अन्ना आंदोलन में भाग लिया उनको नहीं बनाना चाहिए था, क्या नरेश यादव, गहलौत, नरेश बाल्यान जिन्होंने अन्ना आंदोलन में खूब सेवा की उनको नहीं बनाना चाहिए था। साथ ही जयहिन्द ने कहा की जो भी अन्ना आंदोलन के साथी है उनके दुख व पीड़ा को मैं समझता हूं। मैं उनके साथ खड़ा हूं।

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