चंडीगढ़, 12 सितंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि जब टिकट वितरण होता है कोई किसी के लिए कहता है और कोई दूसरे के लिए कहता है, पर जब हाईकमान उम्मीदवार तय कर देता है तो पार्टी का उम्मीदवार होता है और सबके मन का होता है, सभी मिलकर उसके लिए काम करते हैं। 

एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि टिकट वितरण गुटबाजी कहां तक हावी रही तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हर व्यक्ति अपने अपने कार्यकर्ताओं की पैरवी करता है, दावेदार तो अनेक होते है पर हाईकमान किसी एक के नाम का चयन करता है, हाईकमान जिसे चुनता है वह पार्टी का उम्मीदवार होता है, सबका उम्मीदवार होता है और सबके मन का होता है, पार्टी का हर कार्यकर्ता उसको जिताने के लिए काम करता हैै। कुछ दिन पूर्व उनके इस्तीफे को लेकर चली खबरों को लेकर उन्होंने कहा कि जो कुछ भी दिखाया गया वह तीन साल पहले की है जब उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा थी और यह बात लोकसभा चुनाव से पहले ही कहने शुरू कर दी थी, इच्छा व्यक्त करना कोई गलत बात नहीं है, फैसला तो हाईकमान को ही करना होता है। जब उनसे पूछा गया कि हाईकमान क्या होता है तो उन्होंने कहा कि हाईकमान हाईकमान होता है उसमें सोनिया गांधी है, राहुल गांधी है अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे है।

जब उनसे पूछा गया कि राहुल गांधी हरियाणा में आप और सपा के साथ गठबंधन चाहते थे तो स्टेट बॉडी ने इससे मना कर दिया के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी निर्देश नहीं देते वे अपनी इच्छा व्यक्त करते है, रही इंडिया गठबंधन की बात तो वह केंद्रीय स्तर पर पहले से तय है, राज्य स्तर पर पहले तो कोई बात ही नहीं थी। कांग्रेस 90 सीटों पर उम्मीदवार तय कर चुकी है, एक गुट को ज्यादा टिकट मिली है तो सीएम कैसे चुना जाएगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पहले भी कई बार कह चुकी कि मुख्यमंत्री का फैसला तो हाईकमान ही तय करता है, हरियाणा का इतिहास उठाकर देख लो पता चल जाएगा कि नेता कैसे चुना जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सब एक साथ मिलकर पार्टी के लिए काम करते है।

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर क्या जातीय जनगणना कराई जाएगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनगणना करवाना केंद्र सरकार का काम होता है वहीं जनगणना कराती है, राज्य सरकार यह काम नहीं कराती, राज्य सरकार एक सर्वे जरूर करा सकती है। इस चुनाव में बेरोजगार एक सबसे बड़ा मुद्दा है कांग्रेस इस बारे में क्या करेगी के जवाब में उन्होंने कहा कि जो सरकारी पद रिक्त पड़े हुए है उन्हें भरा जा सकता है जिस ओर भाजपा सरकार ने ध्यान दिया ही नहीं।  युवाओं में प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों के प्रति आकर्षण पैदा किया जा सकता है, उस दिशा में भाजपा ने कोई काम नहीं किया। बात करने से बेरोजगारी खत्म नहीं होगी काम करना होगा ब्ल्यू प्रिंट तैयार करना होगा।

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