अखिल भारतीय विद्युत अभियंता महासंघ (ए.आई.पी.ई.एफ.) के अनुसार हरियाणा में कर्मचारी लम्बे समय से कर रहे हैं मांग। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 25 अगस्त : अखिल भारतीय विद्युत अभियंता महासंघ (ए.आई.पी.ई.एफ.) के प्रवक्ता विनोद गुप्ता ने कुरुक्षेत्र में बताया कि सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना (ओ.पी.एस.) की बहाली की मांग को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी क्रम को लेकर हाल ही में अम्बाला, कुरुक्षेत्र, पंचकुला और यमुनानगर के बिजली उपयोगिताओं के कर्मचारियों सहित सरकारी कर्मचारियों ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओ.पी.एस.) की बहाली की मांग को लेकर ओ.पी.एस. तिरंगा मार्च भी निकाला था। इसी के साथ हुई बैठक में 8 जिलों से बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने आकर हिस्सा लिया। प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र धारीवाल ने कहा है कि पेंशन बहाली संघर्ष समिति (पी.बी.एस.एस.) 2 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन बहाली और उनके परिवारों के लिए सामाजिक सुरक्षा की मांग कर रही है। वे पुरानी पेंशन योजना (ओ.पी.एस.) की मांग कर रहे हैं, न कि एकीकृत पेंशन योजना (यू.पी.एस.) या नई पेंशन योजना (एनपीएस) की। महासचिव ऋषि नैन, अनूप लाठर वरिष्ठ उपाध्यक्ष और स्वराज वर्मा महिला विंग प्रभारी ने कहा है कि पूरे हरियाणा में सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध रैलियां आयोजित की जा रही हैं। पी.बी.एस.एस. के बैनर तले कर्मचारियों की बैठक में एक सितम्बर को हिसार में विशाल राज्य स्तरीय तिरंगा रैली आयोजित करने का संकल्प लिया गया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बैठक में विभिन्न विभागों के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया और पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग की। पूनम चहल, कमल दीप हुसैनी, बलजीत बेनीवाल और ओम प्रकाश ने कहा कि सभी निर्वाचित प्रतिनिधि विधायक और सांसद अपने कार्यकाल की संख्या के अनुसार एक और अधिक पेंशन लेते हैं, लेकिन 25 से 30 साल से अधिक लगाने वाले कर्मचारियों को समान पेंशन से वंचित किया जा रहा है।बलजीत बेनीवाल ने कहा कि अगर सरकार ने भविष्य में ओ.पी.एस. लागू नहीं किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर वोट फॉर ओ.पी.एस. के तहत सरकारी कर्मचारी मौजूदा पार्टी को सत्ता से बाहर करने में देर नहीं लगाएंगे। अगर सरकार हमारी मांग मान लेती है तो हम सत्ता पक्ष का स्वागत करेंगे। Post navigation मजदूर, कमेरा वर्ग और युवा ही अक्टूबर में हुड्डा को घर बैठाएंगेः मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी थानेसर में कांग्रेस को मिली बड़ी मजबूती, थानेसर के ढाई दर्जन से ज्यादा सरपंचों ने भाजपा छोड़ ज्वाईन की कांग्रेस