चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा के लिए तत्काल कानून बनाया जाए :- उषा सरोहा

गुरुग्राम – आज दिनांक 22 अगस्त को अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, मजदूर संगठन सीटू से सम्बन्धित आशा, आंगनबाड़ी, मिड डे मील वर्करों ने कोलकाता में मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार व जघन्य हत्या के विरोध में एवं महिलाओं पर बढ रही हिंसा के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर उपायुक्त के ं माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा है।

12:00 बजे कमला नेहरू पार्क में महिलाएं ने ईकट्ठा होकर सभा का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की राज्य महासचिव उषा सरोहा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न, बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और बलात्कार के बाद निर्मम हत्याओं के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ।

एक ही दिन में कई कई दिल दहला देने वाली खबरें सामने आ रही हैं । कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और निर्मम हत्या जैसी घटना ने पूरे देश को झंकोर रख दिया अस्पताल में महिला डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं है, तो अन्य स्थानों के हालात क्या होंगे। इसी समय पर बिहार में दलित लड़की के सामूहिक बलात्कार और हत्या की खबर सामने आई है ,मुरादाबाद यूपी में नर्स के साथ बलात्कार और रोहतक पीजीआई की जूनियर डॉक्टर के साथ यौन हिंसा, महाराष्ट्र के ठाणे में स्कूल में बच्चियों के साथ यौन हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। समाज में कोई भी स्थान महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहा है।

आशा वर्कर्स यूनियन की नेता मीरा ने कहा कि कामकाजी महिलाओं के लिए चुनौतियां और भी ज्यादा हैं चिंता का विषय है कि हम कार्यस्थल पर भी महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी विशाखा एक्ट को लागू करते हुए सभी कार्य स्थलों पर यौन उत्पीड़न विरोधी कमेटी का गठन तक नहीं किया गया है, कामकाजी महिला समन्वय समिति सीटू व अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा और यौन हिंसा के प्रति गहरा रोष प्रकट करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और निर्मम हत्या के सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जाए, चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा के लिए तुरंत कानून / गाइडलाइन बनाई जाएं ,सभी कार्य स्थलों पर यौन हिंसा व उत्पीड़न रोकथाम (पी ओ एस एच )कानून का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए, महिलाओं के खिलाफ हिंसा की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं, तुरंत प्रभाव से न्यायमूर्ति वर्मा कमीशन की सिफारिशों को अक्षरश: लागू किया जाए, अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण देना बंद किया जाए तथा महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा का प्रबंध किया जाए।

सभा के बाद प्रदर्शन कर महिलाओं ने उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम मांगपत्र सौपा प्रदर्शन का नेतृत्व आशा वर्कर से मीरा,आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर यूनियन से रानी , मिड डे मील से मूर्ति व जनवादी महिला समिति से भारती ने किया प्रदर्शनकारियों को सुशीला, कुसुम,पूनम,सुमन, सुदेश,माला, गिरिजा कुमारी, रामवति,लीलावती, राजकुमारी, सुशीला आदि सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया

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