भाग्य का साथ नहीं या चूक विनेश के साथ गई ओलम्पिक टीम क्या कर रही थी ?, उठ रहे हैं सवाल

अशोक कुमार कौशिक 

पेरिस ओलंपिक 2024 में मंगलवार को जब विनेश फोगाट से एक के बाद एक लगातार अपनी तीन मुकाबले जीते और सीधे फाइनल में एंट्री की, इसके बाद पूरे हिन्दुस्तान में जश्न का माहौल था। फाइनल में पहुंचने का मतलब था कि भारत और विनेश फोगाट का मेडल पक्का हो गया था। इसके बाद बुधवार को केवल इतना ही तय होना था कि वो मेडल गोल्ड होगा या फिर सिल्वर। लेकिन इससे पहले कि मेडल​ हाथ आता खेल हो गया। विनेश फोगाट का फाइनल मुकाबला रात करीब 12 बजकर 45 मिनट पर होना था। लेकिन उससे पहले जब उनका वजन किया गया तो वो कुछ ज्यादा आ गया। इसके बाद वे इस इवेंट से बाहर हो गईं हैं। इस बीच खबर है कि जैसे ही उन्हें इवेंट से डिस्क्वालीफाई किया, उसके बाद अचानक से विनेश फोगाट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

जीत दर जीत और फिर मैट से बाहर चूक गईं विनेश 

पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट की ऐतिहासिक पटखनी से हर कोई खुश था और उनसे गोल्ड की आस लगाए बैठा था, लेकिन किसको पता था कि विरोधी पहलवानों को पटखनी देने वाली विनेश को वक्त के आगे झुकना पड़ेगा। गोल्ड से मात्र एक कदम दूर विनेश ओलंपिक फाइनल से डिसक्वालीफाई हो चुकी हैं और इसका कारण मात्र उनका अधिक 100 ग्राम वजन है। ओलंपिक में फाइनल तक का सफर तय करना भारत की इस बेटी के लिए आसान नहीं था, उसे प्री-क्वार्टर में ही 4 बार की विश्व चैंपियन और पिछले ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट का सामना करना था। विनेश के पिता महावीर फोगाट का मानना था कि ये मैच गोल्ड की लड़ाई है। एक चुनौतीपूर्ण मुकाबले में विनेश ने सुसाकी को 3-2 से हराया। सुसाकी ने अपने करियर के सभी 95 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले जीते थे। लेकिन, विनेश ने सुसाकी को उन्हीं के पैंतरे से मात दी।

इस बीच इवेंट से बाहर होने के बाद खबर आई है कि अचानक से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। हालांकि चिंता की कोई बात नहीं है। पता चला है कि विनेश डिहाइड्रेशन का शिकार हुई हैं। इसलिए उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा है। यानी अब वे कुछ वक्त तक वहीं पर रहेंगी। विनेश के बारे में बताया जा रहा है कि वे फाइनल से पहले की पूरी रात सोई नहीं हैं। इस दौरान वे साइकलिंग और जॉगिंग करती रहीं, ताकि उनका वजन ज्यादा ना हो, लेकिन फिर भी वे 100 ग्राम से चूक गईं। हालांकि, इसे ध्यान रखना सिर्फ विनेश का काम नहीं है। टीम के साथ कोच होते हैं और पूरा सपोर्ट स्टाफ इसका ध्यान रखता है, लेकिन यह गलती कैसे हुई यह हैरान करने वाली है।

भारत और विनेश के हाथ से चला गया गोल्ड

विनेश की फॉर्म देखकर ये साफ था कि वो गोल्ड की प्रबल दावेदार हैं लेकिन भाग्य का साथ नहीं मिलने के कारण वो इस ऐतिहासिक जीत से चूक गईं। विनेश फोगाट को पेर‍िस ओलंप‍िक में ड‍िस्क्वाल‍िफाई घोष‍ित किया गया है। वह 50 किलोग्राम रेसल‍िंग के फाइनल में पहुंची थी। उनका इवेंट के दूसरे दिन 50 किलोग्राम वर्ग में अधिक वजन पाया गया।

विनेश फोगाट को पेर‍िस ओलंप‍िक में ड‍िस्क्वाल‍िफाई घोष‍ित किया गया है। वह 50 किलोग्राम रेसल‍िंग के फाइनल में पहुंची थी। उनका इवेंट के दूसरे दिन 50 किलोग्राम वर्ग में अधिक वजन पाया गया।

कल तक भारत की स्टार महिला रेस्लर विनेश फोगाट इस वक्त लाइमलाइट में बनी हुई थी। उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किग्रा के फाइनल में अपनी जगह बनाकर इतिहास रच दिया था। वो ओलंपिक इतिहास में महिला कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर भी बन गई थी, पर फाइनल मैच से पहले लिए गए वजन में वह पिछड़ गई। न उसे ओलंपिक से बाहर होना पड़ा अपितु वह सिल्वर से भी वंचित रह गई। जैसे यह खबर देश में आई देश में बवाल मच गया। इसे राजनीतिक साजिश बता कर कहा जा रहा है कि विनेश के साथ गई टीम क्या कर रही थी?

पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट के लिए मंगलवार, 6 अगस्त की तारीख ऐतिहासिक थी। वो ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पहलवान बनी, लेकिन उसके अगले ही दिन उन्हें ऐसा झटका लगा जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी। 

ये झटका उन्हें विपक्षी खिलाड़ी ने नहीं बल्कि खराब किस्मत ने दिया है। विनेश फोगाट 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के फाइनल मैच से पहले अयोग्य घोषित हो गईं। जिस वजन को घटाने के लिए उन्होंने दिन और रात एक कर दिए, उसने एक बार फिर उनका दिल तोड़ा और मानों कहीं ना भी नहीं छोड़ा।

वजन के लिए विनेश फोगाट ने क्या-क्या नहीं किया

फाइनल मैच से पहले विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम से ज्यादा पाया गया और उन्हें इस प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया। ताजा जानकारी के मुताबिक मंगलवार को विनेश फोगाट का वजन 50 किलो वर्ग से ज्यादा हो गया था और इसको घटाने के लिए भारतीय रेसलर ने अपना खून और पसीना बहा दिया।

बाल नाखून काटे, निकाला खून

रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट ने फाइनल मैच से पहले अपना वजन घटाने के लिए कड़ी मेहनत की। वो रातभर जगी रहीं। वजन कम करने के लिए विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। यही नहीं आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि विनेश फोगाट ने अतिरिक्त वजन कम करने के लिए अपने बाल और नाखून काटे और यहां तक की अपने खून भी निकाले। लाख कोशिशों के बावजूद जब फाइनल मैच से पहले विनेश फोगाट का वजन नापा गया तो वो 50 किलो से 150 ग्राम ज्यादा निकली।

बता दें कि कुश्ती में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। इसका मतलब है कि विनेश फोगाट अगर 50 किलो और 100 ग्राम की होती तो वो अयोग्य नहीं मानी जाती लेकिन उनका वजन वजन 50 ग्राम अतिरिक्त था और इसी वजह से विनेश का पेरिस ओलंपिक में गोल्ड तो छोड़िए कोई भी मेडल जीतने का सपना टूट गया।

इसके बाद लोगों का कहना है इतना वजन तो कम किया जा सकता था और ऐसा कई बार हुआ है कि एथलीट्स ने काफी कम समय में अपना वजन घटाया है और किसी खास कैटेगरी में जगह फिक्स भी किया है। यहां तक कि ऐसा ही भारतीय बॉक्सर मैरीकॉम ने भी किया है।  ऐसे में जानते हैं कि आखिर मैरीकॉम से जुड़ा वो किस्सा, जिसमें उन्होंने एक घंटे में दो किलो वजन कम कर लिया था। साथ ही ये भी जानेंगे कि आखिरी एथलीट किस तरह से अपना वजन कम करते हैं और विनेश फोगाट के केस में स्थिति अलग क्यों है…

मैरीकॉम का क्या है मामला…

दरअसल, मैरीकॉम को एक बार पौलेंड में Silesian ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट में खेलना था और इस वक्त वो 48 किलो वेट कैटेगरी में खेलना चाहती थीं, लेकिन उसके हिसाब से उनका वजन ज्यादा था। ऐसे में कैटेगरी निर्धारण के लिए होने वाले वजन से पहले ही उन्होंने अपना वजन कम कर लिया। बता दें कि उस वक्त मैरीकॉम ने कैटेगरी में डिसक्वालिफाई होने से बचने के लिए चार घंटे में दो किलो वजन कम किया था। उन्होंने बताया था कि उन्होंने एक घंटे तक स्किपिंग की और इस तरह वजन कम किया गया। 

एथलीट कैसे करते हैं वजन?

जब भी ऐसा होता है एथलीट कई तरह से बहुत कम समय में वजन कम कर लेते हैं। इसके लिए वे हैवी वर्कआउट करते हैं और इसके लिए खास तरह के कपड़े आते हैं, जिन्हें पहनकर वर्कआउट किया जाता है। इससे बॉडी से काफी ज्यादा पसीना निकलता है और कुछ ही घंटों में वजन कम हो जाता है। हालांकि, इसमें स्ट्रेस आदि फैक्टर भी काम करते हैं। एथलीट्स इस स्थिति में एक एफबीटी सूट पहनते हैं, जिससे शरीर में काफी हीट पैदा होती है और उससे पहनकर सोना बाथ लेते हैं। 

ऐसा करने से बॉडी से काफी तेज पसीना निकलता है और बार-बार टॉयलेट जाते हैं, ऐसा करने से बॉडी से वॉटर रिटेंशन कम होता है। वॉटर रिटेंशन कम करके एक बार के लिए काफी वजन कम कर दिया जाता है। इसके अलावा भी वाटर रिटेंशन कम करने के उपाय होते हैं, जिससे शरीर से पानी निकाला जाता है और वजन कम हो जाता है। 

विनेश फोगाट के केस में क्या हुआ?

अगर विनेश फोगाट के केस की बात करें तो इसमें रेसलर को वेट इन टाइम काफी कम मिलता है। रेसलिंग के नियमों के अनुसार, पहलवानों का मैच से पहले वजन होता है और अगर दो रेसलर दो दिन बाउट लड़ते हैं तो दो दिन उनका वजन किया जाता है। नियमों के अनुसार, जिस दिन बाउट होता है,उसी दिन हर पहलवान का वजन सुबह में होता है।

विनेश फोगाट की जीत के बाद अब 150 ग्राम अधिक वजन को लेकर आलोचक व कांग्रेस पीएम मोदी को आड़े हाथों ले रहे है। 

विनेश फोगाट की जीत के बाद अब सियासत की शुरुआत हो गई है।

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