गुरुग्राम, : धर्म की आड़ में सरकारी जमीन पर कब्जा कर वाहवाही लूटने वाले छूट भैया नेताओं के खिलाफ भाजपा सरकार ने कमर कस ली है। जिसका जीता जागता उदाहरण पाश क्षेत्र पालम विहार के सेक्टर 22बी में देखने को मिला। जहां पर एचएसवीपी की जमीन में गत रविवार को गांव मोलाहेडा के दबंगों ने धर्म की आड़ में वोटों की राजनीति के कारण अवैध कब्जा कर लिया था। जिसकी जानकारी जब विभाग के अधिकारियों को पहुंची तो उन्होंने तुरंत ही संज्ञान लेते कार्रवाई को अंजाम दे दिया।

विभाग की जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को हटाने के लिए शुक्रवार को एचएसवीपी विभाग ने पुलिस बल की सहायता से अस्थाई कब्जे को हटा दिया।

इस दौरान गांव के कुछ लोगों व महिलाओं ने आकर सरकारी काम में बाधा डालनी चाहिए लेकिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट की सुझबुझ व बातचीत से समझाने के बाद मामला शांत हुआ। वहीं गांव मोलाहेडा के ग्रामीणों ने स्वयं लिखित में लगाई गई मूर्तियों को हटाने के लिए दस दिन का समय मांगा है।

बता दें कि नजदीक के गांव मोलाहेडा के उत्तर की तरफ बने कम्युनिटी सेंटर के पास एचएसवीपी सैक्टर 22 बी के प्लाट नंबर 1101-1110 के पास गांव मोलाहेडा के दबंगों ने आरडब्ल्यूए के पदाधिकारीयों, स्थानीय पुलिस थाना के अधिकारियों व पुर्व सीएम के चहेते रहे एक छुट भैया नेता की शय पर करीब 40 साल पहले सरकार द्वारा अधिग्रहण की गई जमीन पर धार्मिक आस्था दादा भैया की आड़ में लोहे की टीन शेड डाल कर बीते रविवार को गांव की महिलाओं को गुमराह कर धर्म के नाम पर भटका कर कलश यात्रा निकालकर मूर्ती स्थापना करवा दी थी। जिसका कुछ जागरूक नागरिकों ने एतराज भी उठाया है, वहीं विभाग को भी इस बारे में अवगत कराया है। वहीं एक ग्रामीण ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि उक्त दबंगों ने सेक्टर 22 के तिकोना पार्क पर भी पश्चिम की तरफ धार्मिक आस्था के नाम पर इसी तरह सैक्टर के पार्क में मूर्ति स्थापित कर दी थी। जिस पर एक स्थानीय निवासी प्रीति गर्ग नामक महिला ने एतराज उठाया था,जिसका भी मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा हुआं है। जिसमें तो भ्रष्टाचार के आरोपी क्षेत्र के पार्षद रविंद्र की भी मिली भगत रही थी।

हीं अभी हाल ही गत दिनों हरियाणा प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में भी प्रशासन ने 150 धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे। जिनमें कई मंदिर तो करीब 200 साल पुराने भी सरकारी जमीनों पर बने हुए थे। जिसको हटवाया था। वहीं निकटवर्ती गांव वजीराबाद में भी इसी तरह के धार्मिक स्थान कोए कब्जा मुक्त कराया था।

क्या कहा ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने

जब इस बारे में ड्यूटी मजिस्ट्रेट नरेंद्र से बात की गई तो उनका कहना था कि सरकार तथा सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी सरकारी जमीन पर अवैध धार्मिक स्थल किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। विभाग द्वारा आज की कार्रवाई पुलिस बल की सहायता से की जा रही थी। तभी कुछ लोगों में महिलाओं ने कार्रवाई का विरोध जताया जो की बातचीत के बाद लोगों को चेतावनी दी। अगर 10 दिन में टीन शेड व मूर्तियां नहीं हटाई गई तो धार्मिक मूर्तियों को शीतला माता मंदिर में रखवा दिया जाएगा और सरकारी काम में बाधा डालने वालों पर सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

पुर्व सीएम के चहेते नेता ने कन्नी काटी, वहीं कांग्रेस नेता वर्धन यादव मौके पर पहुंचे

वहीं यह भी चर्चा है कि सरकारी जमीन पर धर्म की आड़ में अवैध कब्जा करने वालों के पक्ष में अब पूर्व सीएम के चहेते ने कन्नी काट ली है। वहीं कांग्रेस की टिकट पर बादशाहपुर विधानसभा से चुनाव लडने की तैयारी कर रहे युवा नेता वर्धन यादव वोटों की राजनीति में मौके पर पहुंचे थे। जब इस बारे में वर्धन यादव से उनके फोन पर बात की गई तो आवाज स्पष्ट नहीं सूनामी देने से उन्होंने सिर्फ यह ही कहा कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के वह बिलकुल खिलाफ है। रही धर्म के आस्था की बात तो उसमें वह जनता के साथ है।

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