सर्वे एजेंसी पीपुल्स पल्स रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन द्वारा कराया गया हरियाणा मूड सर्वे-2024  

आज चुनाव होने की स्थिति में बेहद करीबी मुकाबले में कांग्रेस को मामूली बढ़त हासिल हो सकती है   

भाजपा अपनी पुरानी ताकत हासिल करने के लिए अभी संघर्षरत : क्षेत्रीय दल हुए अप्रासंगिक  हरियाणा के चुनाव में उम्मीदवारों के चयन पर बहुत कुछ निर्भर करेगा : आवेश तिवारी, डॉ राजन पांडे, आर दिलीप रेड्डी     

चण्डीगढ़ : आने वाले दिनों में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं अपने विविधतापूर्ण परिवेश, कृषि और औद्योगिक पृष्ठभूमि की वजह से हरियाणा देश के महत्वपूर्ण राज्यों में से एक है। यहां आगामी चुनावों के मद्देनज़र सर्वे एजेंसी पीपुल्स पल्स रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन द्वारा हरियाणा मूड सर्वे-2024 कराया गया  सर्वे एजेंसी के निदेशकों आवेश तिवारी, डॉ राजन पांडे व आर दिलीप रेड्डी ने इस सर्वेक्षण से सामने आये नतीजों का खुलासा आज यहां चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता में किया जिसके मुताबिक  कांग्रेस हालिया लोकसभा चुनाव में मिली बढ़त को जारी रखे हुए है । 10 साल की सत्ता विरोधी लहर ने भाजपा को बैकफुट पर धकेल दिया है। पीपुल्स पल्स द्वारा किए गए मूड सर्वे के अनुसार कांग्रेस को 43 से 48 सीटें मिलने की उम्मीद है वहीँ भाजपा को 34 से 39 सीटें मिल सकती हैं अन्य पार्टियों (जेजेपी, आईएनएलडी+बीएसपी, आप और निर्दलीय) को 3-8 सीटें मिल सकती हैं। कई सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार बेहद करीबी मुकाबले में हैं। कम से कम 15 बैटलग्राउंड सीटें हैं जो चुनाव का परिणाम निर्धारित कर सकती हैं।   

आवेश तिवारी, डॉ राजन पांडे व आर दिलीप रेड्डी ने बताया कि उनकी संस्था पीपुल्स पल्स रिसर्च आर्गेनाइजेशन ने प्रदेश के सभी 22 जिलों में राजनीतिक और चुनावी नब्ज को टटोलने की कोशिश की है। इस हेतु उन्होंने पिछले एक माह में अपने विशेषज्ञों के माध्यम से प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों पर व्यापक जमीनी अध्ययन किया है  इस अध्ययन में हमने समूचे प्रदेश को 6  डिविजनों, संभागों में विभाजित किया और प्रत्येक विधानसभा के औसतन 125 से 150 मतदाताओं से बातचीत कर उनके राजनीतिक रुझान को जानने की कोशिश की है।   

उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण में इस बात का ख़ास तौर पर ख्याल रखा है कि हर एक विधानसभा में सभी समुदायों, वर्गों को अपनी बातचीत में शामिल कर सकें । इस सर्वेक्षण में प्रदेश के लगभग 15 हजार मतदाताओं से सीधी बातचीत की गई । यह बताना आवश्यक है कि लोकसभा चुनाव के बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के सर्वेक्षण का यह पहला चरण है। आने वाले दिनों में राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों  की सक्रियता, राजनीतिक घटनाक्रम, घोषणापत्र और उम्मीदवारों के चयन से इस सर्वे के नतीजों/-रुझानों  में परिवर्तन संभव है। ये  सर्वेक्षण आज की तिथि में राजनीतिक दलों की सीटवार स्थिति का मूल्यांकन है ।    

पार्टियों का वोट प्रतिशत   

पीपल्स पल्स रिसर्च द्वारा किए गए मूड सर्वे के अनुसार कांग्रेस को करीब 44 फीसदी और बीजेपी को करीब 41 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है। जेजेपी का वोट शेयर महज 2 फीसदी रहने की संभावना है, उसके बाद आईएनएलडी+बीएसपी को 3 फीसदी वोट हासिल होने की संभावना है । आप को 1 फीसदी और अन्य को 9 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।     

 उन्होंने ये भी बताया कि हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी के मध्य होने होने जा रहे मुख्य मुकाबले में क्षेत्रीय दलों की प्रासंगिकता ख़त्म हो रही है। इस चुनाव में निर्दलियों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है। किसी दल को बहुमत न मिलने पर इनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण होगी। सर्वेक्षण के नतीजों से संकेत मिल रहे हैं कि इस बार ग्रामीण इलाकों में मत प्रतिशत बढ़ सकता है।  दोनों ही बड़ी पार्टियों में गुटबाजी को लेकर जनता नाराज है और उसका बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।कांग्रेस और भाजपा के कई वर्तमान विधायकों और मंत्रियों के कामकाज को लेकर जनता में नाराजगी है। जीत हासिल करने के लिए दोनों ही पार्टियों को कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटने होंगे।   सर्वेक्षण में शहरी क्षेत्र की जनता मतदान को लेकर उदासीन दिखाई दे रही है । 

कंपनी का सर्वे है, हमारी इसमें कोई भूमिका नहीं है। हमारे विचार से यह चुनावों को प्रभावित करने के लिए किसी पार्टी की रणनीति भी हो सकती है।

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