हरियाणा रेलवे के लिए बजट आवंटन में हुई वृद्धि 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए हरियाणा को 3383 करोड़ रुपए मिले 15875 करोड़ रुपए के रेलवे प्रोजेक्ट्स हरियाणा में चल रहे हरियाणा में 34 स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित करने की तैयारी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का किया धन्यवाद चंडीगढ़, 24 जुलाई – हरियाणा को रेल बजट के तहत कई सौगातें मिली हैं, जिसके तहत हरियाणा रेलवे के लिए बजट आवंटन में वृद्धि हुई है। वर्ष 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए हरियाणा को 3383 करोड़ रुपए मिले हैं। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने इस सौगात के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव का धन्यवाद व्यक्त किया है। श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि वर्ष 2009-2014 के समय हरियाणा के लिए रेलवे का बजट 315 करोड़ रुपए औसत था, जबकि हमारी डबल इंजन की सरकार ने निरंतर रेलवे बजट में वृद्धि की है, परिणामस्वरूप आज ये बजट बढ़कर 3383 करोड़ रुपए हुआ है। इस प्रकार पिछली सरकार के मुकाबले बजट में 11 गुणा की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि 15875 करोड़ रुपए के रेलवे प्रोजेक्ट्स हरियाणा में चल रहे हैं। आरआरटीएस परियोजना को भी तेज गति से किया जा रहा है। इतना ही नहीं, 1195 किलोमीटर में नए ट्रैक बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में 14 परियोजनाएं चल रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले आरओबी तथा आरयूबी के निर्माण का कार्य धीमी गति से चल रहा था, जबकि वर्ष 2014 के बाद से प्रदेश में 508 रेल फ्लाईओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण हो चुका है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में शत प्रतिशत रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा, हरियाणा में 34 स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें अंबाला कैंट, अंबाला सिटी, बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, भट्टू, भिवानी जंकशन, चरखी दादरी, फरीदाबाद, फरीदाबाद न्यू टाउन, गोहाना, गुरुग्राम, हांसी, हिसार, होडल, जींद जंक्शन, कालांवली, कालका, करनाल, कोसली, कुरुक्षेत्र जंक्शन, लोहारू, महेन्द्रगढ़, मंडी आदमपुर, मंडी डबवाली, नारनौंद, नरवाना जंक्शन, पलवल, पानीपत जंक्शन, पटौदी रोड, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा, सोनीपत और जगाधरी- यमुनानगर शामिल हैं। Post navigation हरियाणा के 19 जिलों में सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सिटी सर्विलांस सिस्टम का विस्तार लगभग 3500 सरकारी डाक्टरों की हडताल ……आमजनों, गरीबों को ईलाज करवाने में गंभीर समस्याएं : विद्रोही