कांग्रेस सरकार में चल रही ओबीसी की पॉलिसी को भाजपा ने किया था निरस्त, चुनाव के मद्देनजर अब दोबारा किया लागू : लाल बहादुर खोवाल

कांग्रेस सरकार में चल रही ओबीसी पॉलिसी के नाम पर भाजपा लूट रही वाहवाही : लाल बहादुर खोवाल

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने कहा, भाजपा ने पहले निरस्त की कांग्रेस सरकार में चल रही ओबीसी पॉलिसी, अब मजबूरी में की लागू

हिसार : महेंद्रगढ़ में आयोजित ओबीसी सम्मान सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई घोषणाओं की सच्चाई का खुलासा हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने किया है। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि गृहमंत्री ने ओबीसी क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर 8 लाख करने और इसमें वेतन एवं कृषि आय को शामिल नहीं करने की बात कही है। खोवाल ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि पहले कांग्रेस सरकार के समय ओबीसी के लिए यही पॉलिसी लागू थी। भाजपा सरकार आते ही इस पॉलिसी को निरस्त करके पिछड़ा वर्ग के साथ खिलवाड़ किया गया है। इस पॉलिसी के निरस्त होने से ओबीसी के लाखों युवा नौकरियों से वंचित रह गए। देखा जाए तो भाजपा ने युवाओं के भविष्य को धूमिल करने का काम किया है।

एडवोकट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को सबक सिखाने का काम किया है। अक्टूबर में हरियाणा विधानसभा चुनाव होने तय हैं। जनविरोधी नीतियों के चलते अब भाजपा को जनाधार खिसकता दिख रहा है। इसलिए कांग्रेस सरकार के दौरान जो ओबीसी के लिए पॉलिसी थी, भाजपा ने उसे दोबारा लागू किया है। उन्होंने कहा कि असलियत तो यह है कि निरस्त की गई पॉलिसी को दोबारा लागू करके भाजपा वाहवाही लूटने की कोशिश कर रही है। लगभग 15 दिन पूर्व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में ओबीसी क्रीमीलेयर के संदर्भ में नोटिफिकेशन जारी करने के साथ-साथ यह भी घोषणा की थी कि प्रथम व द्वितीय श्रेणी की नौकरियों में 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत तक रिजर्वेशन करेंगे। उन्होंने इस संदर्भ में पोर्टल पर भी जानकारी साझा की थी लेकिन बाद में इस घोषणा को पोर्टल से हटा लिया गया। मंगलवार को महेंद्रगढ़ में आयोजित समारोह में 27 प्रतिशत रिजर्वेशन के संदर्भ में न तो गृह मंत्री अमित शाह ने और न ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कोई आधिकारिक घोषणा की। इससे यह स्पष्ट हो गया कि गुरुग्राम में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा मात्र चुनावी जुमला था। वास्तव में रिजर्वेशन को बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने की भाजपा की कोई नीयत नहीं है।

खोवाल ने कहा कि पिछले दस वर्षों से केंद्र व हरियाणा में भाजपा की सरकार है लेकिन भाजपा ने कभी पिछड़ा वर्ग की सुध नहीं ली। दोनों बार बड़े-बड़े वादे करके और पिछड़ा वर्ग को बरगलाकर भाजपा ने वोट बटोरे हैं। जब से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए घोषणाओं का पिटारा खोला है तब से बीजेपी बोखलाई हुई है। अब अक्टूबर में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा एक बार फिर वही स्टंट रच रही है। अब बैकवर्ड समाज को भ्रमित करने के लिए लोकलुभावन घोषणाएं की जा रही हैं। खोवाल ने कहा कि अब भाजपा का पर्दाफाश हो चुका है और जनता उसके बहकावे में नहीं आने वाली है। उन्होंने कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों और झूठे वादों के चलते आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाकर सत्ता से बाहर कर देगी।

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