हुड्डा साहब कान खोल कर सुन ले मैं बनिए का बेटा हूं और….. कांग्रेस ने कर्नाटक में मुसलमान को आरक्षण दिया बीजेपी हरियाणा में ऐसा नहीं होने देगी: गृहमंत्री हरियाणा में ओबीसी समाज को लेकर तीन निर्णय का नोटिफिकेशन शाह राव इंद्रजीत सिंह व रामवबिलास शर्मा की प्रशंसा की भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में ‘पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन’ को संबोधित करते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि हरियाणा की भूमि वीरों की भूमि है। यहां की माताओं ने अपने जवान बेटों को सेना में भेजा है। इस मौके पर अमित शाह ने कांग्रेस के साथ-साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हुड्डा साहब कह रहे थे कि हम (कांग्रेस) बीजेपी से उनकी सरकार का हिसाब मांग रहे हैं। हुड्डा साहब कान खोल कर सुन लें, मैं बनिया का बेटा हूं, पाई-पाई का हिसाब दे रहा हूं। शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर कांग्रेस के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान को लेकर निशाना साधते हुए कहा, ‘हुड्डा साहब, आपको 10 साल के कुशासन और हरियाणा को विकास से वंचित रखने का हिसाब देना होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहीरवाल से हरियाणा के विधानसभा चुनावों का आगाज कर दिया है। बुधवार को महेंद्रगढ़ के पाली में आयोजित प्रदेशस्तरीय पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से लेकर प्रदेश भाजपा के अधिकांश दिग्गज नेताओं को वेट दिया। उन्होंने अहीरवाल के नेता राव इंद्रजीत सिंह, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह से लेकर पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ का राजनीतिक कद बढ़ाने का काम किया। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से पिछड़ों की विरोधी रही है। कांग्रेस ने हमेशा से ओबीसी का विरोध किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारों ने पिछड़े वर्ग के बहनों-भाइयों के कल्याण के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं। ‘कांग्रेस ने हरियाणा के विकास के लिए कुछ नहीं किया’ अमित शाह ने आगे कहा कि बीजेपी ने संपूर्ण हरियाणा का विकास किया है। हरियाणा के पिछड़ा वर्ग ने हमेशा बीजेपी को आशीर्वाद दिया है। अब बीजेपी का कर्तव्य बनता है कि जितना आपने किया है, उससे ज्यादा कार्य करके हम आपके पास आएं। कांग्रेस ने हरियाणा के विकास के लिए कुछ नहीं किया। नायब सिंह सैनी की कैबिनेट ने तीन निर्णय लिए हैं- क्रीमी लेयर की सीमा 6 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दी गई है। इन 8 लाख में तनख्वाह और कृषि की आय भी नहीं गिनी जाएगी। गृह मंत्री ने कहा कि अब हर बच्चे को ओबीसी का फायदा मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस कर्नाटक में पिछड़ा वर्ग ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुस्लमानों को देना चाहती है कि अगर हरियाणा में इनकी सरकार बन गई तो वे यहां भी ऐसा ही करेंगे। इंदिरा ने मंडल आयोग को ठंडे बस्ते में डाला गृहमंत्री शाह ने यहां ‘पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण प्रदान करने के लिए 1950 के दशक में गठित काका कालेलकर आयोग का जिक्र करते हुए कहा कि, कांग्रेस ने इसकी सिफारिशों को वर्षों तक लागू नहीं किया। मंत्री शाह ने कहा, 1980 में (तत्कालीन प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। इसे 1990 में जब स्वीकार किया, तो (पूर्व प्रधानमंत्री) राजीव गांधी ने ढाई घंटे का भाषण दिया था और ओबीसी आरक्षण का विरोध किया था। हरियाणा में नहीं देंगे मुसलमानों को आरक्षण मंत्री शाह ने कहा, ”कर्नाटक में कांग्रेस ने पिछड़े वर्गों से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे दिया। अगर वे यहां (सत्ता में) आते हैं तो यहां भी ऐसा ही होगा। उन्होंने कहा, ”मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में मुसलमानों के लिए आरक्षण की अनुमति नहीं देंगे।” शाह ने कहा कि भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ हरियाणा में सरकार बनाएगी। हरियाणा में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। शाह का पिछले एक पखवाड़े में हरियाणा का यह दूसरा दौरा है। उन्होंने 29 जून को पंचकूला में पार्टी की विस्तारित राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। हाल ही में शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार ने ओबीसी के ‘क्रीमी लेयर’ के लिए वार्षिक आय सीमा 6 से बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दी है। सैनी ने 24 जून को इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा था कि इससे ओबीसी वर्ग को रोजगार में ”काफी लाभ” मिलेगा। वहीं अमित शाह ने नायब सिंह सैनी को लेकर कहा कि ये सीएम बनने के बाद भी कॉमन मैन है इनका दरवाजा 24 घंटे 365 दिन आपके लिए खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नायब सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनकर ओबीसी समाज को बड़ा तोहफा दिया है। पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में उमड़े जनसमूह से गदगद नज़र आए अमित शाह के भाषण में 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों की टीस भी साफ झलकी। 2014 में भाजपा पहली बार 47 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी। पांच वर्षों बाद यानी 2019 के चुनावों में भाजपा बहुमत से पीछे रह गई। पार्टी की चालीस ही विधानसभा हलकों में जीत हुई। ऐसे में दस विधायकों की जननायक जनता पार्टी (जजपा) के साथ गठबंधन करके सरकार का गठन करना पड़ा। अमित शाह ने इस बार हरियाणा में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है। यहां बता दें कि भाजपा को लगातार दो बार सत्ता में लाने में सबसे बड़ी भूमिका दक्षिण हरियाणा की ही रही है। अमित शाह इस बात को भी भूल नहीं। अहीरवाल सैनिक बाहुल्य इलाका है। इसलिए उन्होंने बार-बार इस धरती को नमन किया और सैनिकों की माताओं को सम्मानित बताते हुए इस बड़े वोट बैंक को साधने की भी कोशिश की। अहीरवाल में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के नेतृत्व का जिक्र करते हुए उन्होंने शहीद राव तुलाराम को भी याद किया। इतना ही नहीं, भाजपा के पूर्व प्रदेश एध्यक्ष और हरियाणा के शिक्षा मंत्री रहे प्रो. रामबिलास शर्मा को ‘धरतीपुत्र’ बताकर उन्होंने पार्टी के इस वरिष्ठ नेता का भी राजनीतक कद बढ़ाने का काम किया। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद का भी उन्होंने विशेष रूप से जिक्र किया। भिवानी-महेंद्रगढ़ से लगातार तीसरी बार सांसद बने धर्मबीर सिंह को ‘लोकप्रिय’ बताते हुए अमित शाह ने उनके सम्मान में विशेष रूप से लोगों से तालियां बजवाईं। राजनीतिक रूप से ‘बैकफुट’ पर दिख रहे पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का नाम लेकर अमित शाह ने यह संदेश देने की कोशिश की कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मान-सम्मान में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। संयोग से जितने भी नेताओं के नाम अमित शाह की जुबान पर आए, उनमें से अधिकांश मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी रहे हैं। अब चूंकि विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में अमित शाह पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को मजबूत करने की कोशिश करते नज़र आए ताकि चुनावों में इसका फायदा मिल सके। नायब और मनोहर की भी तारीफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अलावा पूर्व सीएम तथा केंद्रीय बिजली आवास व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल की भी खुलकर तारीफ की। शाह ने कहा कि भाजपा ने पिछड़ा वर्ग और गरीब परिवार के बेटे नायब सिंह सैनी को प्रदेश का नेतृत्व सौंपा है। उन्होंने कहा कि अब इन्हीं (नायब सैनी) के नेतृत्व में हरियाणा आगे बढ़ेगा। इसी तरह से पूर्व सीएम मनोहर लाल की प्रशंसा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के दस वर्षों में हरियाणा को केंद्र से महज 41 हजार करोड़ रुपये मिले। वहीं नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल की दस वर्षों की सरकार में हरियाणा को 259 हजार करोड़ रुपये मिले। इसे पूरा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तथा गुरुग्राम से सांसद तथा केंद्र में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने विचार रखें। Post navigation भाजपा को नही स्वीकार रहे जाट इसलिए लाई सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला भाजपा शासन में पिछड़ा वर्ग को मिल रहा पूरा मान सम्मान – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी