एक ही काम की फर्जी कागजात के आधार पर 62 लाख और 50 लाख की दो फाइल बनाई

नगर निगम के 200 करोड़ के घोटाले के बाद भी नहीं नहीं चेता शासन-प्रशासन

चण्डीगढ/फरीदाबाद, 16 जुलाई 2024 – एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने फरीदाबाद नगर निगम का एक और बड़ा घोटाला उजागर किया है। इस घोटाले में नगर निगम के अधिकारियों ने एक ही विकास कार्य के लिए कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा की संस्तुति के फर्जी कागजात के आधार पर दो फाइल बना दी। एक फाइल 62 लाख की बनाई तो दूसरी फाइल 50 लाख रुपये की तैयार की। नगर निगम में 200 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद यह एक और बड़ा घोटाला है। विधायक नीरज शर्मा ने इस मामले के कागजात नगर निगम आयुक्त मोना ए.श्रीनिवास के समक्ष पेशकर घोटाले में शामिल अधिकारियों और ठेकेदार ब्रजलाल चौरसिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर विजिलेंस से जांच कराने की मांग की है।

विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि नगर निगम फरीदाबाद में 200 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों का पेट नही भर रहा है। नेताओं के साथ सांठ-गांठ करके खुलकर भष्ट्राचार कर रहे हैं नगर निगम के अधिकारी। विधायक नीरज शर्मा का कहना है कि इसलिए वह सरकार से बार-बार मांग कर रहा था कि नगर निगम के 200 करोड़ रुपये के घोटाले की सीबीआई जांच करवाई जांए। सरकार ने उनकी बातों को गम्भीरता से नहीं लिया, दोषियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की, यही कारण है कि नगर निगम के अधिकारी घोटाले करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि राजीव कालोनी के लोग उनके कार्यालय पर अपनी गली की नारकीय स्थिति होने के कारण उनसे कार्यालय पर आकर मिले। उसके बाद जब नगर निगम अधिकारियों से बात करके फाईल की कापी देखी तो पता चला की एक और घोटाला तैयार है।

विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि फाईल देखने पर पता चला कि दिनांक 03 अप्रैल 2023 को केबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने आयुक्त नगर निगम फरीादाबाद को पत्र लिखा कि पूर्वी राजीव कालोनी हाेली चौक गली नंबर 1 से 11 तक गलियों में इंटरलांकिंग टाईल, सीवर लाईन, पानी की लाईन डाली जाए उसके लिए नगर निगम ने लगभग 62 लाख का कार्य आवंटित किया गया और उसके बाद उसी नाम से एक फाईल और तैयार करके लगभग 50 लाख का कार्य आवंटित कर दिया गया।

विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर तुरंत मुख्य अभियंता से मिले और पूरी फाईल देखने के बाद नगर निगम आयुक्त से तुंरत जाकर मिले और उनको पूरे धोटाले से अवगत करवाया। आयुक्त नगर निगम ने तुरंत सज्ञांन लेते हुए मामले की जांच करने के आदेश दिए है।

विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि इस मामले सबसे हैरानी की बात है कि दोनो फाईले केबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के पत्र जाने के बाद तैयार की गई है। लगभग 50 लाख वाली फाईल में जो मंत्री जी का पत्र है वह 2023 का है और अधिकारी के हस्ताक्षर 2022 के है। यह कैसे सम्भंव है।

विधायक नीरज शर्मा ने मांग की है कि इस मामले पर उच्च अधिकारी तुरंत सज्ञंान लेकर एफ.आई.आर दर्ज करवांए और इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच हो।

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