बेटियों के लिए प्रदेश का पहला सेल्फ डिफेंस केन्द्र अम्बाला शहर में खोला जाएगा : असीम गोयल

– महिला एवं बाल विकास विभाग ” हमारी लाडो” नाम से  शुरू करेगा एफ.एम.चैनल

– प्रत्येक जिला में एक चौक का नाम रखा जाएगा  “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ चौक”

– 442 सर्वोत्तम माताओं को अवार्ड देकर किया सम्मानित

चंडीगढ़ , 15 जुलाई – हरियाणा के महिला एवं बाल विकास मंत्री श्री असीम गोयल ने घोषणा की कि बेटियों को आत्मसुरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने हेतु प्रदेश का पहला सेल्फ डिफेंस केन्द्र अम्बाला शहर में खोला जाएगा। इसके अलावा, महिला एवं बाल विकास विभाग ” हमारी लाडो” नाम से  अपना एफ.एम.चैनल शुरू करेगा जो कि देश में इस विभाग द्वारा अपनी ही तरह का पहला चैनल होगा। उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक जिला में  कम से कम एक चौक का नाम “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” चौक रखा जाएगा।

श्री असीम गोयल आज अम्बाला में सर्वोत्तम माता पुरस्कार के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 442 सर्वोत्तम माताओं को अवार्ड देकर सम्मानित भी किया।

महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि माँ ब्रह्मा का स्वरूप है और माँ हमेशा अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देते हुए जीवन में आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करती है।

उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों को आत्मरक्षा में निर्भर बनाने के लिए ‘मैं भी लक्ष्मीबाई’ योजना के तहत हरियाणा में पहला सेल्फ डिफेंस केन्द्र राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल पुलिस लाइन अंबाला शहर में खोला जाएगा। इसी प्रकार भारत में हरियाणा का महिला एवं बाल विकास विभाग पहला ऐसा विभाग होगा, जो अपना एफ.एम.चैनल शुरू करने जा रहा है। “हमारी लाडो” के नाम से यह जल्द ही शुरू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में महिला सरपंचों का एक राज्य स्तरीय सम्मेलन किया जाएगा, जिसमें महिला सरपंचों  को प्रेरित किया जाएगा कि वे अपने गांवों में लिंगानुपात सुधार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। उन्होंने यह भी बताया कि अंबाला की तर्ज पर राज्य के प्रत्येक जिला में  “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” चौक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही पंचकूला में भी इस चौक का निर्माण किया जाएगा।

श्री असीम गोयल ने यह भी बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के उद्देश्य से आंगनवाड़ी वर्करों को ” बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” के बेज दिये जा रहे हैं। वह इसको अपनी ड्रेस पर लगाएंगी, जिससे समाज में एक संदेश जाएगा। केंद्र व प्रदेश सरकार महिलाओं के अस्तित्व, शिक्षा, स्वास्थ्य व उनके गौरव को बढ़ाने के लिये निरंतरता में कार्य कर रही है।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बजट में विशेष बढ़ोतरी की गई है ताकि बच्चों व महिलाओं के विकास के लिये कार्य किया जा सके। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये भी कार्य किये जा रहे हैं। मातृत्व उद्यमिता योजना के तहत 3 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवाने का काम किया जा रहा है।

इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक मोनिका मलिक ने भी विचार रखे।

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