नदियों के तटबंधों को मजबूत करने के लिए नहीं किया कोई काम: अनुराग ढांडा पिछले साल की बाढ़ से हुआ लाखों लोगों को नुकसान: अनुराग ढांडा 1 लाख 30 हजार किसानों को अब तक नहीं मिला कोई मुआवजा: अनुराग ढांडा बीजेपी सरकार को लोगों के जान-माल के नुकसान से कोई लेना-देना नहीं: अनुराग ढांडा हरियाणा के लोग इस बार भाजपा को सबक सिखाने का काम करेंगे: अनुराग ढांडा चंडीगढ़, 7 जुलाई – आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने प्रदेश में तटबंधों के मजबूत नहीं करने से मंडरा रहे बाढ़ के खतरे को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आगामी मानसून के सीजन को देखते हुए नदियों के तटबंधों को मजबूत करने के लिए बीजेपी सरकार ने कोई काम नहीं करवाया। पिछले साल की बाढ़ से लाखों लोगों का जान माल का नुकसान हुआ था। बीजेपी सरकार को प्रदेश के किसानों और लोगों से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की बाढ़ से लाखों लोगों का नुकसान हुआ था। इसके बावजूद भी बीजेपी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि पिछले बार बाढ़ से हुए नुकसान के 1 लाख 30 हजार आवेदन आए थे, लेकिन बीजेपी ने एक भी पैसे का मुआवजा जारी न कर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया। आज स्थिति ये कि कुरुक्षेत्र और अंबाला जिले के जिन किसानों की फसल पानी में डूबी थी। वहां आजतक भी सूखी रेत की सफाई नहीं हुई है। इसके साथ पिछली बार की बाढ़ से कोई सबक लेने का काम नहीं किया गया। यमुना के किनारे सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर में पिछले एक दशक से तटबंधों को मजबूत करने का कोई काम नहीं हुआ। इसके कारण हर बार मानसून की बारिश में हरियाणा में बाढ़ आ जाती है। वहीं बीजेपी सरकार की शह पर यमुनानगर, अंबाला से लेकर सोनीपत और पानीपत में अवैध खनन का काम जोरों से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अंबाला जिले में टांगरी नदी और मारकंडा नदी के भी खूब उत्पात मचाया था। उसके तटबंधों को मजबूत करने का भी कोई काम नहीं किया गया। घग्गर जोकि कैथल से सिरसा और फतेहाबाद की तरफ जाती है। उसके तटबंधों को मजबूत करने का कोई भी काम नहीं किया गया। हरियाणा के लोगों के जान माल से बीजेपी सरकार को कोई लेना देना नहीं है। बीजेपी केवल अपनी राजनीति में मशगूल है। पिछले बार भी नदी के तटबंधों को मजबूत करने के लिए जो करोड़ों रुपए आए थे, वो भी वापस चला गया, लेकिन बीजेपी सरकार ने कोई भी काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि बीजेपी सरकार ने पिछली बार की बाढ़ से कोई सबक नहीं लिया है। बीजेपी सरकार इस बार भी महज खानापूर्ति करने का काम करवा रही है। बरसात शुरू होने के बाद ही नदियों के तटों पर पत्थर डालने का काम शुरू किया है। इस बार भी प्रदेश के 13 जिलों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। अगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह को लोगों की जान माल की परवाह नहीं है। लोग इसका जवाब आने वाले चुनावों में वोट की चोट से देने का काम करेंगे। इस बार हरियाणा के लोग बीजेपी को सबक सिखाने का काम करेंगे। Post navigation बिखरी हुई कांग्रेस भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं है : डा. सतीश पूनिया मुख्यमंत्री नायब सिंह ने करनाल में अटल पार्क में बुजुर्ग महिलाओं के साथ सांझी करी मन की बात