चंडीगढ़, 5 जुलाई-प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा में क्रांतिकारी सुधार और प्रदेशभर में बच्चों में सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के उदेश्य से, हरियाणा में संपर्क कार्यक्रम के तहत शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के दौरान अतिरिक्त 1000 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम शुरू किए जाएंगे। मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद की अध्यक्षता में आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी उपायुक्तों के साथ एक बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई। वर्तमान में, हरियाणा में 6600 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम चलाए जा रहे हैं। कार्यक्रम के विस्तार का उद्देश्य राज्य की प्राथमिक शिक्षा प्रणाली में नवीन शैक्षिक प्रौद्योगिकियों को और एकीकृत करना है। श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इसके माध्यम से बुनियादी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम की शुरुआत विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने तकनीकी रूप से उन्नत और समावेशी शिक्षा प्रणाली के लिए संपर्क फाउंडेशन के साथ सहयोगात्मक प्रयासों का भी उल्लेख किया और सभी उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में संपर्क कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन की निगरानी करने के निर्देश दिए। स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग ने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम की शुरुआत से प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों में सीखने के परिणामों और सूक्ष्म दक्षताओं में 35 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने शिक्षकों को व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करने तथा उन्हें नई तकनीकों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने में भी संपर्क फाउंडेशन की भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारियों और खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा इस सम्बन्ध में प्रगति की निगरानी के लिए जिला-स्तरीय डैशबोर्ड स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षिक अनुभव को और समृद्ध करने के लिए अंग्रेजी और गणित में डिजिटल शिक्षण सामग्री विकसित की जा रही है। साथ ही, स्मार्ट क्लासरूम अवधारणा को प्रभावी ढंग से लागू करने में शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए संपर्क स्मार्ट शाला के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। संपर्क फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. के. राजेश्वर राव ने निपुण भारत कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन में देश का पहला राज्य बनने के लिए हरियाणा की सराहना की। उन्होंने बताया कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज के पूर्व सीईओ विनीत नायर और उनकी पत्नी अनुपमा नायर द्वारा 2005 में स्थापित संपर्क फाउंडेशन, प्राथमिक शिक्षा और सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए समर्पित एक प्रमुख गैर-सरकारी संगठन है, जो वर्तमान में देश के 8 राज्यों में 1.25 लाख सरकारी स्कूलों को कवर करता है। डॉ. राजेश्वर ने इस बात पर बल दिया कि संपर्क फाउंडेशन, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के सहयोग से संपर्क स्मार्ट शाला शिक्षा शास्त्र को राज्य के शिक्षा ढांचे के साथ एकीकृत किया जा रहा है। Post navigation जेजेपी के 10 से ज्यादा पदाधिकारियों ने ज्वाइन की कांग्रेस 8 जुलाई तक करें परिवार पहचान पत्र संबंधी शिकायतों का समाधान