विभिन्न विभागों में दो लाख पद खाली, एचकेआरएन  के तहत कार्यरत 1.18 लाख युवाओं को नियमित नौकरी दे सकती है सरकार

कांग्रेस सरकार आने पर एचकेआरएन को भंग कर युवाओं को दी जाएंगी पक्की नौकरी  

चंडीगढ़/सिरसा, 02 जुलाई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, उत्तराखंड की प्रभारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य एवं सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस (इंडिया गठबंधन) की नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में खाली पड़े दो लाख पदों पर हरियाणा रोजगार कौशल निगम के तहत कार्यरत एक लाख 18 हजार युवाओं को नियमित नौकरी दे सकती है पर एचकेआरएन के माध्यम से सरकार युवाओं का शोषण कर रही है और बेरोजगारी की कतार में लगे लाखें युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।  चुनाव में अपनी हार देखकर अब प्रदेश सरकार लोगों को गुमराह करने के लिए घोषणाओं पर घोषणाएं कर रही है जबकि पहले की गई घोषणाओं पर आज तक अमल नहीं किया गया है। जुमलेबाज और झूठी घोषणाएं करने वाली भाजपा को प्रदेश का युवा ही नहीं प्रदेश की जनता सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगी।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि  जिस प्रकार केंद्र सरकार ने सेना में युवाओं को पक्की नौकरी न देकर अग्निवीर योजना लागू कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ की जा रही है ठीक ऐसा ही हरियाणा में किया जा रहा है, जहां पर दो लाख सरकारी पद खाली पड़े हुए है वहीं सरकार हरियाणा रोजगार कौशल निगम के तहत युवाओं को 15000 से 22000 रुपये प्रतिमाह मानदेय पर रखा गया है, इन युवाओं में उच्च शिक्षित पीएचडी तक है, दस साल बाद वे ओवरएज हो जाएंगे जो पक्की नौकरी के लायक भी नहीं रहेंगे। सरकार ने एचकेआरएन के कर्मचारियों के वेतन में 08 प्रतिशत की वृद्धि की है, सरकार ने एक प्रकार उनके साथ धोखा किया है क्योंकि पिछले 08 सालों में सरकारी कर्मचारियों का डीए 46 प्रतिशत तक बढ़ा है। सरकार प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है, जबकि सरकार एचकेआरएन के तहत पहले से कार्यरत कर्मचारियों की नौकरी को पक्का कर देना चाहिए। खाली पदों पर नियमित भर्ती की जिम्मेदारी से प्रदेश सरकार क्यों भाग रही है।

कांग्रेस की सरकार आने पर एचकेआरएन को किया जाएगा भंग

उन्होंने कहा कि हरियाणा में हरियाणा कौशल विकास योजना के तहत युवाओं के साथ एक मजाक किया गया। 118000 से अधिक युवाओं को पिछले अनेक सालों से कच्ची नौकरियां देकर उनके भविष्य को बिगड़ा जा रहा है, अनेक युवा सरकारी नौकरी समझकर ओवरएज हो गए हैं लेकिन सरकार सुनने वाली नहीं है। तीन माह बाद विधानसभा के चुनाव होने है ऐसे युवाओं को गुमराह करने के लिए उनके वेतन में  मात्र 08 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है जबकि जो कर्मचारी इसे कई गुना अधिक सैलरी ले रहे हैं उन्हें पिछले 2018 से अब तक  46 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। सरकार बार-बार युवाओं को गुमराह कर रही है कि 50000 नए युवाओं को नौकरी देंगे जबकि 23000 युवाओं पर नौकरी हटाने की तलवार लटकी हुई है।  सरकार के गलत निर्णय से और कौशल विकास योजना के तहत पिछले दरवाजे से युवाओं को नौकरी दी गई है इसमें आरक्षण का भी ध्यान नहीं रखा गया कांग्रेस सरकार आने पर कौशल विकास योजना को भंग किया जाएगा तथा युवाओं को पक्की नौकरियां दी जाएगी।

हरियाणा में इस वक्त देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की लकवाग्रस्त नीतियां युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बना रही है। पढ़े लिखे, योग्य युवा हताशा में डूबे हुए है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के ताजा आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में इस वक्त देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है। यही वजह है कि काम नहीं मिलने से हताश युवा नशे और अपराध की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। इस पर सरकार की चुप्पी उनकी संवेदनहीनता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि  अलग-अलग सरकारी महकमों में खाली पदों को भरना, नए पद सृजित करना, औद्योगिक विकास के जरिए रोजगार पैदा करना सरकार की जिम्मेदारी है। अगर वह ऐसा नहीं कर पाती तो इसका खामियाजा युवा पीढ़ी और पूरे समाज को भुगतना पड़ता है।

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