नई दिल्ली. कांग्रेस की संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक के दौरान शनिवार को संसद का सेंट्रल हॉल उस वक्त ठहाकों से गूंज गया, जब पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीपीपी के प्रमुख के लिए सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा और कहा कि अगर आप प्रस्ताव स्वीकार नहीं करेंगी तो मैं आपके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दूंगा.

कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक उस समय काफी दिलचस्प हो गई, जब पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोनिया गांधी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कह दी. इसके बाद पुराने संसद का सेंट्रल हॉल ठहाकों से गूंज उठा. दरअसल, बैठक के दौरान पार्टी संसदीय दल नेता चुनने की बात चल रही थी. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव किया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया.

संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली-वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद राहुल गांधी समेत पार्टी के सांसद मौजूद हैं. बैठक में मौजूद नेताओं की इंट्रोडक्शन कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल करवा रहे थे.

सोनिया गांधी के संसदीय दल (सीपीपी) के नेता चुने जाने के बाद किसने क्या कहा?

कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कहा, ‘यह बड़ी बात है कि हमारी नेता फिर से CPP नेता बनी है, वे हमारा मार्गदर्शन करेंगी…’ कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, ‘हमारे लिए एक भावुक पल था, हमने दोबारा सोनिया गांधी का कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष पद के लिए समर्थन किया. जब हमारे दल की स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी, तब सोनिया गांधी ने हम सब को संबोधित करते हुए कहा था कि हम उस समय से उबर जाएंगे. उन्हीं शब्दों के नतीजे आज आपको वर्तमान में दिखाई दे रहे हैं.’

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