राव इंद्रजीत की जीत का मार्जिन …. 2024 में 2009 से भी कम ही रह गया राव की जीत का आंकड़ा 

वर्ष 2024 में 19 के मुकाबले वोट भी कम मिले और मार्जिन भी  घटा

लाखों की जीत का मार्जिन हजारों की संख्या में सिमट गया

जीत का मार्जिन बढ़ाना चुनौती 22  मई को प्रकाशित हुआ समाचार

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम । जब मुकाबला हो तो सामने वाले प्रतिद्वंद्वी को कमजोर नहीं आंकना चाहिए । ओवर कॉन्फिडेंस कहा जाए  या फिर कुछ और ही समझा जाए । लेकिन बात जब चुनावी विश्लेषण की हो तो चर्चा भी अवश्य बनती है । एक तरफ दुनिया की सबसे बड़ी पॉलीटिकल पार्टी होने की दावेदार भारतीय जनता पार्टी और दूसरी तरफ सबसे पुरानी पॉलीटिकल पार्टी कांग्रेस उनके उम्मीदवार एक दूसरे के मुकाबले में गुड़गांव संसदीय क्षेत्र से मतदाताओं के बीच पहुंचे। मतदान होने के बाद चुनाव परिणाम भी सामने आ चुका है । भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह को 8 लाख 8336 वोट मिले और कांग्रेस के राज बब्बर को 733257 वोट प्राप्त हुए । इस प्रकार भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह ने कमल का फूल थाम कर भाजपा की टीम में रहते हुए अपनी जीत की हैट्रिक 75079 वोट के अंतर से पूरी कर ली।

लाख टके का सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या और कौन से कारण रहे , अहीरवाल और दक्षिणी हरियाणा के कद्दावर राजनेता राव इंद्रजीत की जीत का मार्जिन 2009 के मुकाबले 2024 में और भी कम हो गया । चुनाव प्रचार के दौरान राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा यह दावा भी किया गया इस बार हरियाणा में सबसे बड़ी जीत गुड़गांव की होगी। कभी उनके द्वारा अपनी जीत का दावा चार लाख तो कभी 8 लाख वोट से होने का किया गया । जो भी चुनाव परिणाम है वह आप सभी के सामने आ चुका है। इसके साथ ही लोगों के बीच में चर्चाओं का दौर भी आरंभ हो चुका है । 22 मई को ही समाचार ‘राव इंद्रजीत के लिए अपनी जीत का मार्जिन बढ़ाना चुनौती’ मुख्य रूप से प्रकाशित भी हुआ। समाचार के दावे के मुताबिक राव इंद्रजीत सिंह अपनी जीत का मार्जिन नहीं बढ़ा सके।

वर्ष 2019 की बात की जाए तो भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह को गुड़गांव संसदीय क्षेत्र में 877241 मतदाताओं का समर्थन प्राप्त हुआ । मुकाबले में कांग्रेस के कप्तान अजय यादव को 494733 वोट गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा इलाके में प्राप्त हुए । इस प्रकार राव इंद्रजीत की जीत का मार्जिन 3 लाख 82000 वोट के करीब रहा। वर्ष 2024 में भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह को गुड़गांव संसदीय क्षेत्र के सभी नौ विधानसभा इलाकों को मिलाकर 8 लाख 8336 लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ। मुकाबले में कांग्रेस के पूर्व सांसद वरिष्ठ नेता राज बब्बर के द्वारा 733257 वोट गिनती के 20-22 दिन में बटोर कर एक नया विकल्प भी लोगों के सामने प्रस्तुत कर दिया है । राव इंद्रजीत सिंह की जीत का आंकड़ा वर्ष 2024 में 75000 तक की सिमट कर रह गया, जबकि वर्ष 2009 में राव इंद्रजीत सिंह को करीब 84000 वोट से जीत प्राप्त हुई थी।

वर्ष 2019 में भाजपा की राव इंद्रजीत सिंह को मिले वोट 877241 के मुकाबले वर्ष 2024 में 8  लाख 8336 वोट ही प्राप्त हो सके । इस प्रकार से भाजपा या फिर राव इंद्रजीत सिंह को मिलने वाली वोट की संख्या करीब 70000 काम ही रही है। दूसरी ओर गुड़गांव संसदीय क्षेत्र की बात की जाए तो 75000 से अधिक नए मतदाता इस बार मतदाता सूची में शामिल होने वालों में है। चुनाव परिणाम आने के बाद लोगों के बीच चर्चाओं के मुताबिक चुनाव में नामांकन से लेकर मतदान होने तक भाजपा या फिर राव इंद्रजीत सिंह के पक्ष में भाजपा के किसी भी बड़े चेहरे नेता या स्टार  प्रचारक के द्वारा बड़ी रैली नहीं किया जाना भी एक मुख्य कारण जीत का मार्जिन कम रहने का माना जा रहा है। इसी के समानांतर लोगों का यह भी कहना है कि कांग्रेस के राज बब्बर के लिए यदि राहुल गांधी या फिर प्रियंका गांधी जैसा बड़ा चेहरा और स्टार प्रचारक बड़ी रैली में पहुंचता अथवा रोड शो करता तो चुनाव परिणाम और भी अधिक चौंकाने वाला हो सकता था। बहरहाल चुनाव संपन्न हो चुका, चुनाव परिणाम आ चुके और अब केंद्र में भाजपा और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से मोदी तीन सरकार बना निश्चित है । लेकिन फिर भी जिस प्रकार से गुड़गांव संसदीय क्षेत्र में दक्षिणी हरियाणा के सबसे अधिक प्रभावशाली नेता राव इंद्रजीत सिंह की जीत का मार्जिन लाखों से घटकर हजारों में सिमट गया, उसे पर लंबे समय तक चर्चा होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

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