चंडीगढ़ 29 मई- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद ने राज्य में चल रही भीषण गर्मी से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की व्यापक समीक्षा की।       

आज यहां विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य में निर्बाध बिजली और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह द्वारा जारी दिशा निर्देशों पर जोर दिया।       

मुख्य सचिव ने राज्य में वर्तमान बिजली उपलब्धता पर संतोष व्यक्त किया। हालांकि, उन्होंने स्थानीय स्तर पर बिजली आपूर्ति में किसी भी तरह की समस्या के तुरंत समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने बिजली उपयोगिताओं की स्थानीय स्तर पर बिजली संबंधी समस्याओं के त्वरित और प्रभावी समाधान के लिए विशेष रूप से अतिरिक्त टीमें बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य में बिजली आपूर्ति की दैनिक निगरानी करने और हर 48 घंटे के बाद फीडरवार रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिए, ताकि जरूरत पड़ने पर समय पर कदम उठाए जा सकें।       

मुख्य सचिव ने पेयजल की कमी वाले क्षेत्रों में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं शहरी स्थानीय निकाय विभागों को अतिरिक्त पानी के टैंकर तैनात करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि राज्य में पानी की कोई कमी नहीं है, उन्होंने राज्य के अंतिम छोर तक के गांवों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि उपायुक्त अपने-अपने जिलों में बिजली और जलापूर्ति उपायों की स्थिति पर नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि निरंतर निगरानी और आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।       

राज्य में बिजली और पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए.के. सिंह ने कहा कि कल 28 मई, 2024 को राज्य में 25.47 करोड़ यूनिट से अधिक बिजली की आपूर्ति की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 72 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर बिजली से संबंधित शिकायतों की निगरानी और त्वरित समाधान तथा बिजली आपूर्ति की तत्काल बहाली के लिए यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन द्वारा विशेष टीमों का गठन किया गया है।  उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के बावजूद हम प्रदेश में बिजली की नियमित आपूर्ति बनाए रखने में सफल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है। भीषण गर्मी के कारण तकनीकी खराबी आने से कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है, जिसका विद्युत निगमों की टीमों द्वारा यथाशीघ्र समाधान किया जा रहा है।       

श्री ए.के. सिंह ने कहा कि पेयजल संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं । इसके अलावा मांग के अनुसार टैंकरों के माध्यम से भी जलापूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए विभाग द्वारा 888 पानी के टैंकर आउटसोर्स किए गए हैं।       

सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल ने कहा कि भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान के कारण बर्फ पिघलने की गति बढ़ गई है, जिससे नदियों और बांधों में पानी का प्रवाह बढ़ गया है। विभाग प्रदेश में नहर आधारित जलापूर्ति योजनाओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति कर रहा है।       

बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे उपायों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।  उन्हें बताया गया कि विभाग द्वारा राज्य में गर्मी के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए पहले ही एक एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। इसके अलावा, सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को पर्याप्त मात्रा में दवाइयां और रसद, ओआरएस पैकेट, आवश्यक दवाएं, तरल पदार्थ, आइस पैक आदि उपलब्ध कराए गए हैं।       

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव हरियाणा श्री विकास गुप्ता और विभिन्न विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे।

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