विश्लेषण * सर्वदमन सांगवान अब छटा चरण भी अपने समापन की दिशा में है । इस चरण में 7 प्रदेशों और 1 केंद्र शासित राज्य की 57 सीटों पर मतदान पूरा हो ने को है । इसी के साथ हरियाणा दिल्ली और जम्मू काश्मीर की सभी सीटों का चुनाव सम्पन्न हो जाएगा । वर्ष 2019 के चुनावों मे बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 तथा दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी और उत्तर प्रदेश की 14 में 11 सीटें तथा बिहार की सभी 8 सीटें जीत कर तहलका मचा दिया था , लेकिन इस बार हालात बिल्कुल बदले हुए हैं और इंडिया गठबंधन बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रहा है । मेरे आंकलन के मुताबिक 57 में से 45 सीटों पर इस बार इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बीजेपी को पसीने बहाने पर विवश कर रहे हैं और एनडीए को इस चरण में करारा झटका लग सकता है । उत्तरप्रदेश (14 सीटें) सुल्तानपुर : पिछली मार बीजेपी की मौजूदा सांसद मेनका गांधी महज 14 हजार वोटों से जीतीं थीं । इस बार सपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद ने मेनका गांधी की नाक में दम कर रखा है और कोई हैरानी नहीं होगी यदि मेनका गांधी यहां अपना चुनाव हार जाएं । फूलपुर : एसपी के अमरनाथ मौर्य ने बीजेपी के विधायक और प्रत्याशी प्रवीण पटेल के छक्के छुटा रखे हैं । मौर्य की जीत पक्की मानी जा रही है । मछलीशहर : पिछली बार मात्र 181 वोट से जीते बीजेपी के बीपी सरोज इस बार बुरी तरह फंसे हुए हैं । तीन बार के सांसद तूफानी सरोज की बेटी प्रिया सरोज (26 वर्षीय) ने बीजेपी के बीपी सरोज को पानी पिला रखा है । प्रिया की जीत भी पक्की बताई जा रही है । आजमगढ़ : अढ़ाई साल पहले हुए उपचुनाव में जीते दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ इस बार सपा की सोशल इंजीनियरिंग में फंस गये हैं और हार के कगार पर खड़े हैं । यहां से सपा मुखिया अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव ने निरहुआ की हेकड़ी निकाल रखी है । बीएसपी के सबीहा अंसारी की हालत पतली है । मुस्लिम वोट उनकी तरफ नहीं जा रहे । पिछली बार बसपा के उम्मीदवार के रूप मे अढ़ाई लाख से अधिक वोट लेने वाले मुस्लिम उम्मीदवार गुड्डू जमाली इस बार सपा में शामिल हो गये है और धर्मेंद्र यादव के साथ मजबूती से खड़े हैं । प्रतापगढ़ : बीजेपी के मौजूदा सांसद संगमलाल गुप्ता की हालत इतनी पतली है कि संभावित हार की घबराहट में दो तीन बार स्टेज पर ही फुकाड़ मार मार कर रो चुके हैं । सपा के उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल ने उनकी नाक में दम कर रखा है । लोकसत्ता पार्टी के मुखिया व दबंग विधायक राजा भैया के खुले समर्थन के बाद सपा प्रत्याशी की मजबूती और भी अधिक बढ़ गई है । इलाहाबाद (प्रयागराज) : मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा की टिकट काट कर बीजेपी ने नीरज त्रिपाठी को मैदान में उतारा हुआ है मगर इंडिया गठबंधन के कांग्रेसी उम्मीदवार उज्जवल रमण सिंह , जो कि दिग्गज नेता रेवती रमण सिंह के बेटे हैं , ने उनके होश फाख्ता कर रखे हैं । उज्जवल की जीत तय मानी जा रही है । जौनपुर : बंबई से इंपोर्ट करके लाये गये बाहुबली कृपाशंकर सिंह बीजेपी के लिए कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं । सपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने उनको जौनपुर में पानी पिला दिया है । कृपाशंकर सिंह हार जायें तो कोई ताज्जुब नहीं होगा। संतकबीरनगर : इस सीट पर निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद बीजेपी के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं । सपा के लक्ष्मी पप्पू उर्फ निषाद ने उनकी सिट्टी पिट्टी गुम कर रखी है । बीएसपी के नदीम अशरफ मुकाबले से बाहर हो चुके हैं । अंबेडकरनगर : बसपा से बीजेपी में आये सांसद रीतेश पांडे को सपा के लालजी वर्मा कड़ी चुनौती दे रहे हैं । हारजीत किसी भी तरफ जा सकती है । बस्ती : बीजेपी के तीन बार के सांसद हरीश द्विवेदी को पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी कड़ी टक्कर दे रहे हैं । भदोही : यहां पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे कमलापति त्रिपाठी के पौत्र ललितेश त्रिपाठी TMC के टिकट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हैं जबकि बीजेपी ने विनोद बिंद को मैदान में उतारा है । यहां ब्राहमण , यादव व मुस्लिम समीकरण ने बीजेपी की नींद उड़ा रखी है । त्रिपाठी का पलड़ा भारी लग रहा है । श्रावस्ती : बीएसपी के मौजूदा सांसद रामशिरोमणि वर्मा इस बार सपा के प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं जबकि बीजेपी ने साकेत मिश्रा को मुकाबले में उतारा है । साकेत मिश्रा को भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है । लालगंज : बीजेपी की नीलम सोनकर को सपा के दरोगा प्रसाद सरोज से कड़ी टक्कर मिल रही है । बसपा की प्रत्याशी इंदु चौधरी बीजेपी का खेल बिगाड़ रही हैं । डूमरियागंज : यहा कांग्रेस से दलबदल करके आये जगदंबिका पाल को बीजेपी ने टिकट दिया है परंतु सपा के भीष्ण शंकर उर्फ कुशल तिवारी उनकी राह में रोड़ा बनकर खड़े हो गये हैं । बसपा के नदीम मिर्जा मुस्लिम समुदाय के बहुत कम मत काट रहे हैं , इसलिए कुशल तिवारी भारी पड़ सकते हैं । कुल मिला कर यूपी में 14 में से 9 सीटे इंडिया गठबंधन के पाले में जा सकती हैं जबकि 5 सीटें एनडीए के खाते में जुड़ सकती हैं । दिल्ली (7 सीटें) उत्तरपूर्वी दिल्ली : कांग्रेस के कन्हैया कुमार की स्पष्ट जीत । बीजेपी के मनोज तिवारी के विरूद्ध भारी इन्कुम्बैन्सी चांदनीचौक : कांग्रेस के पूर्व केंद्रीयमंत्री जयप्रकाश अग्रवाल की स्पष्ट जीत । बीजेपी के प्रवीण खंडेलवाल पिछड़ते दिख रहे हैं । पूर्वीदिल्ली : आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार की जीत तय । बीजेपी के हर्ष मल्होत्रा पिछड़ते दिख रहे हैं । नईदिल्ली : बीजेपी की बांसुरी स्वराज और आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती में कांटे की टक्कर । हार जीत तय करना मुश्किल । उत्तरपश्चिम दिल्ली (सु.) : बीजेपी के योगेंद्र चंदोलिया और कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री उदित राज के बीच कड़ी टक्कर । हार जीत किसी के भी पाले में जा सकती है । पश्चिमीदिल्ली : आम आदमी पार्टी के सहीराम पहलवान की जीत पक्की । बीजेपी के रामबीर सिंह बिधूड़ी को पिछले सांसद रमेश बिधूड़ी की निष्क्रियता का नुक्सान । दक्षिणदिल्ली : आम आदमी पार्टी के सहीराम पहलवान की जीत पक्की । बीजेपी के रामबीर सिंह बिधूड़ी को पिछले सांसद रमेश बिधूड़ी की निष्क्रियता का नुक्सान । काश्मीर (1 सीट) अनंतनाग-राजौरी : पीडीपी की महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रैंस के मियां अल्ताफ अहमद के बीच कांटे की टक्कर । हार जीत किसी की भी हो पर यह सीट इंडिया गठबंधन के खाते में जानी तय । क्योंकि दोनों पार्टियां इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं ।बीजेपी का कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है । बिहार (8सीटें) बाल्मिकी नगर : जेडीयू के कब्जे वाली यह सीट आरजेडी के खाते में जाएगी । शिवहर : जेडीयू की लवली आनंद की जीत लगभग पक्की । गोपालगंज (सु.) : यहां आरजेडी का पलड़ा भारी है । जेडीयू के सांसद डा.आलोक कुमार सुमन के खिलाफ एंटी इंकमबैंसी का माहौल है । सीवान : जेडीयू की लक्ष्मी कुशवाहा को इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी से कड़ी चुनौती है। गठबंधन को यह सीट मिल सकती है । पूर्वी चंपारण : यहां बीजेपी का पलड़ा भारी है । पश्चिम चंपारण : यहां बीजेपी का पलड़ा भारी दिख रहा है । महाराजगंज : मुश्लिम बहुल इस सीट पर AIMIM के प्रत्याशी के बावजूद इंडिया गठबंधन मजबूत स्थिति में है और जीत तय मानी जा रही है । वैशाली : एनडीए की सहयोगी एलजेपी की वीणा देवी और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर है और हार जीत किसी के भी पक्ष में जा सकती है । झारखंड (4 सीटें) गिरीडीह : इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हावी । एनडीए के उम्मीदवार की हालत पतली । धनबाद और रांची में एनडीए गठबंधन मजबूत जबकि #जमशेदपुर में इंडिया गठबंधन की स्थिति ठीकठाक । ओडीसा (6सीटें) संबलपुर , क्योंझर और ढ़ेकानाल में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी का पलड़ा भारी है तो कटक और भुवनेश्वर में बीजेपी की स्थिति मजबूत है। पुरी में त्रिकोणीय मुकाबला है और परिणाम किसी के भी पक्ष में जा सकता है। पश्चिम बंगाल (8 सीटें) इस राज्य की आठ में से छह सीटों पर ममता बनर्जी की टीएमसी की जीत तय मानी जा रही है जो कि इंडिया गठबंधन के खाते में गिनी जाएंगी । बीजेपी के पाले मे सिर्फ दो ही सीटें जाती दिख रही है । हरियाणा (10 सीटें) रोहतक : कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा की स्पष्ट जीत (2 लाख से अधिक के अंतर से) । बीजेपी के अरविंद शर्मा की क्षेत्र में निष्क्रियता उनके रास्ते में बड़ी बाधक । सिरसा : कांग्रेस की कुमारी शैलजा की स्पष्ट जीत (डेढ़ लाख के अंतर से) । बीजेपी के पूर्व सांसद अशोक तंवर का बार बार दलबदल और किसानों का बीजेपी के प्रति रोष जीत में बाधक । भिवानी-महेंद्रगढ़: कांग्रेस के राव दान सिंह की स्पष्ट जीत (सवा लाख से अधिक के अंतर से) । बीजेपी के धर्मबीर जाट वोटों में भी पिछड़े । उनकी निष्क्रियता ही उनके खिलाफ । सोनीपत : कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी की स्पष्ट जीत ( डेढ़ लाख से अधिक के अंतर से) । बीजेपी मोहन लाल बड़ौली अपने विधान सभा क्षेत्र राई में ही बुरी तरह पिछड़ गये हैं । हिसार : बीजेपी के रणजीत चौटाला और कांग्रेस के जयप्रकाश उर्फ जेपी के बीच कड़ा मुकाबला (हार जीत का अंतर 50 हजार से कम) गुरूग्राम : कांग्रेस के राज बब्बर की स्पष्ट जीत (50 हजार के अंतर से) बीजेपी के राव इंद्रजीत सिंह दस साल घर से बाहर नहीं निकले । घर में ही दरबार लगाते रहे इसलिए पिछड़ते दिख रहे हैं । फरीदाबाद : कांग्रेस के महेंद्र प्रताप की स्पष्ट जीत (75 हजार के अंतर से) । बीजेपी के कृष्णपाल गुर्जर अपने अहंकार और लंबी निष्क्रियता के कारण पिछड़ते दिख रहे हैं । करनाल : बीजेपी के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर और कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा के बीच कांटे का मुकाबला (हार जीत 50 हजार से नीचे रहेगी ) कुरूक्षेत्र : आईएनएलडी के अभय सिंह चौटाला के मैदान में होने के कारण इंडिया गठबंधन के सुशील गुप्ता (आम आदमी पार्टी) और बीजेपी के नवीन जिंदल के बीच दिलचस्प मुकाबला ( हारजीत बहुत कम अंतर से) अंबाला : कांग्रेस के वरूण मुलाना की जीत लगभग पक्की (75 हजार के अंतर से) । बीजेपी की बंतो कटारिया सिर्फ मोदी के करिश्मे के भरोसे । Post navigation केजरीवाल का हो नार्को टेस्ट , माँ -बाप से पूछताछ में कुछ नहीं निकलेगा – जयहिंद जयहिंद के तम्बू में वोट मांगने पहुंचे दीपेन्द्र हुड्डा और अरविन्द शर्मा