सर्वदमन सांगवान

नई दिल्ली । इंटैलीजैंस ब्यूरो (IB) के भरोसेमंद सूत्रों से जानकारी मिली है कि IB के देश भर में फैले जासूसों और एजेंटो के नेटवर्क ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को लोकसभा चुनावों के बारे में चौंकाने वाला इनपुट भेजा है । पता चला है कि IB की इस रिपोर्ट ने गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र दास मोदी के होश उड़ा दिये हैं ।

रिपोर्ट में बताया गया है कि चार जून को मतगणना के समय बीजेपी और NDA को बड़ा झटका लग सकता है । सूत्रों ने बताया कि देश भर से मिल रहे इनपुट के मुताबिक बीजेपी को चुनावों में महज 190 सीटें ही मिल पाएंगी और NDA भी सत्ता की दहलीज से काफी दूर रह जाएगा । जबकि मोदी और बीजेपी के अन्य नेता लगातार ‘अब की बार 400 पार’ का नारा लगाते आ रहे हैं।

गौरतलब है कि IB के जासूस और एजेंट देश के सभी जिलों में मौजूद हैं और जिलों में होने वाली हर तरह की गतिविधियों पर गहरी नजर रखते हैं ताकि पल पल की खबर गृह मंत्रालय को एडवांस में भेज सकें । ये जासूस DSP स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में काम करते हैं और IB के दिल्ली स्थित हैडक्वार्टर को अपनी रिपोर्ट्स भेजते हैं ।

गृह मंत्री अमित शाह ने IB के डायरेक्टर से लोकसभा चुनावों को लेकर जनता के मूड को भांपने और हर लोकसभा सीट का इनपुट भिजवाने का निर्देश दिया था । जब इंटैलीजैंस ब्यूरो के एजेंटस ने अपनी रिपोर्ट भेजी तो अमित शाह के पैरों तले से जमीन खिसक गई । रिपोर्ट मे बताया गया कि मतदाताओं में बीजेपी के सांसदों और पार्टी की कई नीतियों के खिलाफ जबरदस्त ‘अंडरकरंट’ है । अमित शाह और मोदी जी को अंदाजा नहीं था कि मतदाताओं में मोदी सरकार के प्रति इतनी भारी नाराजगी है ।

रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश , बिहार , महाराष्ट्र , कर्नाटक , हरियाणा , दिल्ली और राजस्थान में लगने की बात कही गई है । IB ने हरियाणा में बीजेपी के 10 में से आठ , दिल्ली में सात में से 4 , यूपी में 80 में से 35 , बिहार में 40 में से 18 , महाराष्ट्र में 48 में से 28 , कर्नाटक में 28 में से 16 सीटें हारने का अनुमान लगाया है । रिपोर्ट में राजस्थान में भी 25 में से 8 सीटों पर इंडिया गठबंधन के जीतने की भविष्यवाणी की गई है ।

इस रिपोर्ट के बाद बीजेपी के खेमे में जबरदस्त खलबली मची हुई है । सबसे ज्यादा परेशानी की बात यह है कि जिस राम मंदिर को बीजेपी अपना जबरदस्त ‘मास्टर स्ट्रोक’ मान रही थी और समझ रही थी कि राम मंदिर की लहर में उसका तीसरी बार भी बेड़ा पार हो जाएगा , वो राम मंदिर मतदाताओं में कोई मुद्दा ही नहीं रह गया है बल्कि बेरोजगारी , महंगाई और संविधान-संशोधन बड़े मुद्दे बन गये हैं । प्रधानमंत्री मोदी का बौखलाहट में स्तरहीन बयानबाजी पर उतरना भी मतदाताओं के बीच बड़ा मुद्दा बन चुका है और लोगों में इसकी विपरीत प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है । इंडिया गठबंधन के मैनिफैस्टों की बातें भी मतदाताओं को आकर्षित कर रही हैं और मोदी की गारंटियों पर भारी पड़ रही हैं ।

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