कब्जा से ब्लैंक चेक्स, 50 हजार रुपए की नगदी व अन्य कागजात बरामद

गुरुग्राम : 05 मई 2024 – अगस्त-2023 में एक व्यक्ति ने थाना सैक्टर-5, गुरुग्राम में एक शिकायत एक महिला व उसके पति द्वारा इसको नशे का आदि बनाकर धोखे से भीमगढ़ खेड़ी, गुरुग्राम में स्थित इसके मकान को बेचने तथा मकान बेचने पर आई हुई राशि को हड़पने, इसके मकान से सामान चोरी करने के संबंध में दी गई। इस शिकायत पर थाना सैक्टर-5, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

पुलिस थाना सैक्टर-5 गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग में एक आरोपित महिला को आज दिनांक 05.05.2024 को शिवजी पार्क, गुरुग्राम से काबू किया। आरोपित महिला की पहचान विजयलक्ष्मी निवासी शिवजी पार्क, गुरुग्राम उम्र-37 वर्ष के रूप में हुई।

पुलिस पूछताछ में आरोपित महिला ने बताया कि इसकी दो शादी हुई थी और पहले पति से इसका तलाक हो चुका था। यह अपने पहले पति के जरिए शिकायतकर्ता दीपांशु कक्कड़ से मकान किराए पर लेने के लिए मिली थी। इसके बाद यह दीपांशु कक्कड़ के संपर्क में रहने लगी तथा उसे अपना नाम शगुन शर्मा बताया। इसे तथा इसके दूसरे पति धर्मबीर सिंह को यह जानकारी थी कि दीपांशु कक्कड़ के आगे पीछे कोई नहीं है, इसलिए इसने तथा इसके दूसरे पति धर्मबीर ने भीमगढ़ खेड़ी, गुरुग्राम में बने हुए दीपांशु कक्कड़ के मकान को हड़पने का प्लान बनाया।

इसने तथा इसके पति धर्मबीर सिंह ने दीपांशु कक्कड़ को अपने भरोसे में ले लिया तथा उसको शराब व गांजा पिलाकर नशे का आदि बना दिया तथा आसपास में इन्होंने अपने आपको दीपांशु का माता-पिता बताया। इसके बाद इन्होंने एक डीलर से दीपांशु कक्कड़ के मकान को धोखे से जनवरी-2022 में 20 लाख रुपए में बिकवा दिया। दीपांशु कक्कड़ के खाते में आए 20 लाख रुपए को इन्होंने दीपांशु कक्कड़ के नशे का फायदा उठाते हुए 17 लाख 50 हजार अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। जब दीपांशु कक्कड़ को इन पर शक हुआ तो वह इनसे लड़ने लगा। इसके बाद इन्होंने दीपांशु कक्कड़ के साथ मारपीट की तथा उसको और नशीली दवाइयां खिलाने लगे तथा नशा मुक्ति केंद्र दिल्ली में डाल दिया तथा आसपास में बता दिया कि दीपांशु कक्कड़ की मृत्यु हो गई है। लेकिन दीपांशु जून-2023 में वहां से निकलकर आ गया तथा धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में कर दी।

आरोपी के कब्जा से शिकायतकर्ता से नशे की हालत में लिए गए ब्लैंक चेक्स, 50 हजार रुपए की नगदी व अन्य कागजात बरामद किए हैं। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

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