जाटलैंड में भाजपा ने बड़ी रैली कर …………. बढ़ा दी भूपेंद्र हुड्डा की परेशानी

ऋषि प्रकाश कौशिक/ महेश कौशिक। भारत सारथी रोहतक

भूपेंद्र सिंह हुड्डा अक्सर अपनी जनसभाओं में एक ब्यान देते रहते है कि तुम पीठ पीछे वार मत होने देना आगे से होने वाले वार को मैं संभाल लूंगा इसका मतलब साफ होता है कि किलोई हलके के लोगों तुम मेरा साथ मत छोड़ देना बाकी मैं अपने आप देख लूगंा लेकिन आज भाजपा की विजय संकल्प रैली में उमड़ी भीड़ ने बता दिया कि गढ़ी सांपला किलोई हलके के लोगों को अब भूपेंद्र हुड्डा की बातों पर यकीन नही रहा और वे भाजपा के प्रति आस्थावान होते जा रहे है।

आपकों बता दे कि आज जसियां गाव में भाजपा की विजय संकल्प रैली का आयोजन किया गया। रैली के संयोजक भाजपा नेता सतीश नांदल, पूर्व मंत्री कृष्ण मुर्ति हुड्डा ने सफल रैली कर कांग्रेस को बता दिया कि गढ़ी सांपला किलोई में अबकी बार लोकसभा में दीपेंद्र हुड्डा के लिए डगर आसान नही रहने वाली। खास बात यह रही कि रैली में जसिया गांव के सरपंच औमप्रकाश हुड्डा की तो विशेष भूमिका रही साथ में अन्य दर्जनों गांव के सरपंचों ने भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अपना मांग पत्र सौंपा जिससे स्पष्ट हो रहा है कांग्रेस भले ही सरपंचों को अपना मानकर चल रही हो लेकिन सरंपचों को भी विकास की पटरी पर दौडऩा रास आ रहा है। सरपंचों का रैली में आना भी कांग्रेस के लिए चिंता की बात हो सकती है क्योंकि कल तक कांग्रेस के नेता सरपंचों को अपने साथ बता रहे थे वे आज भाजपा की रैली में शामिल थे।

जसिया में आयोजित इस रैली की सफलता का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि जसिया, घिलौड, चमारिया आदि कई गांवों की समस्या थी कि गांवों में बारिस के दिनों में जलभराव की समस्या थी और इन गांवों के ग्रामीण बार भूपेंद्र सिंह हुड्डा से आग्रह करते थे कि वे इस कार्य को करवाए। लेकिन न तो खुद मुख्यमंत्री रहते भूपेंद्र हुड्डा ने इन गांवों की सुध ली और ना ही कभी भाजपा के राज में इसके लिए आवाज उठाई। लेकिन जब गांव की पंचायत ने मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की तो बकौल सरपंच औमप्रकाश हुड्डा मनोहर लाल खट्टर ने महज आधा घंटे में छह करोड़ का बजट देकर ड्रेन का निर्माण करवाया। ऐसे में लोगों की बरसों पुरानी समस्या को भाजपा ने दूर करने का काम किया है। वहीं कल जिस प्रकार जाट समाज के हजारों युवाओं ने मनोहर लाल की युवा महापंचायत में भाग लिया था उससे स्पष्ट होता जा रहा है कि आज युवा अपनी योग्यता के दम पर रोजगार प्राप्त करना चाहता है न कि हुड्डा के दरबार में हाजरी लगाकर। ऐसे में युवाओं की पहली पसंद बनी बिना पर्ची और खर्ची की सरकार की रैली में युवाओं ने अपनी रिकार्डतोड़ हाजरी दर्ज करवा भूपेंद्र हुड्डा परिवार को एक बार दोराहे पर खड़ा करने का काम कर दिया।

जसिया रैली में सरपंचों का आना , कृष्ण मुर्ति हुड्डा के समर्थकों का भारी जत्था व कल रोहतक में आयोजित हुई युवा महापंचायत के युवाओं का एकजूट होकर रैली में पहुंचना कांग्रेस के लिए गढ़ी सांपला किलोई हलके में खतरे की घंटी बजा गया। इस रैली की भीड़ पर सबकी नजरी टिकी हुई थी। राजनैतिक लोगों का कहना है कि कांग्रेस द्वारा भाजपा नेताओं का जगह जगह विरोध करवाना खुद कांग्रेस के लिए मुश्किलों का सबब बनता जा रहा है। कांग्रेस के कुछ लोग भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खुश करने के लिए भाजपा का विरोध कर रहे है। जसिया रैली के बाद भूपेंद्र हुड्डा को अपनी ही हलके में दोबारा से लोगों के बीच जाने की मजबूरी बन गया है क्योंकि भूपेंद्र हुड्डा परिवार व उसके रणनीतिकारों को भी यह बात भी अच्छी तरह से समझ आ रही है कि इस चुनाव में भी कांग्रेस के कुछ नाराज नेताओं के समर्थकों की मार के साथ साथ कांग्रेस नेताओं के धर्मविरोधी ब्यान व भाजपा के बिना भेदभाव के विकास की काट करना दिनों दिन उनके लिए भारी होने जा रहा है। वहीं कांग्रेस के नेता भाजपा की किसी कमजोरी को बताने की अपेक्षा लोकसभा चुनाव में देश के मुद़दों की बात न करके विधान सभा के मुद्दों की बात कर रहे जो लगातार मतदाताओं की नापंसद बनते जा रहे है। लोगों का कहना है कि कांग्रेस के वो नेता नौकरी देने की बात करते है जिन्होंनें पर्ची खर्ची के दम पर एक एक घर में पांच पांच नौकरियां देने का काम किया और भाजपा ने बिना किसी भेदभाव के नौकरियां देने का काम किया।

कांग्रेस में रहे नेता कृष्ण मुर्ति पड़ते जा रहे है भारी

पूर्व में मंत्री रहे कृष्ण मुर्ति हुड्डा अपने क्षेत्र के विशेषकर जाट बिरादरी में एक मजबूत पकड़ वाले नेता है। उनकी अपनी दो दर्जन से ज्यादा गांवों में व्यक्तिगत जनाधार है। एक समय में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के चुनाव में फायर ब्रांड नेता की तरह प्रचार करने वाले कृष्ण मुर्ति हुड्डा अब गढ़ी सांपला किलोई में भाजपा के खेवनहार बने हुए है। एक तरफ कृष्ण मुर्ति हुड्डा, एक तरफ मनीष ग्रोवर व एक तरफ सतीश नांदल और रमेश बोहर बाबा बालक नाथ जैसे नेताओं की रणनीति अबकी बार कांग्रेस का रथ गढ़ी सांपला किलोई में रोकनी की है और जसिया में भारी रैली कर इन नेताओं ने बता दिया कि अबकी बार अन्य हलकों में प्रचार की बजाय हुड्डा को खुद गढ़ी सांपला किलोई हलके में ड़ोर टू ड़ोर अभियान चलाना पड़ेगा।

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