वोटिंग के बाद सोनिया-खड़गे से चर्चा करेंगे राहुल, 3 सीटों पर पेंच

कांग्रेस करवा रही है आंतरिक सर्वे, 27 के बाद हो सकती है घोषणा

अशोक कुमार कौशिक 

हरियाणा में कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशियों की लिस्ट आने के अभी कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। इस बार लिस्ट वायनाड इलेक्शन के कारण लटक गई है। चूंकि राहुल वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां 26 अप्रैल को वोटिंग है। इसके बाद ही राहुल गांधी यहां से फ्री होकर दिल्ली पहुंचेंगे। जहां वह हरियाणा कांग्रेस की लिस्ट के नामों पर सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा करेंगे।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के 9 नामों के पैनल में अभी भी 3 सीटों पर विवाद की स्थिति बनी हुई है। इसलिए संभावना है कि राहुल आखिरी बार हरियाणा के नेताओं से भी चर्चा कर सकते हैं। इसके बाद 27- 28 अप्रैल के करीब हरियाणा कांग्रेस की लिस्ट रिलीज की जा सकती है।

3 सीटों को लेकर कांग्रेस में बड़ा पेंच

हरियाणा में लोकसभा टिकटों पर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के पैनल में 3 सीटें ऐसी हैं, जिन पर एक से अधिक दावेदार हैं। पार्टी के नेता अपने-अपने दावेदारों को टिकट दिलाने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। हालांकि अब टिकट नहीं मिलने के कारण दावेदार भी घर बैठ गए हैं। जिन टिकटों में विवाद हो रहा है उनमें भिवानी-महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम भी है।

भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर किरण चौधरी की बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी भी दावेदार हैं। इनकी टिकट के लिए कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला लगे हुए हैं। वहीं कांग्रेस के विधायक राव दान सिंह के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड़्डा पैरवी कर रहे हैं।

हाल ही में टिकट को लेकर पेंच फंसने के दौरान तोशाम से विधायक किरण चौधरी भी दिल्ली पहुंची थी, जहां उन्होंने सोनिया गांधी से श्रुति की टिकट को लेकर चर्चा की थी। हालांकि वहां से उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला था। जिसके बाद वह अब घर बैठ गई हैं।

गुटबाजी की वजह से लटकी कांग्रेस की टिकटें

हरियाणा कांग्रेस में अभी 2 गुट चल रहे हैं। इनमें एक गुट पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा का है। जिनकी प्रधान उदयभान के जरिए संगठन पर भी पकड़ है। दूसरा ग्रुप कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला का है। हुड्‌डा ग्रुप ने संगठन के जरिए जो नाम भेजे, उनसे शैलजा-सुरजेवाला सहमत नहीं हुए। इसी वजह से टिकटों में शुरुआती दौर में पेंच फंसा।

सब कमेटी भी मामला नहीं सुलझा पाई

हुड्‌डा और शैलजा-सुरजेवाला के बीच टिकट को लेकर असहमति देख सोनिया गांधी के कहने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सब कमेटी बनाई। जिसमें केसी वेणुगोपाल, मधुसूदन मिस्त्री और सलमान खुर्शीद को रखा गया। इस कमेटी ने मीटिंग बुलाई लेकिन शैलजा-सुरजेवाला उसमें नहीं गए। जिसके बाद उन्होंने रिपोर्ट खड़गे को सौंपी लेकिन अंतिम फैसला फिर भी नहीं हो पाया।

कांग्रेस करवा रही है आंतरिक सर्वे

हरियाणा में नौ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय नहीं होने के चलते कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में सर्वे करवा रहा है। यह सर्वे खासकर भिवानी-महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम की सीटों के लिए हो रहा है।

संभावना है कि एक या दो दिनों में सर्वे रिपोर्ट आ जाएगी और इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रत्याशी तय किए जाएंगे, न कि किसी भी गुट की सिफारिश के आधार पर सीट तय की जाएंगी। उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं, इस दौरान हरियाणा में टिकटों को लेकर चर्चा हो सकती है।

हालांकि, सब कमेटी तीनों सीटों के लिए नाम तय करके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को रिपोर्ट सौंप चुकी है, लेकिन इन नामों पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। अब पार्टी हरियाणा में एक और अंतिम सर्वे करा रही है, इसी सर्वे के आधार पर नए सिरे से नाम तय किए जाएंगे।

कमेटी भी अपनी रिपोर्ट दे चुकी है। अब रोहतक में हुड्डा परिवार के चुनाव लड़ने, भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर श्रुति चौधरी व राव दान सिंह तथा गुरुग्राम लोकसभा सीट पर फिल्म अभिनेता राज बब्बर व कैप्टन अजय सिंह यादव के चुनाव लड़ने पर विवाद चल रहा है। करनाल सीट पर भी काफी गहरा पेच फंसा हुआ है।

एक तर्क ये भी कि सभी दिग्गज लड़ें चुनाव

कांग्रेस में टिकटों को लेकर मचे घमासान के बीच ये भी तर्क दिया जा रहा है कि हरियाणा कांग्रेस के सभी दिग्गज चेहरों को लोकसभा चुनावों में उतारा जाएगा। हालांकि, अधिकतर बड़े चेहरे लोकसभा के बजाय विधानसभा चुनाव लड़ने की कह रहे हैं। हुड्डा गुट ने कुमारी शैलजा को लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा, जबकि एसआरके गुट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव लड़ने के लिए कह रहा है। क्योंकि पिछली बार हुड्डा ने सोनीपत से चुनाव लड़ा था, हालांकि वह चुनाव हार गए थे।

बिना संगठन और प्रत्याशियों के भी चर्चा में कांग्रेस

खास बात ये है कि भाजपा दसों सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है और वह लगातार प्रचार में जुटे हैं। लेकिन कांग्रेस का हरियाणा में न तो संगठन है और न ही अभी तक प्रत्याशी फाइनल हो पाए हैं, बावजूद इसके प्रदेश में कांग्रेस की चर्चा है। सूची में हो रही देरी को लेकर जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व नेताओं में बेचैनी बढ़ रही है, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस को गुटबाजी के चलते निशाने पर ले रहे हैं। प्रदेश का ऐसा कोई बड़ा नेता नहीं है, जो कांग्रेस के बारे में न बोल रहा है।

करनाल सीट पर भी फंसा पेंच 

जहां कांग्रेस को पूर्व सीएम मनोहर लाल के सामने कोई मजबूत उम्मीदवार नहीं मिल रहा है। केंद्रीय चुनाव समिति की हो चुकी तीन बैठकें हरियाणा की टिकटों के मुद्दे पर केंद्रीय चुनाव समिति तीन बार बैठकें कर चुकी है। पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि राहुल गांधी को फूड प्वाइजनिंग होने के कारण वह गुजरात में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

27 अप्रैल के बाद ही हरियाणा कांग्रेस करेगी उम्मीदवारों की घोषणा

27- 28 अप्रैल को हरियाणा कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा पार्टी के द्वारा हो सकती है। राज्य में 29 अप्रैल से नामांकन आरंभ होंगे, जो छह मई तक चलेंगे। इस अवधि से पहले कांग्रेस द्वारा टिकटों की घोषणा का संकेत सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी दे चुके हैं।

कैप्टन अजय बोले- टिकट वितरण में देरी से कांग्रेस को नुकसान

वहीं गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से राज बब्बर का नाम पैनल में आने पर कैप्टन अजय यादव ने पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा है कि राज बब्बर से मुझे तकलीफ नहीं है, हर आदमी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन क्या राज बब्बर ने 5 साल गुरुग्राम में पसीना बहाया। 

टिकट वितरण में देरी से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है।

हरियाणा में कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा न करने का असर दिखने लगा है। कांग्रेस राज्य में नौ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एक कुरुक्षेत्र सीट पर इंडिया ब्लॉक के तहत आप पार्टी को दी गई है। 9 सीटों में से सिर्फ दो सीट ही कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार प्रचार कर रहे हैं। जिसमें दीपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा शामिल है।

बाकी सात सीटों पर नेता घर बैठकर टिकट की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें अभी भी टेंशन है कि उनके आका का टिकट दिला पाएंगे या नहीं ? इसी वजह से वह अभी प्रचार में मेहनत और रुपया खर्च करने से बच रहे हैं। 

टिकटों के बंटवारे के लिए कांग्रेस चुनाव समिति की 10 दिन में तीन बैठके हो चुकी है। जिसके बाद 13 लिस्ट जारी हो चुकी है लेकिन हरियाणा की टिकट फंसी हुई है। कांग्रेस को डर है कि एक ग्रुप की बात न मानी तो दूसरा नाराज हो सकता है और इससे कांग्रेस को नुकसान होने की संभावना है। इसे देखते हुए अब टिकट बंटवारे में राहुल गांधी की एंट्री हो गई है। राहुल गांधी के फैसले पर दोनों ग्रुपों के सहमत होने के आसार हैं। इसलिए अब वही अंतिम फैसला लेंगे। 

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक तीन सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर ज्यादा असमंजस है। रोहतक सीट से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा की टिकट फाइनल है लेकिन पार्टी का एक ग्रुप चाहता है कि भूपेंद्र हुड्डा यहां से चुनाव लड़े। इसकी वजह दीपेंद्र के लोकसभा चुनाव जीतने की सूरत में राज्यसभा सीट भाजपा के खाते में जाने की संभावना है। कांग्रेस भूपेंद्र हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा को लेकर भी चर्चा कर रही है। यही वजह है कि दीपेंद्र की दावेदारी सबसे मजबूत होने के बावजूद उनके नाम का ऐलान नहीं किया जा रहा। 

कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर गुरुग्राम से हालात अच्छे नहीं है। इस सीट पर फिल्म अभिनेता राज बब्बर का नाम सबसे आगे चल रहा है। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा भी फिल्म अभिनेता के पक्ष में है लेकिन लालू यादव के समधि कैप्टन अजय यादव भी यहां से टिकट की मांग कर रहे हैं। उनकी टिकट को लेकर लाल यादव भी सोनिया गांधी से सिफारिश कर चुके हैं।

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