गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि कहां मिल रहा है चिराग़ योजना से गरीब बच्चों को एडमिशन। गरीबों को दर दर भटका रही है ‘चिराग योजना’। पर प्राइवेट स्कूलों में नहीं हो रहा ऐडमिशन। परिजनों ने शिकायत पत्र बीइईओ ऑफिस में दिए। ऑफिसर ने भरोसा दिलाया कि आरटीई तहत अगर कोई स्कूल दाखिला देने में लापरवाही दिखा रहा है तो जांच होगी। गुरुग्राम : गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने ‘चिराग योजना’ पर बताया कि कहां मिल रहा है चिराग़ योजना से गरीब बच्चों को एडमिशन। कई स्कूल नही दे रहे एडमिशन। और आवेदन पत्र ज्यादा मिलने का बहाना बना रहे हैं। गुरिंदरजीत सिंह कहा कि बीजेपी सरकार की सारी योजनाएं सिर्फ जुमला ही है। धरातल पर ऐसी योजनाओं का कोई अस्तित्व नहीं। जब सरकार ने ‘चिराग योजना’ की घोषणा की तो सभी को अच्छा लगा। इस से गरीब परिजनो को एक उम्मीद मिली कि अब उनके बच्चें भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ पाएंगे। इस के लिए वे ‘चिराग योजना’ विश्वास करके प्राइवेट स्कूलों में जा के ऐडमिशन फॉर्म भरने लगे। पर आज स्थिति ऐसी है कि कई परिजन अपने बच्चो के भविष्य के लिए घंटों लाइनों में लगे रहे। पर जब एक स्कूल में सीट न मिली तो दुसरे स्कूल गए। ज्यादातर परिजनो ने कहा कि वे अपनी दिहाड़ी मजदूरी छोड़ स्कूलों में जा रहे है पर बच्चों को ‘चिराग योजना’ से एडमिशन नही हो रहा। गुरिंदरजीत सिंह ने सरकार और प्रशासन को गुहार लगाई कि परिजनो की दिक्कतो को दूर किया जाए और ‘चिराग योजना’ को धरातल पर सही तरीके से उतारे और बच्चो का एडमिशन कराने में परिजनों की मदद करे। समाजसेवी मुकेश सिंगला धनवापुर ने बताया कि वे सभी परिजनो के साथ है। और बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिलाने में हर संभव कोशिश करेंगे। उन्होंने आज सभी परिजनो को बीईईओ ऑफिस में इकट्ठा किया और दाखिले में आ रही दिक्कतों के बारे में अधिकारियो को अवगत कराया। अनेकों परिजनो ने शिकायत पत्र बीइईओ ऑफिस में दिए। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्कूलों में उन्होंने दाखिला फॉर्म भर जमा कराए है। पर कई स्कूलों ने फॉर्म लेने से मना कर दिया। तो कई स्कूलों ने कहा कि सरकारी नोटिस नही मिला। इस लिए परिजनो ने दाखिला होने में को दिककते आ रही है, वे शिकायत पत्र पर लिख बीईईओ ऑफिस में जमा कराई। बीईइओ ऑफिस के आधिकारी ने सभी परिजनो के शिकायत पत्र लिए और उनकी शिकायते सुनी। साथ ही उन्होंने सभी परिजनों को कहा कि आरटीई के तहत अगर कोइ स्कूल दाखिला नही दे रहा तो वे दस्तावेज़ और जमा फार्म के सबूत के साथ ऑफिस में शिकायत दे सकते है, ताकि ऑफिस वाले ऐसे स्कूलों को तलब कर जवाब मांगेगे और परिजनों की उनके बच्चो को स्कूलों में दाखिला दिलाने में मदद करेंगे। इस मौके पर गुरिंदरजीत सिंह, समाजसेवी मुकेश सिंगला के साथ बच्चों के अभिभावक मौजूद रहे। Post navigation जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पोलिंग स्टाफ की पहली रैंडमाइजेशन प्रक्रिया पूरी लिफ्टिंग में देरी कर रहे ठेकेदारों के खिलाफ होगी कार्रवाई- डीसी निशांत कुमार यादव