जिला शिक्षा अधिकारी व आरटीई विभाग की सहायक सचिव निलंबित, ड्राइवर व प्राचार्य हिरासत में

स्कूल मालिक राजेंद्र लोडा, और प्रिसिंपल दीप्ती राव के आलावा बस ड्राइवर धर्मेंद्र कुमार को भी किया गिरफ्तार

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। महेंद्रगढ़ जिले के कनीना इलाके में गुरुवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया। कनीना के उन्हानी गांव के पास तेज रफ्तार स्कूल बस पलट गई। इस हादसे में 8 बच्चों की जान चली गई। अधिकारिक रूप से अभी 6 बच्चों के मरने की सूची जारी की गई है।

बस में कुल 45 बच्चे थे और 37 घायल हैं। जीएल पब्लिक स्कूल कनीना की यह स्कूल बस सेहलंग, झाड़ली, धनौंदा, से कनीना की ओर बच्चों को लेकर आ रहे थे। चालक चलती बस से कूद गया और बस एक पेड़ से टकराकर पलट गई। दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि बस पलटते ही स्कूली बच्चे बस के शीशों में से बाहर निकल कर गिर गए।

जीएलपी स्कूल कनीना की बस गांव सेहलंग, खेड़ी-तलवाना, खरकड़ा बास, धनौंदा रूट से करीब 43 बच्चों को बैठाया था। इसके बाद करीब 8:30 बजे जब गांव उन्हाणी के नजदीक स्थित महाविद्यालय के पास पहुंची तो मोड़ पर चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया और पेड़ से टकराने के बाद बस पलट गई। कुछ प्रत्यदर्शियों का कहना है कि बस चालक शराब के नशे में था। जिसे पुलिस ने मौके पर ही विरासत में ले लिया।

मृतकों में अधिकांश बच्चे गांव धनौंदा के रहने वाले हैं। मरने वाले बच्चों में युवराज 14 साल हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा की बहन का पोता था। अन्य मृतकों में यशु, अंशु, वंश 14 साल, रिंकी 15 व सत्यम 16 साल के हैं। आज मृतकों के दाह संस्कार में हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा अटेली के विधायक सीताराम यादव सहित अनेक स्कूल संचालकों, गणमान्य लोगों व अधिकारियों ने भाग लिया। 

शासन और प्रशासन की ओर से स्कूल प्रबंधक, प्राचार्य तथा ड्राइवर के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज की गई है। जिसमें प्राचार्य को हिरासत में लिया गया है। ड्राइवर को घटनास्थल पर ही पुलिस ने हिरासत में लिया था। उधर इस मामले में सबसे पहली गाज जिला शिक्षा अधिकारी तथा दूसरी गज आरटीआई विभाग में तैनात सहायक सचिव प्रदीप कुमार के निलंबन के रूप में गिरी है। पुलिस ने मौके से ही बस चालक धर्मेंद्र निवासी सेहलंग को हिरासत में लेकर पुलिस निगरानी मेडिकल के लिए नागरिक अस्पताल महेंद्रगढ़ पहुंचाया। 

हादसे के बाद घायल बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, इस हादसे की प्रमुख वजह सामने आई है। हादसे में गंभीर रूप से घायल बच्चे ने बताया कि बस का ड्राइवर शराब के नशे में था। उसने 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से से बस को चलाया हुआ था। तेज रफ्तार के दौरान बस संतुलन में नहीं थी और आगे जाकर बस पलट गई। सड़क से गुजर रहे लोग भी बस को रोकने की कोशिश कर रहे थे।

हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई, इसी दौरान आसपास के लोगों एवं सड़क पर दोनों ओर से आ रहे वाहन चालकों ने मौके से बच्चों को बस से निकालकर अपने वाहनों में अस्पतालों में पहुंचाया। हादसे के बाद महज आधे घंटे में ही घटना स्थल पर 300 से अधिक लोग मदद को पहुंच गए। 

बच्चों को कनीना के एक निजी तथा उप नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चार बच्चों को मृत घोषित कर दिया जबकि हादसे के महज एक घंटे बाद ही गंभीर रूप से घायल दो बच्चों ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद मौके पर ही चार बच्चों की मौत हो गई थी। हादसे में गंभीर रूप से घायल बच्चों को रेवाड़ी महेंद्रगढ़ में कनीना की निजी अस्पतालों में उपचार के लिए एडमिट कराया गया है।

स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों को बस में से निकाला

हादसे के बाद घटना स्थल पर स्थानीय लोग पहुंच गए। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने बस के अंदर फंसे बच्चों को निकालना शुरू कर दिया। बच्चों के सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आई हुई थीं। घायल बच्चों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृत बच्चों को भी बस के अंदर से निकाला गया। 

आरोपी ड्राइवर के खिलाफ जांच शुरू

जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की। मृत बच्चों की शिनाख्त कर उनके परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस ने घटना स्थल पर पड़ी बस को क्रेन के सहारे उठाकर थाने ले आए। आरोपी ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सड़क में इधर-उधर लहरा रही थी तेज रफ्तार बस

बस का ड्राइवर नौसिखिया और शराब का आदी बताया जा रहा है। बच्चों व स्थानीय लोगों ने बताया कि बस का ड्राइवर शराब के नशे में गाड़ी चला रहा था। तेज रफ्तार में चल रही बस पूरे सड़क पर इधर-उधर लहरा रही थी। सड़क पर गुजर रहे वाहनों ने बस को रोकने के लिए कई बार इशारा किया पर ड्राइवर ने बस नहीं रोकी और वह इसे दौड़ाता रहा तभी आगे जाकर बस पलट गई।

हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने जिला उपायुक्त से रिपोर्ट मांग ली है। हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने निजी अस्पताल में पहुंच कर 12 छात्रों का हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होंने सीमा त्रिखा ने कहा कि निजी स्कूल संचालक व्यापार करना बंद करें। कहा कि निजी स्कूल संचालक को नियमों का पालन करना चाहिए। मंत्री ने कहा कि ड्राइवर के साथ-साथ स्कूल के प्रिंसिपल व मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।

उन्होंने कहा कहा कि ईद के अवकाश के दिन स्कूल खोलना गंभीर बात है। इसको लेकर प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों के खिलाफ की कड़ी कार्रवाई जाएगी।

पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। कनीना में स्थित यह स्कूल करीब 22 साल पुराना है, जो 12वीं कक्षा तक संचालित है। इस स्कूल के मालिक राजेंद्र लोढ़ा हैं, जो विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से संबंध रखते हैं। लोढ़ा नगरपालिका कनीना के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। हरियाणा में ईद की छुट्टी के बावजूद स्कूल खुला था। पुलिस अभी गहनता से मामले की जांच कर रही है लेकिन परिवहन मंत्रालय के ऑफिशियल मोबाइल ऐप के अनुसार इस स्कूल बस के डॉक्यूमेंट भी कंप्लीट नहीं हैं। फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर दिखाया जा रहा है। इसके बाद भी स्कूल इस बस को चला रहा था।

हादसे को लेकर उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन की तरफ से घायलों की हर संभव मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की निगरानी में बेहतर उपचार हो रहा है। इस साथ ही डीसी ने स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई करने की बात कही है। वहीं, बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल की मान्यता को रद्द करने के लिए लिखा है।

महेंद्रगढ़ के एसपी अर्श वर्मा ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि साढ़े 8 बजे की घटना है। ड्राइवर के शराब पीने की सूचना है। हम ड्राइवर का मेडिकल करवा रहे हैं। वह नशे में था या नहीं, वह मेडिकल के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने बताया कि चालक तेज गति से स्कूल बस चला रहा था, जिस वजह से बस रोड से फिसल गई और पेड़ से टकरा गई। उन्होंने कहा कि अभी तक 6 बच्चों की मौत की सूचना है। इसी बीच एक अन्य बच्चे की अस्पताल में मौत की खबर मिली लेकिन उसका ब्यौरा अभी नहीं आया है। घटना में 15 से 20 बच्चे घायल हालत में हैं। इनमें से 1-2 बच्चों की हालत गंभीर है।

एसपी ने बताया कि ईद की सरकारी छुट्टी होने के बाद भी स्कूल खोला गया है। इसकी भी जांच की जा रही है। अभी तक स्कूल अथॉरिटी से संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान देखेंगे कि इस मामले में में स्कूल की क्या जिम्मेदारी बनती है, उस हिसाब से कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि गाड़ी के डॉक्यूमेंट पूरे न होने के बारे में भी जांच की जाएगी।

वहीं, ईद के त्योहार के दिन भी स्कूल के खुले होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आमतौर पर ईद के दिन स्कूल में छुट्टी रहती है। ऐसे में बच्चों को स्कूल बुलाया गया। इस पर स्कूल प्रशासन के खिलाफ जांच और कार्रवाई हो सकती है।

गृह मंत्री और सीएम ने जताया दुख

इस घटना पर महामहिम राष्ट्रपति प्रधानमंत्री,  गृह मंत्री,सीएम नायब सैनी, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित अनेक प्रदेश व स्थानीय नेताओं ने गहरा दुख जताया है। गृह मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि उनकी संवेदनाएं हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों के साथ हैं। भगवान उन्हें दुख सहने की शक्ति दें। साथ ही उन्होंने घायलों के जल्द ही स्वस्थ होने की भगवान से प्रार्थना की है।

विधायक और नेताओं के आने पर भड़के लोग

घायलों का हाल जानने के लिए विधायक सीताराम यादव, पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव और सीएमओ डा. रमेश आर्य भी अस्पताल में पहुंचे हैं। इस पर यहां पर मौजूद लोगों ने जाम लगाकर हंगामा करना शुरू दिया। लोगों ने स्कूल संचालकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

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