पहली पातशाही गुरुद्वारे में गुरु गोबिंद सिंह को समर्पित 51वें श्री अखंड पाठ में कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने गुरुघर का लिया आशीर्वाद। केयू के इंडिपेंडेट स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा गुरु पर्व उत्सव पर अखण्ड पाठ व गुरु का लंगर आयोजित। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 9 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि गुरुओं की शिक्षाएं हम सभी के जीवन का आधार है इसलिए गुरुओं के दिखाए सच्चे रास्ते पर चलकर ही मनुष्य जीवन सफल हो सकता है। यह विचार कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने सोमवार को ब्रह्मसरोवर के किरमिच रोड़ पर स्थित गुरुद्वारा पहली पातशाही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की इंडिपेंडेट स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (इसवा) द्वारा आयोजित अखण्ड पाठ में आशीर्वाद लेने के उपरांत व्यक्त किए। कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि इंडिपेंडेट स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (इसवा) की स्थापना सन् 1975 में स्वर्गीय मक्खन सिंह द्वारा की गई थी जो कि विद्यार्थियों की गुरु के प्रति सच्ची भक्ति व अरदास थी ताकि विद्यार्थियों को बेहतर परीक्षा परिणाम, प्लेसमेंट तथा अच्छी शिक्षा व रोजगार मिले इसलिए अखण्ड पाठ, गुरबानी व लंगर लगाने की परंपरा शुरू की गई थी। तब से लेकर आज तक इंडिपेंडेट स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा गुरु गोविन्द सिंह जी को समर्पित गुरु पूर्व उत्सव के उपलक्ष्य में हर वर्ष गुरुद्वारा पहली पातशाही पर अखंड पाठ, गुरबाणी कीर्तन, अरदास तथा गुरु का लंगर लगाने की परम्परा चली आ रही है जो कि गुरु के प्रति विद्यार्थियों की सच्ची श्रद्धा को दर्शाती है। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की तथा विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा, डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. हरविन्दर सिंह लोंगोवाल, जसकरण सिंह, गौरा, रवि, सुनील, संदीप, गौरव, तरनप्रीत, सोनू विर्क सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। गुरुद्वारा पहली पातशाही में गुरुबाणी कीर्तन, अरदास व गुरु का लंगर कार्यक्रम आयोजित। वहीं दूसरे दिन मंगलवार को गुरुद्वारा पहली पातशाही में इसवा द्वारा प्रातः 9 बजे भोग श्री अखंड पाठ, 10 बजे केयू संगीत एवं नृत्य विभाग के खुशदीप कौर, हरमन, शिवानी, मायरा, अमनजोत, अमृतपाल कौर ने गुरुबाणी कीर्तन में शब्द गायन किया। इसके साथ ही गुरुबाणी स्पीच, अरदास तथा 1 बजे गुरु का लंगर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर कुंटिया प्रधान राजवंत कौर, इसवा के पूर्व अध्यक्ष जरनैल सिंह, सुखदेव सिंह गिल, जीत सिंह, धर्मप्रीत, भूपेन्द्र सिंह, हरप्रीत, मनजीत सिंह, गमदूर सिंह, राजवंत कौर, मनप्रीत कौर मौजूद रहे। Post navigation आम आदमी पार्टी का कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के तट पर सामूहिक उपवास उपन्यास जीवन की यथार्थवादी सत्य को प्रस्तुत करता है : प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा