आनलाइन गेमिंग में ज्यादा प्रॉफिट का प्रलोभन देकर अलग-अलग कंपनियों में गेम खिलाने तथा इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़।

मुख्य आरोपित सहित कुल 08 आरोपी गिरफ्तार, कब्जा से 28 मोबाईल फोन्स व 03 लैपटॉप बरामद।

गुरुग्राम: 02 अप्रैल 2024 – दिनांक 01/02.04.2024 की रात को निरीक्षक सवित कुमार, प्रबंधक थाना साईबर पूर्व, गुरूग्राम की टीम को अपने विश्वशनीय सूत्रों के माध्यम से एक सूचना मिली कि प्लॉट नम्बर 495, कोयल विहार, सैक्टर 52, गुरुग्राम में गेमिंग में इन्वेस्टमेंट के बदले मोटा प्रॉफिट का झांसा देकर रुपए इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर ठगी का रैकेट चल रहा है।

प्राप्त सूचना पर श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशन में एक रेडिंग पुलिस टीम गठित की गई और उपरोक्त सूचना में बताए गए स्थान पर चलाए जा रहे ऑफिस पर रेड़ की। रेड़ के दौरान उक्त आफिस फर्जी/अवैध तरीके से संचालित होना पाया गया । अनुसंधान के दौरान आरोपियान द्वारा अलग अलग गेम खिला कर इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करना पाया गया। पुलिस टीम द्वारा आफिस /रैकेट के मालिक/संचालक सहित कुल 08 आरोपियों को काबू किया, जिनकी पहचान सुनील कुमार उर्फ सोनू (संचालक) डीएसपी रोड, फतेहाबाद उम्र-42 साल, पवन गांव हिजरावा कलां, फतेहाबाद उम्र-24 साल शिक्षा 12वी, अर्षदीप गांव हिजरावा कला, फतेहाबाद उम्र-27 साल शिक्षा 12वी, तरुण डीएसपी रोड, फतेहाबाद उम्र-20 साल शिक्षा 12वी, पारसदीप कंगनपुर रोड, भारत नगर, सिरसा उम्र-19 साल शिक्षा 12वी, दीपक गांव मतलोड़ा, हिसार उम्र-21 वर्ष शिक्षा BA, हिमांशु पटियाला चोक, जींद उम्र-20 साल शिक्षा 10वीं व राजेंद्र गांव जीतो आगार जिला रियासी जम्मू-कश्मीर उम्र-37 साल, शिक्षा 12वीं, के रुप मे हुई। आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 120B IPC व 66D IT Act. के तहत थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में अभियोग अंकित करके आरोपियों उक्त को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी सुनील उर्फ सोनू उपरोक्त धोखाधडी के रैकेट का संचालक है तथा यह अपने उपरोक्त अन्य साथियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर इस रैकेट को चलाता है। अभी तक के अनुसंधान से यह भी सामने आया है की इस रैकेट का एक सदस्य श्रीलंका से भी इस तरह की अवैध गतिविधियां चलाता है । गिरफतार आरोपी सुनील ने उपरोक्त सभी (आरोपियों) को सेलरी/कमीशन पर रखा हुआ है और ठगी गई राशि में से कमीशन/बोनस के तौर पर 02 प्रतिशत रुपए भी देता था।

उक्त रैकेट के मालिक/संचालक से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह पिछले 01 वर्ष से अपने एक अन्य साथी तथा उपरोक्त आरोपियों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। ये खुद को विभिन्न कंपनियों के कर्मचारी बताकर लोगों से बातचीत करके उनको ऑनलाईन गेमिंग तथा इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर करवाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए व गेमिंग/ इन्वेस्टमेंट के लिए वेबसाईट लिंक, बैंक खाता इत्यादि इसका एक अन्य साथी इसे उपलब्ध करवाता था।

उपरोक्त आरोपियों द्वारा इस जालसाजी में प्रयोग किए जाने वाले 28 मोबाईल फोन्स व 03 लैपटॉप इनके कब्जा से बरामद किए गए है। आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है।

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