ओलावृष्टि, वर्षा, आंधी ने किसानों की कमर तोड दी और गेंहू व सरसों की पकी खडी फसल बर्बाद होने से कृषि कर्ज बोझ से दबे किसान की और बर्बादी होगी : विद्रोही विगत सात सालों में रबी फसलों पर प्राकृतिक आपदा से किसानों को हुए नुकसान के मुकाबले मुआवजा बहुत कम मिला है जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है : विद्रोही 30 मार्च 2 024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा मुख्यमंत्री से मांग की कि शुक्रवार को अहीरवाल क्षेत्र के रेवाडी, महेन्द्रगढ, गुरूग्राम, मेवात सहित पूरे प्रदेश में ओलावृष्टि, आंधीे, वर्षा, तूफान से गेंहू, सरसों रबी फसलों में भारी नुकसान हुआ है। सरकार तत्काल विशेष गिरदावरी करवाये ताकि किसानों को इस संकट की घडी में पर्याप्त मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हो। विद्रोही ने कहा कि 2 व 3 मार्च को भी अहीरवाल क्षेत्र सहित हरियाणा के कई क्षेत्रों में वर्षा, ओलावृष्टि से हुए नुकसान की आज तक न तो सही ढंग से गिरदावरी हुई और न ही किसानों को मुआवजा मिला। अब एकबार फिर 29 मार्च को भारी ओलावृष्टि, वर्षा, आंधी से पककर तैयार खडी सरसों व गेंहू फसल को भारी नुकसान हुआ है, साथ में खेतों में कटी पडी सरसों फसल को और भी ज्यादा नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि, वर्षा, आंधी ने किसानों की कमर तोड दी और गेंहू व सरसों की पकी खडी फसल बर्बाद होने से कृषि कर्ज बोझ से दबे किसान की और बर्बादी होगी। विद्रोही ने कहा कि विगत सात सालों से लगातार फरवरी, मार्च, अप्रैल में हरियाणा में किसानों की फसलों पर वर्षा, ओलो, आंधी से भारी नुकसान होता आ रहा है। विगत सात सालों में रबी फसलों पर प्राकृतिक आपदा से किसानों को हुए नुकसान के मुकाबले मुआवजा बहुत कम मिला है जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। इसके चलते किसानों पर कर्ज बोझ लगातार बढता जा रहा हैं। अब लोकसभा चुनाव से ठीक पूर्व अहीरवाल क्षेत्र के रेवाडी, महेन्द्रगढ, गुरूग्राम, मेवात जिले सहित हरियाणा के कई क्षेत्रों में फिर भारी वर्षो, आंधी, ओलावृष्टि ने सरसों, गेंहू की पकी खडी फसल बर्बाद करके किसानों की कमर तोड दी। विद्रोही ने हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से आग्रह किया कि वे तीन दिन के अंदर-अंदर अहीरवाल क्षेत्र सहित पूरे हरियाणा में आंधी, वर्षा, ओलावृष्टि से गेंहू, सरसों की पकी खडी फसल को हुए नुकसान की विशेष गिरदावरी की प्रक्रिया पूरी करके किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रूपये का मुआवजा दिलवाने की व्यवस्था करे। Post navigation ढांचागत सुविधाओं, पुस्तकालयों तथा पाठ्येतर गतिविधियों पर बजटीय आवंटन बढ़ाये विश्वविद्यालयः राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रोहतक सीट : कांग्रेस की 11 जीत में नौ बार हुड्डा परिवार का चेहरा, चुनौती बरकरार