-कमलेश भारतीय हम जुड़वां बहनों का एक ही लक्ष्य है कि अच्छी फिल्मों का निर्माण या फिर अच्छा थियेटर करती रहें। यह कहना है कुल्लू के निकट ढालपुर की जुड़वां बहनों प्राची-पूर्वा का, जो कुल्लू साहित्योसव के आज के सुबह के सत्र में अपनी दस्तावेजी फिल्म ‘रजस्वला’ के प्रदर्शन के बाद बातचीत कर रही थीं । फिल्म वास्तविक स्थितियों के बहुत करीब थी और विचार के साथ साथ फोटोग्राफी भी खूबसूरत थी। -कहां से हैं आप?-ढालपुर से। -आपके मम्मी पापा क्या करते हैं?-स्कूल चलाते हैं- भारत भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल । पापा डाॅ निरंजन देव शर्मा प्रिंसिपल हैं तो मम्मी प्रतिमा शर्मा संचालिका । -आपकी पढ़ाई लिखाई कहाँ से?-बी ए ब़गलौर से एकसाथ ही-मनोविज्ञान, अंग्रेजी और थियेटर में । बाद में डिप्लोमा भी किया। मुम्बई के सेंट जेवियर्स में । -थियेटर में रूचि कब से?-बचपन से ही । जब हम नवम् कक्षा में ही थीं तब स्कूल के लिए नाटक डायरेक्ट करती थीं । हमारे खेल भी नाटक केंद्रित होते थे । -मम्मी पापा ने कभी रोका नहीं ?-जी नहीं । हमेशा प्रोत्साहित ही किया । -रजस्वला से पहले भी कोई डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई है?-दो फिल्म इससे पहले बना चुकी हैं-अमानत और आवाज़ें ।और किसान आंदोलन को भी कवर किया था । -कौन से निर्देशक पसंद?-ईरानी निर्देशक माजिद मजीदी । -हिमाचल में सिनेमा की कोई संभावना है?-जी । बहुत संभावना है । -और शौक क्या क्या हैं?-संगीत, फोटोग्राफी, डांस, कविता लिखना और थियेटर के साथ साथ ट्रेवलिंग । -क्या लक्ष्य?-बस, अच्छी फिल्म मेकिंग और अच्छी थियेटर । हमारी शुभकामनाएं प्राची-पूर्वा को। आप अपनी प्रतिक्रिया इस नम्बर पर दे सकते हैं : 8628906016 Post navigation हिमाचल : राजनीतिक उठा पटक का संकट ……. कुल्लू साहित्योत्सव …………. साहित्य हमारी आत्मा को झकझोरता है और उत्सव इसे नयी पीढ़ी तक पहुंचाते है