राजस्थान से हुए एमओयू अनुसार हथिनी कुंड बैराज से बाढ़ का फालतू पानी तीन पाईप लाईन के माध्यम से दक्षिणी हरियाणा के रास्ते राजस्थान को दिया जायेगा : विद्रोही राजस्थान के लोगों की वोट हडपने का तो प्रबंध किया जा रहा है लेकिन भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के लोगों व खेतों की प्यास बुझाने के लिए जुमलेबाजी : विद्रोही 18 फरवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव 2024 में वोट बैंक की औच्छी व गंदी राजनीति खातिर हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल से दिल्ली केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री की मौजूदगी में यमुना नदी का बरसाती पानी राजस्थान को देने का एमओयू तो साईन कर लिया, लेकिन वर्षो से दक्षिणी हरियाणा अहीरवाल की इस मांग की कि बाढ़ के समय यमुना का फालतू पानी दक्षिणी हरियाणा में पहुंचाये, इसके लिए विगत दस सालों से एक भी कदम नही उठाया। विद्रोही ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राजस्थान के लोगों की वोट हडपने का तो प्रबंध किया जा रहा है लेकिन भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के लोगों व खेतों की प्यास बुझाने के लिए जुमलेबाजी के अलावा कुछ भी ठोस कदम उठाने को तैयार नही। राजस्थान से हुए एमओयू अनुसार हथिनी कुंड बैराज से बाढ़ का फालतू पानी तीन पाईप लाईन के माध्यम से दक्षिणी हरियाणा के रास्ते राजस्थान को दिया जायेगा। विद्रोही ने सवाल किया कि राजस्थान को दक्षिणी हरियाणा से गुजरने वाली पाईप लाईनों से हथिनी कुंड बैराज से यमुना का बाढ़ का अतिरिक्त पानी देने से पहले इस पानी को पाईप लाईन से दक्षिणी हरियाणा अहीरवाल में एकत्रित करके अहीरवाल का लगातार गिरते जा रहे भू-जलस्तर को ऊपर उठाने व खेती की सिंचाई के लिए प्रयोग करने की योजना क्यों नही बनाई जाती? जहां शेष हरियाणा के हर जिले में नहरी पानी से खेती की सिंचाई का 40 से 80 प्रतिशत जमीन को सिंचित करने की व्यवस्था है जबकि दक्षिणी हरियाणा में केवल 2 से 3 प्रतिशत भूमि ही नहरी पानी से सिंचित होती है। दक्षिणी हरियाणा में खेती की सिंचाई के लिए नहरी पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने की बजाय प्रदेश के बाढ़ के अतिरिक्त पानी को अहीरवाल की सिंचाई के लिए प्रयोग करने की योजना बनाने की बजाय वोट बैंक की राजनीति के लिए राजस्थान भेजने का एमओयू करना अहीरवाल व दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार करने का जींवत प्रमाण है। विद्रोही ने अहीरवाल दक्षिणी हरियाणा के लोगों से आग्रह कियो कि वे भाजपा का किसान व अहीरवाल विरोधी चेहरा पहचाने और किसान, मजदूर, कमेरे वर्ग की विरोधी और अहीरवाल से भेदभावपूर्ण सौतेला व्यवहार करने वाली भाजपा का समर्थन करके अपने पैरों पर खुद कुल्हाडीे मारने का काम न करे। Post navigation सरप्लस बरसाती पानी के सदुपयोग को लेकर राजस्थान व हरियाणा के बीच हुआ डीपीआर बनाने का समझौता कांग्रेस ने ही लागू की स्वामीनाथन आयोग की 175 सिफारिशें: कुमारी सैलजा