प्रशासन की तरफ से नहीं दी गई अनुमति, अब तीन मार्च को होगी ‘जन आक्रोश रैली’

किसानों को बदनाम करने के लिए खुद सड़कें रोक रही है बीजेपी-जेजेपी सरकार-अशोक अरोड़ा

चंडीगढ़, 16 फरवरी:- कार्यक्रम निर्धारण समिति के प्रमुख अशोक अरोड़ा ने बताया कि 18 फरवरी को कलायत में होने वाली ‘जन आक्रोश रैली’ को जिला प्रशासन से अनुमति न मिलने के कारण स्थगित कर दिया गया है, अब यह रैली 3 मार्च को होगी। रैली में पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा,कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल होंगे।

अशोक अरोड़ा ने बताया कि किसानों को बदनाम करने के लिए सरकार जानबूझकर सड़कें जाम कर रही है। सड़कें और इंटरनेट बंद करके बीजेपी-जेजेपी साजिश के तहत जनता को परेशान कर रही है ताकि किसानों के खिलाफ नकारात्मक प्रचार किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग पूरी तरह जायज है। बीजेपी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के तहत (सी-2 जमा 50 प्रतिशत मुनाफा) एमएसपी देने का वादा करके सत्ता में आई थी। लेकिन सत्ता में आने के बाद वो अपने वादे से पलट गई। आज किसान इसी वादे को याद दिलाने के लिए आंदोलनरत हैं।

लेकिन उनको रोकने के लिए सरकार पूरी तरह असंवैधानिक और गैर-कानूनी तरीके अपना रही है। बाकायदा हाई कोर्ट ने भी इसके लिए सरकार को फटकार लगाई है। क्योंकि बीजेपी-जेजेपी सरकार को इस तरह सड़कें रोकने, उनपर कीलें बिछाने, पत्थर डलवाने और कंक्रीट की दीवार खड़ी करने का कोई अधिकार नहीं है। सरकार बताएं कि किस कानून के तहत उसने सड़कों और इंटरनेट को बंद किया है?

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