पेड़ो पर होर्डिंग लगाकर राजनैतिक पार्टियां उड़ा रही एनजीटी के आदेशों की धज्जियां : भारद्वाज

ग्रीन अर्थ ने लिखा एनजीटी व सभी पार्टियों को पत्र।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : पेड़ों पर होर्डिंग – बैनर्स आदि लगाने से पेड़ों को भारी नुकसान तथा पर्यावरण को बड़ा खतरा होता है। माननीय नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल नई दिल्ली ने पेड़ों पर किसी भी तरह से बैनर / होर्डिंग आदि लगाने पर पूर्णतय: प्रतिबंध लगाया हुआ है तथा ये दंडनीय अपराध है। बावजूद इसके आये दिन कोई न कई राजनैतिक पार्टी अपने होर्डिंग – बैनर्स पेड़ों पर लगाकर एनजीटी के आदेशों की अवेहलना कर रहें हैं। मामले में पर्यावरण सरंक्षण में कार्यरत ग्रीन अर्थ संगठन ने सभी राजनैतिक पार्टियों सहित एनजीटी, मुख्य सचिव, उपायुक्त एवं अन्य को पत्र लिखकर सभी पेड़ों से बैनर्स / होर्डिंग्स तुरंत उतरवाने, भविष्य में ना लगाने तथा धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने में योगदान देने की अपील की है।

पर्यावरणविद डॉ. नरेश भारद्धाज ने बताया की ग्रीन अर्थ संगठन की टीमें १५ मई, २०२३ से कुरुक्षेत्र शहर में पेड़ों को बैनर – होर्डिंग मुक्त करने के लिए लगातार कार्य कर रही हैं तथा सभी राजनैतिक दलों, विभिन्न पीजी, कोचिंग सेंटर्स, स्कूल, ओवरसीज एजेंसी, फार्मेसी, नर्सिंग होम, शैक्षणिक – धार्मिक संस्थानों, सोलर यंत्र विक्रेता, प्रॉपर्टी डीलर्स आदि के पेड़ों पर लगे हजारों बैनर्स / होर्डिंग्स/ कीलें निकाली हैं। इस अभियान की बदौलत, कुरुक्षेत्र शहर के लगभग सभी पेड़ों को बैनर / होर्डिंग मुक्त किया जा चूका है। कुछ राजनैतिक पार्टी और संस्थान अभी भी नियमों की अवेहलना कर रहें हैं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो इनके खिलाफ मजबूरन कोर्ट में अवेहलना याचिका दायर करनी पड़ेगी।

संगठन सदस्य जगत सिंह ने बताया की हम किसी भी राजनैतिक पार्टी/ संस्थान/ समुदाय/ जाति/ धर्म से हों, ये हम सब की सांझी जिम्मेदारी है की वर्तमान तथा भविष्य के लिए हम सब मिलकर अपने पेड़ पौधों/ पर्यावरण का सरंक्षण करें और किसी भी प्रकार से पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं। सभी राजनैतिक दलों से अपील की गई है की वे भविष्य में पेड़ों पर होर्डिंग बैनर्स ना लगाए।

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