23 जनवरी को केंद्र सरकार ने अगस्त, 2022 में हरियाणा सरकार से सेवानिवृत अश्वनी गुप्ता को आई.ए.एस. में किया नियुक्ति 2 फरवरी को हरियाणा सरकार ने आई.ए.एस. के तौर पर गुप्ता को एडिशनल एमडी, एच.एस.आई.आई.डी.सीकिया तैनात चूँकि गुप्ता अगस्त, 2024 में 60 वर्ष की आयु पूरी करेंगे, अत: मात्र सात माह ही रह सकेंगे आई.ए.एस. — एडवोकेट चंडीगढ़ — हरियाणा आई.ए.एस. कैडर में नॉन-एच.सी.एस. (गैर- राज्य सिविल सेवा) कोटे से एक और अधिकारी की एंट्री हो गई है. शुक्रवार 2 फरवरी को जब प्रदेश के 22 आईएएस अधिकारियों के ताज़ा तैनाती-तबादला आदेश जारी किये गये तो उसमें अश्वनी गुप्ता को अतिरिक्त प्रबंध निदेशक (एडिशनल एमडी), हरियाणा राज्य ओद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम के तौर पर तैनात किया गया है जो कार्यभार इससे पूर्व पंचकूला जिले की निवर्तमान एडीसी वर्षा खंगवाल, एच.सी.एस. के पास था. बहरहाल, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) से अश्वनी कुमार गुप्ता की आईएएस में नियुक्ति सम्बन्धी जानकारी प्राप्त करने के बाद बताया कि इस आशय में गत माह 23 जनवरी 2024 को डीओपीटी की आल इंडिया सर्विसेज (ए.आई.एस.)-1 शाखा के अंडर सेक्रेटरी के हस्ताक्षर से जारी एक आदेश मार्फ़त गुप्ता की आईएएस में नियुक्ति की गयी है. हालांकि गुप्ता, जिनकी जन्म तिथि 11 अगस्त 1964 है और जो हरियाणा के इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स (उद्योग एवं वाणिज्य) विभाग में बतौर एडिशनल डायरेक्टर पद से डेढ़ वर्ष पूर्व 31 अगस्त 2022 को 58 वर्ष की आयु की होने के कारण हरियाणा सरकार की सेवा से सेवानिवृत हो गये थे, इसलिए अक्टूबर, 2022 से (अर्थात जब से नॉन-एचसीएस कोटे से चार अन्य हरियाणा सरकार के अधिकारी नियुक्त हुए) गुप्ता की आईएएस में नियुक्ति सम्बन्धी आदेश अर्थात 23 जनवरी, 2024 के मध्य की अवधि को उनका सेवा काल ही माना जाएगा हालांकि इस सम्बन्ध में प्रदेश सरकार द्वारा उक्त अवधि दौरान गुप्ता की साफ़ और बेदाग होने के सम्बन्ध में विजिलेंस क्लीयरेंस रिपोर्ट प्राप्त की जायेगी. बहरहाल, चूँकि गुप्ता अगस्त, 2024 में 60 वर्ष की आयु पूरी कर लेंगे, इसलिए आईएएस अधिकारी के तौर पर उनकी सर्विस मात्र सात माह अर्थात 31 अगस्त 2024 तक ही रहेगी जिस दिन वह आईएएस से सेवानिवृत हो जायेंगे. हेमंत ने आगे बताया कि गुप्ता को आईएएस में नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल (कैट), चंडीगढ़ बेंच के 15 दिसम्बर 2023 को दिए गये एक आदेश के आधार पर दी गयी है. दरअसल, अक्टूबर 2022 में जब हरियाणा से नॉन-एचसीएस कोटे से आईएएस की पांच रिक्तियों (सेलेक्ट लिस्ट 2019) की चयन प्रक्रिया, जो वर्ष 2020 में पूरी हुई थी, तो उसमें गुप्ता का नाम फाइनल चयनित उम्मीदवारों को सूची में क्रमांक 1 पर शामिल था जबकि अन्य चार में डॉ. विवेक भारती, डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, डॉ. जैन्द्र सिंह छिल्लर और डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रंगी का नाम शामिल था. गुप्ता को छोड़कर उपरोक्त अन्य चार को 25 अक्टूबर 2022 को आईएएस में नियुक्त कर दिया गया था जबकि गुप्ता को इसलिए आईएएस में नियुक्त नहीं किया गया क्योंकि 31 अगस्त 2022 को वह हरियाणा सरकार की सेवा से रिटायर हो चुके थे. बहरहाल, इसके बाद गुप्ता ने पहले कैट, चंडीगढ़ बेंच, फिर हाई कोर्ट, तत्पश्चात केंद्र सरकार और अंततः फिर कैट, चंडीगढ़ में अर्जी, रिट याचिका आदि दायर कर उन्हें आईएएस में नियुक्त करने की गुहार लगायी क्योंकि उनका तर्क था कि नॉन-एचसीएस कोटे से आईएस में चयन प्रक्रिया में अत्यधिक विलम्ब के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है एवं जब उनका नाम सेलेक्ट लिस्ट 2019 में नॉन-एचसीएस कोटे से आईएएस की 5 रिक्तियों के लिए फाइनल चयित पांच उम्मेदवारो की सूची में पहले नंबर पर शामिल किया गया है, इसलिए आईएएस में नियुक्ति का उन्हें कानूनी अधिकार है जिसे कैट, चंडीगढ़ बेंच ने स्वीकार कर लिया. बहरहाल, गुप्ता को चूँकि अक्टूबर, 2022 से ही अर्थात चार अन्य नॉन- एचसीएस अधिकारियों नामत: डॉ. विवेक भारती, डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, डॉ. जैन्द्र सिंह छिल्लर और डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रंगी के साथ ही आईएएस में नियुक्त माना जाएगा और उन्हें उसी पिछली तारिख से उनकी तरह सारे लाभ प्रदान किये जायेंगे, हेमंत का कहना है कि इस आधार पर गुप्ता को भी केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही आईएएस का बैच वर्ष 2016 अलोट किया जा सकता है जैसे उपरोक्त चार अन्य नॉन-एचसीएस कोटे से आईएएस बने अधिकारियों को किया गया है. वर्तमान में डॉ. भारती सिरसा जिले में, डॉ. वशिष्ठ पंचकूला जिले में, डॉ. छिल्लर चरखी दादरी जिले में एवं डॉ. रंगी पलवल जिले में बतौर एडीसी (अतिरिक्त उपायुक्त) तैनात है. Post navigation मनोहरलाल ने दिया हर बूथ जीतने का लक्ष्य ……. कांग्रेस सरकार आने पर फरीदाबाद में लग रहे 5 टोल खत्म करेंगे, पलवल और गुड़गाँव तक मेट्रो को ले जाएंगे – भूपेन्द्र हुड्डा