मौजूदा लागू एच.सी.एस. कैडर में ए.डी.सी. के 15 पद निर्धारित हालांकि केवल 4 जिलों में ही तैनाती — एडवोकेट चंडीगढ़- हरियाणा में एचसीएस – ईबी (हरियाणा सिविल सेवा -कार्यकारी शाखा) अधिकारियों से गत काफी समय से प्रदेश सरकार द्वारा एक तरह का सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. राज्य के सभी 22 जिला मुख्यालयों में अतिरिक्त उपायुक्त (ए.डी.सी. ) का स्थायी पद स्वीकृत है जो जिला प्रशासन में उपायुक्त ( डी.सी.) के बाद दूसरा उच्च प्रशासनिक पद होता है. प्रदेश में लागू प्रशासनिक व्यवस्था अनुसार ए.डी.सी. के पद पर न केवल आई.ए.एस. बल्कि वरिष्ठ एच.सी.एस. अधिकारी भी तैनात किये जा सकते हैं हालांकि वास्तविकता यह है कि वर्तमान में अंबाला सहित 18 जिलों में ए.डी.सी. पद पर आई.ए.एस. अधिकारी ही तैनात हैं. यह तब है कि जब प्रदेश के सभी 22 जिलों के डी.सी. पद पर भी केवल आई.ए.एस. अधिकारी ही तैनात किये जा सकते हैं. इस प्रकार हरियाणा में डीसी और एडीसी के कुल 44 पदों पर 40 आईएएस अधिकारी तैनात हैं. पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में एडवोकेट और प्रशासनिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार ने बताया कि हालांकि कुछ वर्षो पहले जिले का ए.डी.सी. के पद पर तैनात अधिकारी इस पद के साथ साथ जिले का सचिव, आर.टी.ए. (क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण) एवं डी.आर.डी.ए. (जिला ग्रामीण विकास एजेंसी) का सी.ई.ओ. ( मुख्य कार्यकारी अधिकारी) भी होता था परन्तु अब ऐसी व्यवस्था नहीं है. हालांकि वर्तमान में ए.डी.सी. उसके सम्बंधित जिले का जिला नागरिक संसाधन सूचना अधिकारी होता है (डी.सी.आर.आई.ओ.) भी होता है. सवा तीन वर्ष पूर्व अक्टूबर, 2020 में प्रदेश सरकार द्वारा एचसीएस-ईबी (हरियाणा सिविल सेवा – एग्जीक्यूटिव ब्रांच -कार्यकारी शाखा) कैडर संख्या निर्धारण आदेश जारी किया गया था, जो वर्तमान में लागू है, एवं उसमें स्पष्ट तौर ज़िलों के अतिरिक्त उपायुक्त (ए.डी.सी) के 15 पदों को एचसीएस कैडर में शामिल किया गया जिन पर सिलेक्शन ग्रेड/ सुपर टाइम स्केल या 9 से 18 वर्षो की एचसीएस सेवा वाले अधिकारी तैनात किये जा सकते हैं. बहरहाल, हेमंत ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के केवल चार जिलों – कैथल, पानीपत, पंचकूला और रोहतक में ही ए.डी.सी. के पदों पर वरिष्ठ एचसीएस अधिकारी तैनात हैं. कैथल में मई,2023 से एचसीएस अधिकारी सुशील कुमार -1 (2003 बैच), पानीपत में अगस्त, 2021 से महिला एचसीएस वीना हुड्डा (2002 बैच), पंचकूला में महिला एचसीएस वर्षा खंगवाल (2004 बैच) जबकि रोहतक में महेश कुमार (2013 बैच) बतौर ए.डी.सी. तैनात हैं. अब वर्तमान में एचसीएस कैडर में पर्याप्त योग्य अधिकारी होने के बावजूद प्रदेश के 11 अन्य जिलों में वरिष्ठ एचसीएस को ए.डी.सी. क्यों नहीं तैनात किया गया है, इस सम्बन्ध में प्रदेश सरकार का कार्मिक विभाग भी बता सकता है. उन्होंने आगे बताया कि जहाँ तक प्रदेश के आईएएस कैडर संख्या निर्धारण का विषय है, तो इसे पिछली बार 5 वर्ष पूर्व दिसम्बर, 2018 में केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी ) द्वारा नोटिफाई किया गया जो वर्तमान में ही लागू हैं जिसमें ए.डी.सी. के केवल 7 पद ही शामिल हैं. हालांकि वर्तमान में हरियाणा के 18 ज़िलों — सिरसा में 2016 बैच के आईएएस डॉ. विवेक भारती. जींद में 2016 बैच के आईएएस डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, चरखी दादरी में 2016 बैच के आईएएस डॉ. जैन्द्र सिंह छिल्लर और फतेहाबाद में 2016 बैच के आईएएस डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रंगी बतौर ए.डी.सी. तैनात हैं. हालांकि उपरोक्त सभी चारों आईएएस अक्टूबर,2022 में नॉन-एचसीएस कोटे से सीधे आईएएस में नियुक्त हुए थे जिन्हें बाद में केंद्र सरकार द्वारा 2016 का आईएएस बैच वर्ष अलॉट किया गया था. इसी प्रकार 2017 बैच के तीन आईएएस स्वप्निल रविंद्र पाटिल रेवाड़ी जिले में, साहिल गुप्ता पलवल में और डॉ. वैशाली शर्मा करनाल में ए.डी.सी. पद पर तैनात हैं. वहीं 2018 बैच के चार आईएएस – आयुष सिन्हा यमुनानगर में, अपराजिता अम्बाला में, अखिल पिलानी कुरुक्षेत्र और अनुपमा अंजलि भिवानी में एडीसी हैं. 2019 बैच के कुल आठ आईएएस अधिकारियों में से सर्वाधिक सात आईएएस वैशाली सिंह महेंद्रगढ़ में अंकिता चौधरी सोनीपत में, नीरज हिसार में, आनंद कुमार शर्मा फरीदाबाद में, सलोनी शर्मा झज्जर में, हितेश कुमार मीणा गुरुग्राम में और रेनू सोगन नुहं जिले में ए.डी.सी. शामिल हैं. हेमंत ने बताया कि इसमें कोई संदेह नहीं कि हर आईएएस और एचसीएस अधिकारी की तैनाती तबादला का विषय प्रदेश सरकार के कार्मिक विभाग के अंतर्गत आता है जो विभाग राजनीतिक तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रशासनिक तौर पर राज्य के मुख्य सचिव के अधीन आता है परन्तु यहाँ ध्यान देने योग्य यह है कि जब एडीसी के 15 पद एचसीएस अधिकारियों के लिए निर्धारित हैं और उन पदों पर तैनात होने के लिए योग्य एचसीएस अधिकारी भी कैडर में उपलब्ध है, फिर आज की तारीख में केवल 4 एचसीएस अधिकारियों को ही प्रदेश में ए.डी.सी. पद पर क्यों तैनात गया है. संभवत: आज तक एचसीएस अधिकारियों की एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने यह मामला प्रदेश सरकार से गंभीरता से मामला नहीं उठाया कि उनके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है. हालांकि रोचक तथ्य है कि 2 वर्ष पूर्व फरवरी, 2022 में एचसीएस एसोसिएशन की निर्वाचित चेयरपर्सन वर्षा खंगवाल जो मुख्यतः हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं इंफ्रास्ट्रक्चर विकास निगम की अतिरिक्त प्रबंध निदेशक तैनात हैं, उनके पास जिला पंचकूला की अतिरिक्त उपायुक्त ( एडीसी) का कार्यभार भी है. Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल 28 जनवरी को पानीपत में इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा का करेंगे शुभारम्भ कांग्रेस ने शुरू की लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया, लोकसभा चुनाव आवेदन की प्रक्रिया आरंभ