पिछले साढ़े नौ साल में बीजेपी सरकार ने कितने नए पद सृजित किए और कितने पद खत्म किए?- प्रो. अजय उपाध्याय

हरियाणा के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली क्यों पड़े हुए हैं?- प्रो. अजय उपाध्याय

30 से ज्यादा पेपर लीक होने के बावजूद एचएसएससी-एचपीएससी के किसी मेंबर या चेयरमैन पर कार्रवाई या उसकी जांच क्यों नहीं हुई?- प्रो. अजय उपाध्याय 

इस सरकार की हर भर्ती कोर्ट में जाकर क्यों लटक जाती है?- प्रो. अजय उपाध्याय

चंडीगढ़, 5 जनवरी:- हरियाणा कांग्रेस मुख्यायलय चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता के दौरान अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता एवं नवनियुक्त एआईसीसी कम्युनिकेशन हरियाणा के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर अजय उपाध्याय ने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी सरकार से सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी-जेजेपी की सरकार होने के बावजूद भी हरियाणा के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली क्यों पड़े हुए हैं? 

प्रो. अजय उपाध्याय ने कहा कि हरियाणा प्रदेश बेरोजगारी में नंबर-1 पर है। फिर भी यह सरकार हरियाणा की नौकरियों में अन्य राज्यों के लोगों को भर्ती करने के लिए नियमों में फेरबदल क्यों कर रही है? इतना ही नहीं केंद्र सरकार के श्रम और रोजगार मामलों के राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने संसद में खुद बताया है, कि बीजेपी सरकार बनने के बाद हरियाणा में बेरोजगारी 3 गुना बढ़ी है। 2013-14 में कांग्रेस सरकार के दौरान जो बेरोजगारी दर 2.9% थी, वो आज करीब 9.0% पर पहुंच गई है, जो देश में सबसे ज्यादा है। राष्ट्रीय स्तर पर बेरोज़गारी दर 4.1% है । और प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी से त्रस्त युवा विदेशों में पलायन करने को मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी अब जानलेवा रुप ले चुकी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2014 से लेकर अब तक 12 बेरोजगार युवा आत्महत्या कर चुके हैं। जोकि बेहद चिंता का विषय है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध न करवाने की इस सरकार की नाकामी के चलते लाखों बेरोजगार युवा हताशा में नशे और अपराध के दलदल में फंस रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में या तो कोई भर्ती निकलती ही नहीं है और अगर निकलती भी है तो वह कोर्ट में जाकर लटक जाती है। जिससे सरकार की मंशा का साफ पता चलता है कि यह सरकार युवाओं को रोजगार ही देना नहीं चाहती है।

प्रो. अजय उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश में अब तक 30 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं, लेकिन पेपर लीक होने के बावजूद भी एचएसएससी-एचपीएससी के किसी मेंबर या चेयरमैन पर कार्रवाई या उसकी जांच क्यों नहीं हुई? यहां तक कि इस सरकार ने एचपीएससी का चेयरमैन भी बाहरी राज्य के व्यक्ति को बना रखा है। क्या इस सरकार को हरियाणा में कोई काबिल व्यक्ति नहीं मिला? ये मौजूद रहे चाँदवीर हुड्डा मीडिया एवम कम्यूनिकेशन प्रभारी,मीडिया हेड ,प्रवक्ता केवल ढींगरा आदि

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