हरियाणा के महेंद्रगढ़ से है आरोपी भारत सारथी/ कौशिक श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या भोंडसी जेल में बंद तीन शार्प शूटरों को करनी थी, लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने तीनों को महेंद्रगढ़ में पुलिस पर गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी नितिन फौजी को दी थी। भोंडसी जेल में बंद तीनों कैदियों को राजस्थान पुलिस ने रविवार शाम को प्रोडक्शन वारंट पर ले गई है। इसकी पुष्टि जेल प्रशासन ने की है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के दो शूटर्स समेत 3 आरोपियों की जांच में एक चौंकाने वाला नाम सामने आया, जिसने न सिर्फ शूटरों को हथियार मुहैया कराए थे, बल्कि उन्हें इस वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार भी किया था। इस शातिर अपराधी का नाम वीरेंद्र है, जो इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने वाले रोहित गोदारा का शागिर्द है। पुलिस अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने सात में से 6 आरोपियों को सोमवार तड़के कोर्ट में पेश किया। जहां से सभी 6 आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इससे पहले रविवार को पुलिस ने रामवीर जाट को कोर्ट में पेश कर आठ दिन के रिमांड पर लिया था। अब पुलिस दोनों शूटर्स सहित सभी आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी। बता दें कि पांच दिसंबर को करणी सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनकी घर में घुसकर तीन हमलावारों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने रविवार को चंडीगढ़ से एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। हत्या को अंजाम देने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने पहले महेंद्रगढ के ही भवानी सिंह उर्फ रोनी, राहुल कोथल और संदीप को दी थी, लेकिन इस वारदात से पहले ही पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर भोंडसी जेल में बंद कर दिया था। पुलिस पर फायरिंग के आरोप में पकड़े गए थे : जानकारी के अनुसार भवानी सिंह उर्फ रोनी, राहुल कोथल निवासी कोथल और नितिन फौजी आपस में दोस्त हैं। तीनों महेंद्रगढ़ के अलग-अलग गांव के हैं। नितिन फौजी दो दिन की छुट्टी पर गांव आया था। भवानी सिंह और अनुपम सोनी के बीच विवाद चल रहा था। उस विवाद को सुलझाने के लिए तीनों आरोपित अन्य साथियों के साथ गांव खुडाणा पहुंचे। अनुपम सोनी पक्ष से झगड़ा होने के कारण पुलिस आ गई। इस पर भवानी सिंह साथियों के साथ वहां से भागते समय पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। तीनों के जेल जाने के बाद नितिन से साधा था संपर्क भवानी सिंह उर्फ रोनी और राहुल कोथल जेल जाने के बाद लॉरेंश बिश्नोई की गैंग के रोहित गोदारा ने भवानी सिंह के दोस्त नितिन फौजी से संपर्क किया। नितिन फौजी अपने दोस्त भवानी सिंह उर्फ रोनी के जरिए रोहित गोदारा के संपर्क में आया था। पुलिस का कहना है कि रोनी पहले ही गोदारा और उसके खास सहयोगी वीरेंद्र चरण के संपर्क में था। उसने नितिन की फोन के जरिए बात कराई और उसे जयपुर में हत्या के लिए मनाया गया। नितिन फौजी को वारदात को अंजाम देने के लिए रोहित गोदारा ने नितिन से कई वादे किए थे। पुलिस के अनुसार रोहित गोदारा ने नितिन को कनाडा शिफ्ट करने का वादा किया था। इसी लालच में रोहित राठौड़ के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने को तैयार हुए थे। महेंद्रगढ़ सदर थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा पुलिस पर फायरिंग करने के मामले में थाना सदर महेन्द्रगढ़ पर मुकदमा दर्ज हुआ। इस मुकदमे में गिरफ्तारी से बचने के लिए नितिन फौजी, राहुल कौथल 10 नवंबर को हिसार पहुंच गए। 5-6 दिन बाद में भवानी सिंह भी इनके पास हिसार आ गया। इनके रुकने की व्यवस्था उदम नाई निवासी हिसार ने की थी। इसके बाद पुलिस ने नवंबर माह में ही इन्हें गिरफ्तार कर भोंडसी जेल में बंद कर दिया था। गुरुग्राम के कारोबारी से गोदारा ने मांगी थी रंगदारी श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनके घर में घुसकर गोली मारकर हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा ने गुरुग्राम में भी एक पूर्व पार्षद और पेट्रोल पंप कारोबारी से 60 दिन पहले एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। बिलासपुर खुर्द गांव के रहने वाले पूर्व पार्षद राकेश कुमार का पेट्रोल पंप का कारोबार है। उनके पास 60 दिन पहले लॉरेस विश्नोई के गुर्गे रोहित गोदारा ने उसे फोन कर जान से मारने की धमकी देकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। बलासपुर थाना पुलिस ने 14 अक्तूबर को उसके खिलाफ मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद उसने 25 अक्तूबर को उसके भाई व बेटे के नेटवर्क के बारे में जानकारी दी और कहा कि तूने गांव में जमीन को लेकर विवाद किया है। पैसा न मिलने पद दोबारा दी थी धमकी। जांच टीम के अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों ने यह खुलासा किया कि वीरेंद्र ने इस हत्याकांड की साजिश रची। यही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। इसके कहने पर ही रोहित राठौर और नितिन फौजी करणी सेना के प्रमुख सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के लिए तैयार हुए थे। उसने ही जयपुर में दोनों शूटरों को हथियार मुहैया कराए थे। और इसके ही इशारे पर नवीन शेखावत ने गोगामेड़ी के घर का रेकी की थी। इसके बाद वही शूटरों को अपने साथ लेकर गया था। वीरेंद्र ने ये सबकुछ अपने आका रोहित गोदारा के कहने पर किया था। रोहित और वीरेंद्र जेल में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे, तभी से ये दोनों साथ में काम कर रहे हैं। आरोपी वीरेंद्र एक लाख का इनामी गैंगस्टर है। वह राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ का रहने वाला है। साल 2015 में हुए रामलाल मेघवाल हत्याकांड में उसका नाम आया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, जहां वह कई गैंगस्टरों के संपर्क में आया और उसने अपना एक नेटवर्क बना लिया। उसके इस नेटवर्क में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह लेकर रोहित गोदारा तक शामिल थे। साल 2022 में उसे जमानत मिली तो जेल से बाहर आ गया। इसके बाद उसने गोगामेड़ी के करीबी गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की साजिश रची और हत्याकांड के बाद नेपाल होते हुए दुबई फरार हो गया था। और पिछले एक साल से दुबई से ही लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के के लिए काम कर रहा है। जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि गोगामेड़ी की पांच दिसंबर को हत्या से पूर्व करीब एक सप्ताह तक शूटर नितिन फौजी को अपने घर में रखने वाली पूजा सैनी उर्फ पुजा बत्रा को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पूजा सैनी अपने पति के साथ जयपुर के जगतपुरा में किराये के फ्लैट में पूजा बत्रा के नाम से रह रही थी और उसका पति महेन्द्र कुमार मेघवाल ऊर्फ समीर घर से फरार है। गिरफ्तार आरोपी पूजा सैनी और उसका पति महेंद्र शूटर नितिन फौजी के लिए हथियार तस्करों के रूप में काम करते थे। जोसेफ ने बताया कि महेंद्र कुमार मेघवाल कोटा का हिस्ट्रीशीटर है और फरार है। 28 नवंबर को महेंद्र मेघवाल से मिला नितिन अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाश चंद्र बिश्नोई ने बताया कि नितिन फौजी 28 नवंबर को टैक्सी से जयपुर आया और महेंद्र मेघवाल से मिला जो उसे जगतपुरा स्थित अपने फ्लैट में ले गया जहां वह एक सप्ताह तक रहा। उन्होंने बताया कि नितिन फौजी महेन्द्र मेघवाल के जरिए गैंगस्टर रोहित गोदारा के संपर्क में था। उन्होंने ने बताया कि घटना वाले दिन महेन्द्र ने आधा दर्जन से अधिक पिस्तौल व भारी मात्रा में कारतूस दिखाये, जिनमें से नितिन ने कुछ हथियार ले लिये। उन्होंने बताया कि मेघवाल की पत्नी पूजा नितिन को खाना बनाकर परोसती थी। बिश्नोई ने बताया कि गोगामेड़ी की हत्या वाले दिन पांच दिसंबर की सुबह महेन्द्र ने नितिन को अजमेर रोड पर छोड़ दिया, जहां रोहित राठौड़ उनका इंतजार कर रहा था। हथियारों से लैस नितिन फौजी और रोहित राठौर को एक कार में श्याम नगर स्थित गोगामेड़ी के आवास पर ले जाया गया। दोनों शूटर गोगामेड़ी के परिचित नवीन के माध्यम से उनके घर तक पहुंचे। 8 दिन के रिमांड पर आरोपी रामवीर जाट इससे पहले पुलिस ने रविवार को आरोपी रामवीर जाट को बनीपार्क स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। जहां से आरोपी रामवीर को 8 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया था। हरियाणा के महेन्द्रगढ़ के सतनाली थाना के अन्तर्गत गांव निवासी रामवीर जाट को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। आरोपी नितिन ने 19 नवंबर को रामवीर को गोगामेड़ी की हत्या की साजिश के तहत जयपुर भेजा था। उसके बाद जब नितिन व रोहित जयपुर आए तो उनको फर्जी आईडी से महेश नगर, श्यामनगर व जवाहर सर्किल स्थित होटल व दोस्त के फ्लैट पर रुकवाया था। घटना के एक दिन पहले रामवीर ने गोगामेड़ी के घर से फरार होने के लिए नितिन व रोहित को आसान गलियों की रेकी कराई थी, ताकि वे आसानी से जयपुर से बाहर निकल सकें। 5 दिसंबर को हुई थी सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या उल्लेखनीय है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पांच दिसंबर को उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के पांच दिन बाद दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा और राजस्थान पुलिस के संयुक्त अभियान में शूटर रोहित राठौर और नितिन फौजी को चंडीगढ़ के एक होटल से गिरफ्तार किया गया था। Post navigation गोगामेडी हत्याकांड में एयर होस्टेस स्टूडेंट हुई गिरफ्तार बीजेपी ने फिर चौंकाया…… राजस्थान में भजनलाल शर्मा होंगे नए मुख्यमंत्री