मौलिक कृषि सूक्ष्म जीव विज्ञान के द्वितीय अंक का किया विमोचन। कृषि संबंधी क्षेत्र में महत्वपूर्ण साबित होगी पुस्तक। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 30 नवंबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने बुधवार को कुलपति कार्यालय में केयू से सेवानिवृत्त प्रोफेसर एवं अध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी विभाग डॉ. केआर अनेजा द्वारा लिखित पुस्तक ‘फंडामेंटल एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजी“ के दूसरे संस्करण का विमोचन किया। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने डॉ. केआर अनेजा को बधाई देते हुए कहा कि कृषि माइक्रोबायोलॉजी एक उभरता हुआ अनुसंधान क्षेत्र है जो कृषि क्षेत्र के साथ सामान्य माइक्रोबायोलॉजी, माइक्रोबियल पारिस्थितिकी और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी उभर रहा है। उन्होंने कहा कि पुस्तक का दूसरा संस्करण स्नातक स्नातकोत्तर/शोध छात्रों और कृषि, वानिकी, जैव प्रौद्योगिकी, वनस्पति विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और पर्यावरण संकायों के साथ नवोदित वैज्ञानिकों के लिए वरदान साबित होगा। पुस्तक के लेखक प्रो. केआर अनेजा ने बताया कि यह पुस्तक बहुत ही सरल भाषा में लिखी गई है तथा यह संस्करण निश्चित रूप से कृषि क्षेत्र के मौलिक सिद्धांतों को परिपादित करती है। उन्होंने बताया कि फंडामेंटल एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजी का दूसरा संस्करण आम उपयोग के साथ-साथ औद्योगिक उपयोग और कृषि के विभिन्न उत्पादों के उत्पादन में उनकी पारिस्थितिकी, शरीर विज्ञान और अनुप्रयोग के अलावा मिट्टी, पानी और हवा की माइक्रोबियल विविधता पर नवीनतम गहन जानकारी प्रदान करता है। यह पुस्तक कृषि सूक्ष्म जीव विज्ञान के यूजी और पीजी छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई है, खासकर उन लोगों के लिए जो एएसआरबी-एआरएस प्री, आईसीएआर-नेट, आईसीएआर-जेआरएफ, आईसीएआर-एसआरएफ, गेट और अन्य प्रतिस्पर्धी एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां करने वालों के लिए अहम भूमिका निभाएगी। इस अवसर पर डॉ. आशीष अनेजा व लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर मौजूद थे। Post navigation पिहोवा के गोविंदानंद ठाकुर द्वारा आश्रम में श्रीमद भागवत हवन और विशाल भंडारे के साथ संपन्न प्रेरणा वृद्धाश्रम में ध्यान योग शिविर में दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में पहुंचे लोग