गुडग़ांव, 10 नवम्बर (अशोक):  साईबर सिटीवासियों को पिछले एक पखवाड़े से प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण बड़ी संख्या में वृद्धजन व बच्चे भी गले में खरांस आदि बीमारियों से पीडि़त हो रहे हैं। बीती देर रात से साईबर सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में रिमझिम बारिश हुई है, जो शुक्रवार को भी दिन में रुक-रुक कर होती रही। इस रिमझिम बारिश से जहां लोगों को बढ़ते प्रदूषण से कुछ राहत अवश्य मिली है, लेकिन शहर में सफाईकर्मियों की पिछले एक माह से चली आ रही हड़ताल के कारण शहर के विभिन्न क्षेत्रों में फैली गंदगी में कीचड़ हो जाने की समस्या का सामना भी शहरवासियों को करना पड़ रहा है। शहर के मुख्य सदर बाजार सहित आस-पास के बाजारों में गंदगी के ढेर लगे हैं।

बारिश हो जाने के कारण इन गंदगी के ढेरों में फिसलन पैदा कर दी है। जिससे बाजार में त्यौहारों पर खरीददारी करने के लिए आए खरीददारों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। कई महिलाएं व बच्चे भी कूड़े में हुई फिसलन के कारण फिसलकर चोटिल भी हो गए। गंदगी के ढेरों से दुर्गंध उठनी शुरु हो गई है। लोगों को मुंह पर कपड़ा बांधकर बाजारों से गुजरने पर बाध्य होना पड़ रहा है। लेकिन नगर निगम प्रशासन बाजारों में सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीर होता दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नगर निगम ने सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था अवश्य की है।

बाजारों में आने वाले खरीददारों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन को त्यौहारों पर तो बाजारों की सफाई करा देनी चाहिए थी, ताकि धार्मिक आस्थाओं से जुड़े इन त्यौहारों को शहरवासी आराम से मना सकें। उनका कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान में हाथ में झाडू लेकर फोटो खिंचवाने वाले समाजसेवी न जाने कहां चले गए हैं। क्या उन्हें शहर की गंदगी दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे तो स्वच्छ भारत अभियान दम ही तोड़ जाएगा।

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