किसानों की सरसों की बिजाई के लिए डीएपी खाद बाजार में प्रति कट्टा 150 से 200 रूपये ज्यादा देकर ब्लैक में खरीदना पड़ रहा है : विद्रोही किसानों को बलैक में खाद खरीदने को बाध्य करके संघी खाद व्यापारियों को मोटी चांदी कूटने को अवसर क्यों दिया जाता है? विद्रोही 17 अक्टूबर 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि सरसो की बिजाई के साथ ही दक्षिणी हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में डीएपी खाद की कालाबाजारी शुरू हो गई। विद्रोही ने कहा कि एक ओर अहीरवाल के किसानों को बाजरे का एमएसपी नही मिल रहा है। किसानों को भावांतर योजना के तहत बाजरे को सरकारी खरीद एजेंसियों को बेचने के लिए मंडियों में जूझना पड़ रहा है। वहीं सरसों की बिजाई शुरू हो चुकी है, लेकिन डीएपी खाद नदारद है। किसान, परिवार की महिलाएं व बच्चे सहकारी समिति व पैक्स के बाहर सुबह से सांय तक लाईनों में लगे रहते है, लेकिन किसान को डीएपी खाद नही मिल रहा। किसानों की सरसों की बिजाई के लिए डीएपी खाद बाजार में प्रति कट्टा 150 से 200 रूपये ज्यादा देकर ब्लैक में खरीदना पड़ रहा है। भाजपा खट्टर सरकार व मोदी सरकार किसानों को पर्याप्त रासायनिक खाद देने के जुमले तो उछालती है लेकिन किसानों को खाद मिलता नही। विद्रोही ने कहा कि भाजपा खट्टर राज के विगत 9 सालों में कभी भी किसानों को डीएपी व यूरिया खाद समय पर सुलभता से नही मिला। चाहे रबी फसल हो या खरीफ फसल, हर बार किसानों को खाद ब्लैक में खरीदने को मजबूर होना पड़ता है। खाद के व्यापारी चोर दरवाजे से भाजपा-संघ नेताओं के आशीर्वाद से विगत 9 सालों से खाद की कालाबाजारी करके मोटा माल बनाते आ रहे है। सरकार हर बार समय पर खाद उपलब्ध करवाने की जुमलेबाजी करके व कांग्रेस राज में खाद की कालाबाजारी होने के जुमले उछालकर किसानों को ठगती है, लेकिन जमीन पर डीएपी व यूरिया खाद उपलब्ध करवाने के प्रति किंचित मात्र भी गंभीर व ईमानदारी नही दिखती। विद्रोही ने कहा कि जब सरकार को पता है कि हर साल अक्टूबर के मध्य में अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा में सरसों की बिजाई शुरू हो जाती है, फिर डीएपी व यूरिया खाद का समय से प्रबंधन करके किसानों को बलैक में खाद खरीदने को बाध्य करके संघी खाद व्यापारियों को मोटी चांदी कूटने को अवसर क्यों दिया जाता है? विद्रोही ने मांग की कि दक्षिणी हरियाणा में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाया जाये ताकि किसानों समय पर सरसों की बिजाई कर सके तथा ब्लैक में डीएपी खाद खरीदने को बाध्य न होना पड़े। Post navigation हरियाणा के मुख्य सचिव ने राज्य में सीईटी ग्रुप-डी लिखित परीक्षा का निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए किया बैठक का आयोजन संकट के मित्र इजराइल का साथ देने का वक्त