शिक्षा में गुणवत्ता और मानक सबसे बड़ा लक्ष्य : डॉ. राज नेहरू

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में हुई नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक।
केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अशोक एमा और गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश अग्रवाल ने नैक प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत करवाया।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा शिक्षा में विश्व स्तरीय गुणवत्ता और मानक स्थापित करना सबसे बड़ा लक्ष्य है। इसी उद्देश्य के साथ हमने नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन (नैक) परीक्षण की तैयारी शुरू कर दी है। नैक की रेटिंग में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को सर्वोच्च मुकाम दिलाना हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य है। वह शनिवार को नैक स्टीयरिंग कमेटी की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि नैक प्रशिक्षण में अच्छी रैंकिंग हासिल करना हर विश्वविद्यालय का सपना होता है। हमने बहुत कम समय में इस लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाए हैं। अगले साल जुलाई महीने में नैक परीक्षण का लक्ष्य रखा गया है। लपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि नैक प्रशिक्षण में सर्वोच्च रेटिंग मिलने के बाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों को बड़ा फायदा होगा। प्रोजेक्ट में भी हमारी भागीदारी बढ़ेगी। इसलिए विश्वविद्यालय पूरी निष्ठा के साथ इस मिशन में जुट गया है।
बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अशोक एमा ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने बहुत कम समय में बड़ी उपलब्धियां अर्जित की हैं। विश्वविद्यालय की यह उपलब्धियां नैक प्रशिक्षण में बहुत मायने रखती हैं। प्रो. अशोक एमा ने शिक्षकों और अधिकारियों को नैक के लिए तैयारी करने के गुर सिखाए और स्कोर अर्जित करने की तकनीकी बारीकियों से अवगत करवाया।

विशिष्ट तिथि के रूप में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश अग्रवाल ने कहा कि नैक के मानकों पर खरा उतरना किसी भी विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि होती है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के पास वह सब उपलब्धियां हैं, जिनके बूते कोई भी संस्थान अग्रणी होने की योग्यता रखता है। प्रो. दिनेश अग्रवाल ने नैक की प्रक्रिया के बारे में भी जागरूक किया। उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में तकनीकी बिंदुओं पर ध्यान रखने की आवश्यकता है।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुल सचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने नैक के महत्व का उल्लेख करते हुए नैक कमेटी के सभी सदस्यों से पूरी लगन और मेहनत के साथ कार्य करने का आह्वान किया।

नैक प्रक्रिया का कार्यभार संभाल रही उप कुल सचिव डॉ. चंचल भारद्वाज ने अंक अर्जित करने से लेकर प्रेजेंटेशन तक के विभिन्न आयामों से अवगत करवाया।

डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।

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