– हकृवि में शुरू होने वाले तीन दिवसीय हरियाणा कृषि विकास मेला का उपराष्ट्रपति जगदीप सिंह धनखड़ करेंगे शुभारंभ, समापन अवसर पर सीएम मनोहर लाल होंगे मुख्यातिथि

5 अक्तूबर, हिसार। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 8 अक्तूबर से आरंभ होने वाले तीन दिवसीय हरियाणा कृषि विकास मेला-2023 की तैयारियां जोरो-शोरो से चल रही है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि इस वर्ष कृषि विकास मेले का मुख्य विषय समृद्धि एवं स्वास्थ्य के लिए श्रीअन्न का प्रचार-प्रसार रहेगा।

कुलपति ने बताया कि मेले के पहले दिन 8 अक्तूबर को मुख्यातिथि माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप सिंह धनखड़ रहेंगे, जबकि सम्मानिय अतिथि में कृषि मंत्री, हरियाणा जेपी दलाल व शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सांसद बृजेंद्र सिंह, राज्यसभा सांसद देवेंद्र पॉल वत्स व फतेहाबाद के विधायक दूड़ा राम और हरियाणा राज्य कृषि विपणन मंडल के अध्यक्ष आदित्य देवी लाल भी उपस्थित होंगे। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन 9 अक्तूबर को मुख्यातिथि राज्य सभा सांसद बिप्लव कुमार देव रहेंगे, जबकि सम्मानीय अतिथि के रूप में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह व डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा उपस्थित रहेंगे। इनके अलावा श्रम राज्य मंत्री अनूप धानक, आदमपुर के विधायक भव्य बिश्नोई व हांसी के विधायक विनोद भ्याना भी मौजूद रहेंगे।

कुलपति ने बताया कि मेले के अंतिम दिन 10 अक्तूबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। साथ में सम्मानीय अतिथि कृषि मंत्री जेपी दलाल व विकास एवं पंचायत विकास मंत्री, हरियाणा देवेंद्र सिंह बबली मौजूद रहेंगे। इसके अलावा नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम, बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग व रतिया के विधायक लक्ष्मण नापा भी उपस्थित रहेंगे। साथ ही कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा में प्रधान सचिव विजयेंद्र कुमार भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि 8 अक्तूबर को मेले का विषय प्राकृतिक खेती, 9 अक्तूबर को श्रीअन्न एक सुपर फूड और 10 अक्तूबर को कृषि में ड्रोन का महत्व रहेगा तथा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक इन विषयों पर मेले में भाग लेने वाले किसानों का मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि किसानों को विश्वविद्यालय के अनुसंधान फार्म का भ्रमण करवाकर वैज्ञानिकों द्वारा उगाई गई खरीफ फसलें दिखाई जाएगी और इन फसलों में वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग की गई प्रौद्योगिकी के बारे में बताया जाएगा।

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