भगवान वामन की जन्मस्थली धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में 25 और 26 सितंबर को होगा श्रीवामन द्वादशी मेला: सिंघल

भजन संध्या, 48 कोस तीर्थ एवं भगवान वामन पर आधारित लगाई जाएगी प्रदर्शनी।
विद्यार्थियों के लिए रंगोली प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे आयोजित। दो दशक बाद वर्ष 2021 में हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने जागृत किया था वामन द्वादशी मेला।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड एवं धर्मनगरी की प्रमुख संस्थाओं के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है मेला।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र 21 सितंबर : कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा द्वारा धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की प्रमुख धार्मिक समाजिक संस्थाओं के सहयोग से श्रीवामन द्वादशी मेला 25 और 26 सितंबर 2023 को आयोजित किया जा रहा है। इस मेले की तैयारियों और सफल आयोजन के लिए लगातार समीक्षा बैठके आयोजित की जा रही है।

केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कहा कि 25 और 26 सितंबर को मनाए जाने वाले श्रीवामन द्वादशी मेले में इस बार मुख्य आकर्षण का केंद्र भगवान वामन के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति की जाएगी। पहली बार मेले में 25 और 26 को भजन संध्या होगी और 48 कोस तीर्थ व भगवान वामन पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसके साथ-साथ फूड स्टाल भी लगाएं जाएंगे जिसमें अलग-अलग विख्यात व्यंजनों को परोसा जाएगा। इस बार स्कूली विद्यार्थियों की रंगोली और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि भगवान वामन श्रीविष्णु जी के पांचवें अवतार हैं। उनका जुड़ाव इसलिए भी यहां से है क्योंकि कुरुक्षेत्र के बहुत से तीर्थों का वर्णन वामन पुराण में मिलता है। ऐसे में भगवान वामन के इस द्वादशी मेले को बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए। दो दशक बाद यह मेला हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय द्वारा वर्ष 2021 में पुर्नजागृत किया था। अतिरिक्त उपायुक्त एवं केडीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिल पिलानी ने कहा कि कोई भी बड़ा आयोजन बिना सामाजिक और धार्मिंक संस्थाओं के संभव नहीं होता। श्रीवामन द्वादशी मेले को विहंगम बनाने के लिए सभी संस्थाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि यह एक त्यौहार है और इस त्यौहार को हर संस्था को मनाना चाहिए।

You May Have Missed