रौनक शर्मा

रोहतक: पिछले दिनों 23 अप्रैल को नवीन जयहिन्द सभी 36 बिरादरी के भाईचारे के साथ मिलकर पहरावर की जमीन पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाने वाले थे, लेकिन सरकार व निगम ने कोर्ट का सहारा लेकर भगवान परशुराम जनमोत्स्व पर रोक लगवा दी थी,जिसे लेकर जयहिन्द पर केस किया गया और उसी केस को लेकर आज रोहतक में जज मंगलेश चौबे की कोर्ट में नवीन जयहिन्द की पेशी हुई। जिसकी अगली तारीख कोर्ट द्वारा 7 नवम्बर 2023 दी गई।

जयहिन्द ने बताया कि सरकार द्वारा खूब कोशिश की गई के पहरावर की जमीन पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव न मनाया जा सके | लेकिन सरकार के सारे हथकंडे विफल रहे |

जयहिन्द ने बताया कि पहरावर की जमीन फरसाधारियों और 36 बिरादरी के भाईचारे के दम पर मिली है न कि दरबारियों के दम पर। हमने हाथ जोड़कर नही बल्कि सरकार के हाथ तोड़ कर जमीन ली है। यह हमारे मान-सम्मान, ईज्जत और स्वाभिमान की लड़ाई थी।

जयहिंद ने कहा कि जमीन समाज को मिल चुकी है अब इस तरह के केस से सिर्फ सरकार परेशान करने की कोशिश कर रही है | अब तक उन पर दर्जनों केस हो चुके है लेकिन जनता और समाज के लिए वे हमेशा आगे खड़े रहेंगे और एक हजार केस भी हो जाये तो पीछे हटने वाले नही है |

गौर करने योग्य बात हैं 21 मई रविवार को नवीन जयहिन्द ने सभी 36 बिरादरी के भाईचारे, फरसाधारियों, मुंडनधारीयो के साथ मिलकर सफलतापूर्वक पहरावर की जमीन पर भगवान जन्मोत्सव मनाया गया। यह जन्मोत्सव 23 अप्रैल को ही मनाया जाता लेकिन सरकार व निगम ने कोर्ट का सहारा लेकर नवीन जयहिन्द को नोटिस भिजवा दिया और जन्मोत्सव पर रोक लगा दी। जिसके बाद नवीन जयहिन्द ने मुंडन करवाकर अपना रोष जताया और यह पूरे इस मामले ने तूल पकड़ लिया और नवीन जयहिन्द का समर्थन करते हुए पूरे हरियाणा के 36 बिरादरी के हजारो युवाओ ने अपना मुंडन करवाया। इसी तरह फेसबुक पर भी नवीन जयहिन्द की फैन फॉलोइंग में बढ़ोतरी देखने को मिली।

error: Content is protected !!