श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में मनाया गया शिक्षक दिवस। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि एक शिक्षक बच्चे के मस्तिष्क के विकास में अहम भूमिका निभाता है। सोचने का तरीका विकसित करता है। शिक्षक ही हमें स्वयं को समझने का ज्ञान प्रदान करता है। वह मंगलवार को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मौके पर सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धा से याद किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक की समाज में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने एक शिक्षक की संज्ञानात्मक भूमिका के साथ- साथ उसकी सहानुभूति, करुणा और उदारता जैसे गुणों को इंगित करते हुए कहा कि शिक्षक का व्यक्तित्व बहुआयामी होना चाहिए। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि बदलते समय के साथ तकनीक और तौर- तरीके बदल सकते हैं, लेकिन एक शिक्षक की आधारभूत भूमिका नहीं बदल सकती। जिस तरह से भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को उसका निज धर्म बताया, तुम कौन हो और तुम्हारा उद्देश्य क्या है? ऐसे ही एक शिक्षक की भूमिका विद्यार्थी के प्रति है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा नए कौशल सीखने की प्रेरणा देने वाला ही आदर्श शिक्षक है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर एस एस मंथा ने अपने विशिष्ट वक्तव्य में कहा कि किसी भी राष्ट्र के भविष्य को आयाम देने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। तकनीक बहुत तेजी से बदल रही है। प्रत्येक शिक्षक को उसी के अनुरूप तैयार रहना होगा, ताकि विद्यार्थियों को उसके अनुसार तैयार किया जा सके। इंडस्ट्री पूरी तरह से तैयार स्किल चाहती है। इसलिए तेजी से बदलते स्किल के दौर में रिस्किलिंग और अपस्किलिंग की जरूरत है। प्रोफेसर मंथा ने कहा कि इंडस्ट्री के बदलते आयामों को समझने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने डिजिटल लिट्रेसी पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि कला, वाणिज्य, विज्ञान, प्रबंधन, कौशल या तकनीक कोई भी संकाय हो, सभी को कौशल की आवश्यकता है। यह सब एक शिक्षक के माध्यम से ही संभव है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि एक आदर्श शिक्षक हमें सही निर्णय लेने का विवेक देते हुए गलतियों से आगाह करता है। अर्जुन के जीवन में भगवान श्री कृष्ण और चंद्रगुप्त के जीवन में चाणक्य ऐसे ही महान शिक्षक के रूप में आए और उन्होंने इतिहास रचे। प्रोफेसर राणा ने कहा कि एक अच्छा शिक्षक सीखने की राह और प्रक्रिया को सरल कर देता है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर आरएस राठौड़ ने शिक्षक की भूमिका का उल्लेख करते हुए विविध विशेषताओं पर प्रकाश डाला। इस विशेष उपलक्ष्य में उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों को बधाई दी।शिक्षक दिवस पर रोटरी ने किया कुलपति डॉ. राज नेहरू को सम्मानित। पलवल श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू को शिक्षक दिवस के मौके पर रोटरी क्लब पलवल संस्कार की ओर से विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान कौशल शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को कौशल शिक्षा के अग्रदूत के रूप में स्थापित किया है। शिक्षक दिवस पर डॉ. राज नेहरू को यह सम्मान रोटरी क्लब पलवल संस्कार के अध्यक्ष योगेंद्र गोयल, डिस्ट्रिक्ट चेयर एडमिन रोटेरियन डॉ. अंजलि जैन, रोटरी क्लब फरीदाबाद हैप्पीनेस चार्टर प्रेजिडेंट आरजे भावना, रोटरी क्लब पलवल संस्कार के सचिव मोहित गोयल और रोटेरियन साक्षी ने प्रदान किया। Post navigation शहीद किसी जाति -बिरादरी या क्षेत्र का नहीं होता, बल्कि सबका साझा होता है – जयहिंद भारत के साथ आगे बढ़ सकता है नाइजीरिया : डॉ. राज नेहरू