पुंडरक में मुख्यमंत्री ने किया जनसंवाद कार्यक्रम चंडीगढ़, 14 अगस्त -हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के बाद पिछले 9 सालों में व्यवस्था को बदला है, जिसका सीधा फायदा जनता को पहुंच रहा है। कांग्रेस तो व्यवस्था परिवर्तन के बारे में सोच भी नहीं सकती। विपक्षी भी अब सत्तारूढ़ सरकार को पोर्टल की सरकार कहने लगे हैं। नई व्यवस्थाओं के तहत लोगों के काम हाथों हाथ होने लगे हैं और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। मुख्यमंत्री आज करनाल जिला के गांव पुंडरक में हलके के 20वें जनसंवाद कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 10 साल में जितने विकास कार्य कराये उससे दो गुणा अधिक भाजपा ने 9 साल में करदिए। इतना ही नहीं कांग्रेस राज में जितना पैसा खर्च होता था उससे आधे में विकास कार्य पूरे कराये गये हैं। 2014 से पहले 100 में से 15 पैसे ही नीचे तक पहुंचते थे लेकिन अब एक क्लिक से शत-प्रतिशत राशि लाभार्थियों के खातों में पहुंचती है। उन्होंने कहा कि एक दौर था जब बुढ़ापा पेंशन बांटते समय शाम को यदि दस लोगों की पेंशन बच जाती थी तो उसे उल्टा-सीधा अंगूठा लगाकर वितरित हुआ दिखा दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। गांवों में विकास के लिये कितनी ग्रांट भेजनी है यह आबादी अनुसार तय कर दिया गया है। इस राशि को पंचायतों अथवा नगर निगम को खर्च करने की आजादी है। अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं गांव में जिनके परिवार पहचान पत्र नहीं बने हैं, तुरंत बनायें। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। विभिन्न योजनाओं का फायदा लेने के लिये पीपीपी जरूरी है। श्री मनोहर लाल ने बताया कि पीपीपी के आंकड़ों अनुसार पुंडरक की आबादी 3863 है। 53 प्रतिशत लोगों की आय 1.80 लाख से कम है। आयुष्मान भारत योजना के तहत 1731 लोग पात्र हैं। इनमें से 1565 के कार्ड मंजूर हो चुके हैं और 108 लोग योजना का लाभ उठा चुके है। सरकार इनके इलाज पर 40 लाख रुपये खर्च कर चुकी है। उन्होंने सीएमओ को इस बात की जांच के निर्देश दिये कि पवन कुमार पुत्र शेर सिंह के इलाज पर 7 लाख 11 हजार रुपये की राशि खर्च हुई है या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीपीपी के आधार पर गांव में 133 नये राशन कार्ड बने हैं। पहले राशनकार्डधारकों की संख्या 357 थी जो अब बढक़र 490 हो गई है। तीन लोगों की बुढ़ापा पेंशन खुद बनी है। इसके लिए उन्हें दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़े। सिफारिश के आधार पर नौकरी का दौर खत्म मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सिफारिश के आधार पर नौकरी का दौर खत्म हो चुका है। नौ साल में इस गांव में 20 लोगों को केंद्र और 20 को राज्य सरकार की नौकरी मिली है। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार योजना के तहत 26 लोगों के ऋण मंजूर हो चुके हैं। गांव में 2 करोड़ 88 लाख के विकास कार्य कराये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर गांव में लाइब्रेरी खोली जायेगी। पंचायतों से तालाबों की सफाई कराने की अपील करते हुए उन्होंने कि इस कार्य के लिये डीजल का पैसा सरकार देगी। गांव के सतपाल, रोशन और बनारसी की बुढ़ापा पेंशन मौके पर ही बनाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगला चुनाव भी आपका अपना होगा। कुछ लोग उल्टी-सीधी बातें भी करेंगे, केंद्र में श्री नरेंद्र मोदी और राज्य में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनाने के लिये चुनाव की तैयार आपको खुद करनी है। उन्होंने करनाल में वॉलीबॉल अकादमी होस्टल के निर्माण की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया। विभाजन विभीषिका दिवस उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मादी ने हर साल 14 अगस्त को विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस मनाने का आह्वान किया है। दुखद पहलु यह कि आज के दिन अंग्रेजों ने देश का विभाजन किया जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग शहीद हुये और लाखों को देश छोडक़र आना-जाना पड़ा। घटना को आज 76 साल हो गये हैं। विभाजन की दर्द भरी कहानियां उस समय से बुजुर्गों से सुनी जा सकती हैं। एक-दूसरे विभाग से जुड़ा काम पैसों के अभाव में न रुके उचाना बाईपास पर रेलवे अंडर ब्रिज पर शेड डालने में बाधा बन रही बिजली की तारें अभी तक न हटाये जाने के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-दूसरे विभाग से जुड़ा विकास कार्य पैसों के अभाव में नहीं रुकना चाहिये। उन्होंने कहा कि एस्टीमेट मंजूर होता रहेगा फिलहाल खंभों की ऊंचाई बढ़ा कर लाइन को ऊपर उठा दें। काम तेजी से और जितना जरूरी हो उतना करें। पूछने पर संबंधित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को तारें शिफ्ट करने के लिए 7 लाख का एस्टीमेट मंजूर होने के बाद कार्य शुरू करने की बात कही थी। इस मौके पर उपायुक्त अनीश यादव, एडीसी वैशाली शर्मा, एसपी शशांक कुमार सावन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। Post navigation स्वतंत्रता दिवस पर हरियाणा पुलिस के 12 अधिकारी व जवान पुलिस पदक से अलंकृत करनाल में भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन, स्वयं मुख्यमंत्री ने की तिरंगा यात्रा की अगुवाई