प्रेरणा वृद्धाश्रम में पूर्व राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को समर्पित किए गए श्रद्धा पुष्प।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 27 जुलाई : नगर की प्रमुख प्रेरणा संस्था के सदस्यों एवं प्रेरणा वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के साथ वीरवार को नगर के गणमान्य नागरिकों ने माता के महान सपूत डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को याद किया गया।

इस अवसर पर प्रेरणा संस्था के सभी सदस्यों, प्रेरणा वृद्धाश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों, रॉबिनहुड आर्मी के सदस्यों एवं प्रतिष्ठित नागरिकों ने डा. कलाम को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर कार्यक्रम मंच का संचालन डा. वी.डी. शर्मा ने किया। उषा, सुभाष गोयल, श्रुति, सुमन और बलविंदर कौर ने अपनी रचनाओं एवं शब्दों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रेरणा के संस्थापक एवं साहित्यकार डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के विचार हमेशा प्रेरणादायक हैं जो विशेषकर युवाओं में जोश भर देते हैं। डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के मुंह से निकला हर शब्द युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। डा. सिंगला ने कहा कि डा. कलाम को भारत के मिसाइल मैन के रूप में हमेशा याद करते हैं।

उन्होंने बताया की भारत के 11वें राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डा. अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम की आज (27 जुलाई) पुण्यतिथि है। डा. कलाम महान विचारक, लेखक और वैज्ञानिक थे। डा. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 में तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था और 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग में व्याख्यान देते समय हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया था।

डा. सिंगला ने बताया कि डा. अब्दुल कलाम के पिता उन्हें कलेक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन उस समय किसी को कहां पता था कि भारतीय इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। आज भी उनके प्रेरणादायक विचारों को पढ़ते हैं, जो युवाओं को मोटिवेट कर सकते हैं।

इस अवसर डा. विजय दत्त शर्मा, श्रुती देवी, उषा गोयल, विवेक, चिराग, बलविंदर कौर, सुमन शर्मा, मीना कुमारी, सीता देवी, उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, इंदरप्रीत सिंह बिंद्रा, कश्मीरी लाल जैन, बी. श्रीवास्तव, विजय कुमार अग्रवाल, जोगिंदर सिंह एवं चंद्रकांत ठक्कर इत्यादि मौजूद रहे।

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