लिपिकों को 35400 वेतनमान देने की मांग को लेकर 21 जुलाई तक हड़ताल बढ़ाई फतेहाबाद,19 जुलाई। बारिश के बावजूद भी हड़ताली लिपिक धरने पर डटे रहे। हरियाणा मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ” द्वारा 35400 वेतनमान देने की मांग को लेकर की जा रही हड़ताल सरकार की हठधर्मिता के कारण 21 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। धरने की अध्यक्षता कर रहे जिला कन्वीनर शिवकुमार श्योराण ने हड़ताली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा सभी विभागों/बोर्ड/निगमों/नगर निगमों व विश्विद्यालयो के मिनिस्टीरियल स्टाफ का सांझा संगठन “हरियाणा मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन HMSA” के आह्वान पर 25 अगस्त 2014 के मंत्रिमंडल के फेसलेनुसार लिपिक का वेतन 35400 रुपए की नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर प्रदेश के लिपिक 12 जुलाई से हड़ताल पर है। HMSA नेता श्योराण ने कहा 25 अगस्त 2014 के मंत्रिमंडल के फेसलेनुसार लिपिक को 35400 रु असिस्टेंट/स्टेनोग्राफर/स्टेटिकल असिस्टेंट को 44900रु , डिप्टी सुप्रिन्टेन्ट को 47600, सुपरिंटेंडेंट को 56100रु वेतन देने की मांग मानी जा चुकी है। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले अपने घोषणा पत्र में भी पंजाब के समान वेतनमान देने का वादा किया था। उन्होंने कहा आज सरकार सफल हड़ताल की परवाह किए बिना अपने ही वादे से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा कर्मचारियों के जोश को देखते हुए सरकार की हठधर्मिता के कारण 21 जुलाई तक हड़ताल बढा दी है। श्री श्योराण ने प्रदेश के सभी लिपिकीय संगठनों को निर्णायक आंदोलन के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा सांझा आंदोलन से ही 35400 वेतनमान लिया जा सकता है। हड़ताली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ के जिला जिला प्रधान भूप सिंह भडोलावाली,सचिव सुरजीत दूसाद, ब्लाक प्रधान राजपाल, सचिव इन्द्र सिंह घासी, पूर्व जिला प्रधान बेगराज, जिला वरिष्ठ उपप्रधान रमेश तुशामड़ ने कहा सभी विभागों के कर्मचारियों द्वारा हड़ताली कलर्को की हड़ताल का समर्थन जारी रहेगा। इस मौके पर कर्मचारी नेता सुबेसिंह धनाणा, अशोक सिहाग, सतबीर सिंह, वीरेंद्र कुलेरी, जोगिंदर रेढू, चुन्नी लाल, इन्द्र पाल सहारण आदि ने कहा सरकार हठधर्मिता छोड़ कर लिपिकों को 35400 वेतनमान देने का नोटिफिकेशन जारी करें। Post navigation सरकार के टरकाऊ रवैए के खिलाफ लिपिक हड़ताल जारी रहेगी प्रदेश के 35000 लिपिक हड़ताल पर, सरकार बेपरवाह: शिवकुमार श्योराण