फतेहाबाद,17 जुलाई। हरियाणा मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर धरने पर बैठे हड़ताली लिपिकों को सम्बोधित करते हुए जिला कन्वीनर शिवकुमार श्योराण ने कहा सरकार 35400 वेतनमान देने की मांग को जायज मान रही है, फिर भी सरकार कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने के लिए क्यों बाध्य कर रही हैं। संगठनों को बुलाकर समझौता कर लें अथवा सीधे 35400 का नोटिफिकेशन जारी कर दें। उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा पिछली सरकार द्वारा मंत्री मंडल में पास की गई मांग का नोटिफिकेशन जारी क्यों नहीं कर रही सरकार? उन्होंने कहा क्या सरकार कर्मचारियों में रोष फैलाकर अपनी ही सरकार की छवि खराब कर रही हैं ? शायद यह भी सही नहीं हो सकता। कुछ तो बात जरूर है ! आखिर सरकार और उसके संगठनों का कुछ मकसद जरूर है जो वे इस हड़ताल की आड़ लेकर हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा शायद सरकार की मंशा कर्मचारी संगठनों में फूट डालने की है?

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के पूर्व राज्य कोषाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद बाटू,जिला सचिव सुरजीत दुसाध व ब्लाक प्रधान राजपाल ने कहा 35400 वेतनमान लागू नहीं करने व कर्मचारियों के सभी मुद्दों को लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है। इधर सामूहिक रूप से भी और अलग अलग से आन्दोलन चल रहे हैं। नगरपालिका को देखो, पुरानी पेंशन बहाली को देखो, पटवारियों को देखो, लिपिक वर्ग को देखो, रोडवेज सांझा मोर्चा को देखो, अध्यापकों को देखो, बेरोजगार युवाओं और छात्रों को देखो – आक्रोश फूट रहा है। वर्षों बाद 28 मई जीन्द में सर्वकर्मचारी संघ की राज्य रैली में आक्रोश और जोश का उफान देखा गया। उस मंच से समस्त कर्मचारियों को एकजुट करके जनता के बीच जाने का निर्णय लिया गया, लेकिन यह सरकार को रास नहीं आया। उसे भय लगता है कि राज्य में कर्मचारी आन्दोलन एक बड़ी और संगठित ताकत है। इसलिए कर्मचारियों को संघर्ष की मुख्य धारा से अलग करने की मंशा सरकार की है।

कर्मचारी नेताओं ने कहा सरकार ने मोर्चा तो खोल दिया लेकिन लिपिक वर्ग को केवल 35400 हासिल करने से मतलब है। वह जायज है और इसलिए अधिकार है। यदि सरकार ऊक चूक करेगी तो कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे। इसीलिए जिन्हें सरकार ने नहीं बुलाया था वे लिपिक संगठन भी हड़ताल पर डट गए। हमें भरोसा है कि एकता के आगे सरकार को झुकना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में सर्वकर्मचारी संघ की ओर से जारी आन्दोलन और अधिक उम्मीद और उत्साह से आगे बढ़ेगा। एकता तोड़ने की साजिश सरकार के गले की फांस बन जाएगी। इस मौके पर किसान सभा के जिला प्रधान विष्णु दत, किसान नेता छत्रपाल,हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के पूर्व राज्य प्रधान जोगिंदर सिंह भ्याणा, कर्मचारी नेता पृथ्वी सिंह बाना,सुबेसिंह धनाणा, सतबीर सिंह, रमेश तुशामड़, इन्द्र घासी, वीरेंद्र कुलेरी, इन्द्र पाल सहारण आदि नेताओं ने हड़ताली कर्मचारियों का समर्थन करते हुए सरकार से 35400 वेतनमान लागू करने की मांग की।

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